Noida – योगी आदित्यनाथ के साथ किसान करेंगे सफर – #INA

Table of Contents

Greater Noida News :
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक बड़ा फैसला लिया है। जेवर में बन रहे नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के लिए जिन किसानों ने अपनी जमीन दी हैं, सबसे पहले उन्हें हवाई जहाज में सफर करवाया जाएगा। उन किसानों को नोएडा एयरपोर्ट से लखनऊ ले जाया जाएगा। इसको लेकर तैयारी शुरू हो गई है। यह पहली फ्लाइट इंडिगो की होगी। इसको उत्तर प्रदेश सरकार का एक बड़ा फैसला माना जा रहा है। खासतौर पर उन किसानों के लिए यह सम्मान है, जिन्होंने नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के लिए अपनी जमीन दी है।

हवाई जहाज में बैठकर योगी आदित्यनाथ और किसान जाएंगे लखनऊ

जेवर एयरपोर्ट के उद्घाटन के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, कुछ वीआईपी और किसानों एक फ्लाइट में बैठाया जाएगा। इसके अलावा दूसरी फ्लाइट में केवल किसान मौजूद रहेंगे। इस फ्लाइट में कुल 210 सीटें होंगी। जिसमें किसान की लिस्ट को आगे फाइनल किया जाएगा। वे वो किसान हैं, जिन्होंने योगी आदित्यनाथ के ड्रीम प्रॉजेक्ट जेवर एयरपोर्ट के लिए अपनी जमीन दे दी।

पहले दिन सिंगापुर और दुबई के लिए उड़ान होंगी

नोएडा एयरपोर्ट जिसे एशिया का सबसे बड़ा हवाई अड्डा बनने की तैयारी है, अप्रैल 2025 से व्यावसायिक उड़ानों के लिए तैयार हो जाएगा। पहले दिन में कुल 30 उड़ानें संचालित की जाएंगी। जिसमें 25 घरेलू, तीन अंतरराष्ट्रीय और दो कार्गो उड़ानें शामिल होंगी। पहली फ्लाइट्स सिंगापुर और दुबई के लिए उड़ान भरेंगी। इन अंतरराष्ट्रीय उड़ानों के लिए लुफ्तहांसा और सिंगापुर एयरलाइन्स के साथ एग्रीमेंट फाइनल हो चुका है। यह एयरपोर्ट 17 अप्रैल 2025 से अपनी पहली उड़ानें प्रारंभ करेगा। एयरपोर्ट संचालन के प्रारंभ होने के 90 दिन पहले से टिकटों की बुकिंग शुरू होगी।

26 नवंबर 2021 को हुआ था शिलान्यास

नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 26 नवंबर 2021 को शिलान्यास किया गया था। इस एयरपोर्ट का अधिकांश निर्माण कार्य पूरा हो चुका है और जब यह पूरी तरह से चालू हो जाएगा तो यह दुनिया का पांचवां सबसे बड़ा एयरपोर्ट होगा। यहां से न केवल देशभर में बल्कि अंतरराष्ट्रीय गंतव्यों तक भी उड़ानें संचालित की जाएंगी, जिससे यह भारत के नागरिक उड्डयन क्षेत्र के लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित होगा।

Copyright Disclaimer Under Section 107 of the Copyright Act 1976, allowance is made for “fair use” for purposes such as criticism, comment, news reporting, teaching, scholarship, and research. Fair use is a use permitted by copyright statute that might otherwise be infringing. Non-profit, educational or personal use tips the balance in favor of fair use.

सौजन्य से ट्रिक सिटी टुडे डॉट कॉम

Source link

Back to top button
Close
Crime
Social/Other
Business
Political
Editorials
Entertainment
Festival
Health
International
Opinion
Sports
Tach-Science
Eng News