राज्य सूचना आयुक्त वीरेन्द्र प्रताप सिंह 13 जनवरी को सूचना का अधिकार अधिनियम-2005 के अन्तर्गत करेंगे चर्चा/बैठक
आगरा – आगामी 13 जनवरी को, उत्तर प्रदेश के माननीय राज्य सूचना आयुक्त वीरेन्द्र प्रताप सिंह जी की अध्यक्षता में एक महत्वपूर्ण बैठक का आयोजन किया गया है। यह बैठक सूचना का अधिकार अधिनियम-2005 के अंतर्गत होगी, जिसमें विभिन्न विभागों के जनपदीय अधिकारियों के साथ मिलकर सूचना का अधिकार के सफल कार्यान्वयन पर चर्चा की जाएगी।
सूचना का अधिकार अधिनियम-2005, भारत के नागरिकों को सरकारी जानकारी प्राप्त करने का अधिकार प्रदान करता है। यह कानून सरकार की पारदर्शिता को बढ़ावा देने का एक महत्वपूर्ण उपाय है। वीरेन्द्र प्रताप सिंह जी द्वारा इस बैठक का आयोजन इस कानून के तहत नागरिकों के अधिकारों को सुदृढ़ करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। स्थान का चुनाव आगरा का सर्किट हाउस सभागार किया गया है, जो इस चर्चा के महत्व को दर्शाता है।
बैठक में शामिल होने वाले विभिन्न विभागों में नमामि गंगे एवं ग्रामीण जलापूर्ति विभाग, लघु सिंचाई विभाग, मत्स्य विभाग, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग, सूचना प्रौद्योगिकी विभाग, पर्यटन विभाग, सैनिक कल्याण विभाग, उत्तर प्रदेश पुनर्गठन विभाग और अन्य जनपदीय अधिकारी शामिल होंगे। इस बैठक में सूचना का अधिकार अधिनियम-2005 के कार्यान्वयन में आने वाली चुनौतियों और उनके समाधान के रास्ते तलाशने पर भी चर्चा की जाएगी।
अपर जिला मजिस्ट्रेट (प्रोटोकॉल) द्वारा जारी की गई सूचना में स्पष्ट किया गया है कि उन्होंने सभी जनपद स्तरीय अधिकारियों और जन सूचना अधिकारियों से इस बैठक में स्वयं उपस्थित होने का आग्रह किया है। यह बैठक केवल एक औपचारिकता नहीं है, बल्कि यह एक सुनहरा अवसर है जहां अधिकारी मिलकर विचार विमर्श कर सकते हैं और सुधारात्मक सुझाव दे सकते हैं।
हाल के वर्षों में, सूचना का अधिकार अधिनियम का उपयोग जन जागरूकता बढ़ाने और सरकारी साक्ष्यों की पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए बढ़िया तरीके से किया गया है। इसके अंतर्गत, विभिन्न क्षेत्रों में कई सफलताएँ भी प्राप्त हुई हैं। हालांकि, कुछ स्थानों पर इसके कार्यान्वयन में कठिनाइयाँ भी देखने को मिली हैं। इस संदर्भ में, वीरेन्द्र प्रताप सिंह की पहल निश्चित रूप से सुधारात्मक कदम उठाने में सहायक होगी।
सूचना के अधिकार के तहत, आम नागरिक जो जानकारी मांगते हैं, उन्हें सही समय पर व प्रभावी तरीके से जानकारी मिलनी चाहिए। वर्तमान में, कुछ अधिकारियों द्वारा सूचनाओं का सही तरीके से वितरण नहीं किए जाने की शिकायतें आम हैं। ऐसी स्थिति में, इस बैठक द्वारा आवश्यक दिशा-निर्देश दिए जाने की संभावना है, जो सूचनाओं के वितरण में पारदर्शिता लाएंगे।
इसके अतिरिक्त, इस बैठक का उद्देश्य विभागों के बीच समन्वय बढ़ाना भी है। विभिन्न विभागों के साथ चर्चा होने से यह सुनिश्चित होगा कि सभी अधिकारी एक समान लक्ष्यों के साथ काम कर रहे हैं और सूचना का अधिकार अधिनियम के लक्ष्यों को हासिल करने के लिए सभी एकजुट हैं।
आगरा में आयोजित होने वाली यह बैठक निश्चित रूप से सूचना का अधिकार अधिनियम-2005 के प्रभावी कार्यान्वयन का एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित होगी। यह बैठक सुनिश्चित करेगी कि सभी विभागों के अधिकारी एक साथ मिलकर कार्य करें और जनता के अधिकारों की रक्षा में सक्षम बनें।
इस प्रकार, हम माननीय राज्य सूचना आयुक्त वीरेन्द्र प्रताप सिंह के प्रयासों की सराहना करते हैं और आशा करते हैं कि यह बैठक सूचना का अधिकार अधिनियम के तहत सकारात्मक बदलाव लाने में सहायक सिद्ध होगी। इससे न केवल जन जागरूकता में वृद्धि होगी बल्कि नागरिकों को उनके अधिकारों का सही ज्ञान भी प्राप्त होगा।