आगरा में स्वास्थ्य विभाग की टीम ने सोमवार को पिनाहट में झोलाछाप महिला का राजाखेड़ा रोड पर अवैध अस्पताल पकड़ा। यह घर में ही 5 बेड का अस्पताल चला रही थी। प्रसव और गर्भपात होते थे। बेड के अंदर दवाएं भरी थीं। ऑपरेशन टेबल भी लगा था। थाने में केस दर्ज कराया गया है।
सीएमओ डाॅ. अरुण श्रीवास्तव ने बताया कि शिकायत मिली थी कि एक झोलाछाप अपने घर में अस्पताल चलाकर प्रसव और गर्भपात कराती है। पुलिस के साथ टीम ने छापा मारा। घर पर लगे बोर्ड में आरएन क्लीनिक लिखा था। मौके पर संचालिका संगीता जादौन और उसका पति राजकुमार जादौन मिला। चिकित्सकीय डिग्री नहीं दिखा पाए।
दंपती शैक्षणिक योग्यता भी नहीं बता रहे थे। भूतल और पहली मंजिल पर कमरों में बेड पड़े थे। एक कमरे में प्रसव कक्ष बना था। इसमें डिलीवरी टेबल, ग्लब्स और अन्य सामान मिला। बायोमेडिकल वेस्ट भी पड़ा था। एक कमरे में बेड के अंदर दवाएं भरी थीं। इसमें खून बढ़ाने, दर्द निवारक, प्रसव-गर्भपात में उपयोग होने वाली अन्य दवाएं मिलीं। इन सभी को जब्त कर लिया गया।
हर प्रकार के ऑपरेशन का दावा
झोलाछाप मरीजों की जान से खिलवाड़ कर रही थी। लगे बोर्ड पर खुद को चिकित्सक बताते हुए डॉ. संगीता जादौन लिखा था। बोर्ड पर राजकुमार जादौन भी लिखा था। इस पर सभी प्रकार के रोगों का इलाज और हर प्रकार के ऑपरेशन किया जाना लिखा था।
प्रसव-गर्भपात की फीस 5 से 8 हजार
सीएमओ ने बताया कि आसपास पूछने पर पता चला कि यह प्रसव-गर्भपात के लिए 5 से 8 हजार रुपये लेती थी। छापे में एक रजिस्टर भी मिला, जिस पर 5-6 मरीजों का विवरण लिखा था। किसी के . 3 तो किसी के . 5000 रुपये जमा लिखा था। भवन किराए पर लिया था, जहां करीब दो साल से अधिक समय से यह कार्य संचालित हो रहा था।