देश- बदल गया प्रयागराज के रसूलाबाद घाट का नाम, अब ‘चंद्रशेखर आजाद घाट’ होगी नई पहचान; 33 साल पहले पास हुआ था प्रस्ताव- #NA
प्रयागराज का रसूलाबाद घाट
प्रयागराज में रसूलाबाद घाट की पहचान बदल गई है. अब इसे शहीद चंद्रशेखर आजाद घाट के नाम से जाना जाएगा. जल्द ही यहां पर एक शहीद चंद्र शेखर आजाद घाट नाम का शिलापट्ट भी लग जाएगा. गंगा किनारे इस प्रसिद्ध और प्राचीन घाट के नाम बदलने की घोषणा खुद उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने की है. इस संबंध में साल 1991 में ही नाम बदलने का प्रस्ताव नगर निगम इलाहाबाद ने पारित कर सरकार को भेजा था. इसी प्रस्ताव को प्रयागराज के मेयर ने दोबारा उत्तर प्रदेश प्रदेश सरकार को प्रस्ताव भेजा, जिसके बाद उत्तर प्रदेश सरकार ने अपनी संस्तुति दे दी है.
बता दें कि प्रयागराज में इस समय महाकुंभ की तैयारियां जोर शोर से शुरू की गई हैं. इसी क्रम में उत्तर प्रदेश सरकार ने गंगा नदी के तट पर स्थित प्राचीन रसूलाबाद घाट का नाम बदलने को हरी झंडी दे दी है. इसमें कहा गया है कि इस घाट का अब नया नाम अमर शहीद चंद्रशेखर आजाद घाट होगा. उत्तर प्रदेश सरकार ने प्रयागराज के मेयर के प्रस्ताव पर मुहर लगाते हुए कहा कि घाट के नाम का शिलापट्ट जल्द से जल्द लगाया जाएगा.
1991 में पारित हुआ था प्रस्ताव
जानकारी के मुताबिक नगर निगम ने साल 1991 में इस घाट को लेकर प्रस्ताव पारित किया था. इसमें कहा गया था कि रसूलाघाट का नाम बदलकर अमर शहीद चंद्रशेखर आजाद के नाम पर किया जाए. उस समय नगर निगम ने यह प्रस्ताव शासन को भेज तो दिया, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हो सकी थी. अब एक बार फिर प्रयागराज के महापौर गणेश केसरवानी ने इसी प्रस्ताव को अनुमोदित करते हुए शासन को भेजा, जिसे सरकार ने मंजूर कर लिया है.
शासन ने दी मंजूरी
शासन से मंजूरी मिलते ही महापौर ने अधिकारियों को शिलापट्ट बनवाकर इस घाट पर स्थापित कराने के निर्देश दिए हैं. बता दें कि अमर शहीद चंद्रशेखर आजाद का अंतिम संस्कार इसी घाट पर हुआ था. इस संबंध में घाट पर एक स्मारक भी बना है, जहां संबंधित विवरण दर्ज है. इसे ध्यान में रखते हुए मेयर ने सदन में एक प्रस्ताव रखा था, जिसमें घाट का नाम चंद्रशेखर आजाद के नाम करने की बात कही गई थी. यह प्रस्ताव पारित होने के बाद संस्तुति के लिए शासन को भेजा गया था, जहां से इसे हरी झंडी मिल गई है.
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