दुनियां – रूस से जंग में ईरान पर क्यों भड़का यूक्रेन? राजदूत को बुलाकर दी चेतावनी – #INA

यूक्रेन विदेश मंत्रालय ने अपने बयान में कहा कि उन्होंने ईरान के राजदूत को तलब कर चेतावनी दी है कि अगर रूस को बैलिस्टिक मिसाइलें दिए जाने वाली रिपोर्ट सही पाई गई, तो द्विपक्षीय संबंधों के लिए ईरान को सख्त परिणाम भुगतने होंगे. हालांकि सोमवार को ईरान के एक सीनियर अधिकारी ने इस रिपोर्ट का खंडन किया था और इसको ‘मनोवैज्ञानिक युद्ध’ बताया. यूरोपीय संघ के प्रवक्ता ने इन रिपोर्टों को विश्वसनीय बताया है.
CNN और द वॉल स्ट्रीट जर्नल ने पिछले हफ्ते स्रोतों का हवाला देते हुए छापा था कि ईरान ने रूस को कम दूरी की बैलिस्टिक मिसाइलें दी हैं. यूक्रेनी विदेश मंत्रालय ने टेलीग्राम पर कहा कि उसने ईरान के प्रभारी डी’एफ़ेयर शहरयार अमौज़ेगर को बुलाया और मिसाइलों की डिलीवरी की खबर के सच होने पर परिणाम भुगतने की चेतावनी दी.
इससे पहले ईरानी रिवोल्यूशनरी गार्ड्स के वरिष्ठ कमांडर फ़ज़लुल्लाह नोज़ारी ने ईरानी लेबर न्यूज़ एजेंसी से कहा था कि रूस को कोई मिसाइल नहीं भेजी गई है और यह दावा एक तरह का मनोवैज्ञानिक युद्ध है. नोज़ारी ने ये भी कहा, “ईरान यूक्रेन-रूस संघर्ष में किसी भी पक्ष का समर्थन नहीं कर रहा है.
मिसाइलों सप्लाई की रिपोर्ट विश्वसनीय!
पश्चिमी और यूक्रेन के अधिकारी ईरान की इस बात को झूट ठहराते रहे हैं कि वे यूक्रेन-रूस संघर्ष में किसी भी पक्ष का समर्थन नहीं कर रहा है. यूरोपीय संघ के विदेश मामलों के प्रवक्ता पीटर स्टैनो ने कहा, “हम रूस को ईरानी बैलिस्टिक मिसाइलों की डिलीवरी पर सहयोगियों की ओर से दी गई विश्वसनीय जानकारी से अवगत हैं.” उन्होंने कहा कि यदि पुष्टि हो जाती है, तो ये सबूत होगा की यूक्रेन पर रूसी आक्रमण में ईरान का भी हाथ है.
“हमारे बार्टर सिस्टम में आती है मिसाइल सप्लाई”
इस रिपोर्ट के बाद ईरान के सांसद अहमद बख्शायेश अर्देस्तानी ने ईरानी अखबार को दिए गए अपने इंटरव्यू में कहा, हमें अपनी जरूरतों को पूरा करने के लिए बार्टर (समान के बदले समान) करना पढ़ता है. सोयाबीन-गेहूं जैसी जरूरत की चीजें भी हमें बार्टर के जरिए खरीदनी होती हैं. रूस को मिसाइल निर्यात भी हमारे बार्टर सिस्टम का ही पार्ट र्है. सांसद के इस बयान से काफी हद तक इस बात की पुष्टि हो गई है कि ईरान रूस को मिसाइल निर्यात कर रहा है.

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सौजन्य से टीवी9 हिंदी डॉट कॉम

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