यूपी- गोरखपुर: दारोगा को पीटा, बवाल के बाद 4 थानों की पुलिस तैनात…कन्हौली कांड की कहानी – INA
उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में दो पक्ष आपस में भिड़ गए. एक पक्ष ने इसकी सूचना पुलिस को दी, लेकिन पुलिस जब पहुंची तो उन लोगों ने देर से आने का आरोप लगाते हुए दारोगा और सिपाही को बंधक बना लिए और पिटाई कर दी. मौका देखकर सिपाही वहां से फरार हो गया और थाने पर आकर उच्च अधिकारियों को सूचना दी. उसके बाद पुलिस पहुंची और घायल चौकी प्रभारी को बीआरडी मेडिकल कालेज में भर्ती कराया. साथ ही 15 नामजद व 20 अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है. इलाके में तनाव कायम है. चार थानों की फोर्स को तैनात कर दिया गया है.
सिकरीगंज थाना क्षेत्र के कन्हौली गांव में श्रवण यादव और राजन उर्फ राज यादव सगे पट्टीदार हैं. इन दोनों लोगों के बीच जमीन को लेकर के बिगत 10 वर्षों से विवाद चल रहा है. रविवार को बाइक को आगे पीछे खड़ा करने के लेकर दोनों में विवाद शुरू हुआ, जो देर शाम तक चलता रहा. सूत्रों ने बताया कि सुबह श्रवण यादव अपनी बुलेट मोटरसाइकिल से कंबाइन का बेयरिंग खरीदने के लिए चौराहे पर जा रहे थे. इसी दौरान उनके पीछे-पीछे राजन भी पहुंच गया.बताया जाता है कि श्रवण ने बुलेट बाइक खड़ी कर दी, जिसका विरोध राजन करने लगा.
शाम को दोनों पक्ष फिर भिड़ गए
इस दौरान दोनों पक्षों में कहासुनी होने लगी. मामला बिगड़ता देख श्रवण ने डायल 112 पर फोन किया.सूचना पर तत्काल पीआरबी के सिपाही पहुंचे. दोनों पक्षों की बात सुनने के बाद किसी तरह से समझौता कराया. शाम को दोनों पक्ष फिर आमने-सामने हो गए.दोनों ने अपने सभी संबंधियों, मित्रों को बुला लिया. इस दौरान कहासुनी के बाद मारपीट और पथराव शुरू हो गया. इसी दौरान श्रवण यादव ने दोबारा पुलिस को सूचना दी.
सूचना के करीब एक घंटे बाद दुघरा चौकी प्रभारी राकेश कुमार व सिपाही विनीत पहुंचे. उनके पहुंचने के बाद श्रवण यादव अपने घर की महिलाओं के साथ बाहर आया और आग बबूला हो गया. उन्होंने कहा कि किसी की जान चली जाएगी और आप लोग इतना देर से आएंगे.यह बात ठीक नहीं है.इस दौरान चौकी प्रभारी ने उन लोगों को समझने की कोशिश की लेकिन वह अपने घर की महिलाओं और अन्य लोगों के साथ हमलावर हो गए. चौकी प्रभारी घटना का वीडियो बनाने लगे, जिससे मामला और खराब हो गया.
श्रवण यादव पक्ष के लोगों ने मोबाइल को छीन लिया और वीडियो डिलीट करने का दबाव बनाने लगे.नहीं मानने पर चौकी प्रभारी व सिपाही को पड़कर पीटना शुरू कर दिए. इसी दौरान मौका देखकर सिपाही विनीत मौके से फरार हो गए. उसके बाद चौकी प्रभारी को कमरे में बंद कर बुरी तरह से पीटा गया.थाने पहुंचकर सिपाही राकेश ने घटना की जानकारी थी.सूचना पर एसपी साउथ जितेंद्र कुमार के नेतृत्व में चार थानों सिकरीगंज, हरपुर- बुदहट, बेलघाट व खजनीकी पुलिस मौके पर गई.गंभीर रूप से घायल चौकी प्रभारी को कमरे से निकाला और बीआरडी मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया.
साथ ही सिकरीगंज थाने के एसएसआई भूपेंद्र की शिकायत पर दोनों पक्षों के करीब 15 नामजद व 20 अज्ञात के खिलाफ विभिन्न धाराओं में केस दर्ज किया गया. देर रात पुलिस ने श्रवण यादव व राजन यादव को गिरफ्तार कर लिया. शेष आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए दबिश दी जा रही है.
क्या बोले एसएसपी?
इस संबंध में एसएसपी डॉ गौरव ग्रोवर ने बताया कि इस तरह की दुस्साहसिक घटना को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. घटना में शामिल लोगों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है. दोनों पक्ष के मुख्य आरोपी गिरफ्तार भी किए जा चुके हैं. अन्य की गिरफ्तारी के लिए प्रयास चल रहा है.पूछताछ कर सच्चाई पता की जा रही है.
श्रवण यादव सेना में जवान था. 10 साल पहले पाटीदारों से जमीन को लेकर विवाद शुरू हुआ तो उसने नौकरी छोड़ दी.नौकरी छोड़ने के बाद वह गांव में खेती-बड़ी करने लगा. इस दौरान उसकी राजनीतिक आकांक्षा भी जाग गई. वह विगत पंचायत चुनाव में ग्राम प्रधान का चुनाव भी लड़ा था, लेकिन उसे सफलता नहीं मिली. घटना के संबंध में श्रवण पक्ष के लोगों का कहना है कि चौकी इंचार्ज पहले तो देर से पहुंचे तो हम लोगों ने शिकायत की तो वह नाराज हो गए.हम लोगों ने विरोध किया तो उन्होंने परिवार की महिला के पेट पर पैर से जोरदार हिट किया, जिससे वह जमीन पर गिर पड़ी.ऐसे में हम लोगों ने उनको पकड़ लिया था.
घटना के मूल कारण के संबंध में ग्रामीणों का कहना है कि श्रवण यादव के पिता तीन भाई थे.सबसे बड़े भाई राम सिंह, श्रवण के पिता थे, जबकि दूसरे नंबर के भाई रामजीत का पुत्र राजन है. जबकि सबसे छोटे झिनक थे.उनकी कोई संतान नहीं थी. विवाद का मूल जड़ झिनक की प्रॉपर्टी है. दोनों पक्ष उनकी संपत्ति को हड़पने के लिए एक दूसरे से रंजिश रखता है और उसी के चलते विगत 10 वर्षों से विवाद चल रहा है.
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