दुनियां – भारत से पंगा लेकर अपने घर में घिरे ट्रूडो, मीडिया ने दिखाया आईना – #INA

भारत ने सोमवार को छह कनाडाई राजनयिकों को निष्कासित कर दिया, जिनमें कार्यवाहक उच्चायुक्त स्टीवर्ट रॉस व्हीलर, डिप्टी हाई कमिश्नर पैट्रिक हेबर्ट, सचिव मैरी कैथरीन जोली भी शामिल हैं. वहीं, कनाडा ने भी 6 भारतीय अधिकारियों को निष्कासित कर दिया. इस बीच भारत से बढ़े टकराव को लेकर कनाडाई मीडिया ने अपने प्रधान मंत्री जस्टिन ट्रूडो को आईना दिखाया है.
कनाडाई मीडिया, विशेष रूप से ‘नेशनल पोस्ट’ ने भारत और कनाडा के बीच बढ़ते तनाव को ‘राजनयिक युद्ध’ कहा है. उसने अपनी रिपोर्ट में बताया है कि कनाडा भारत के साथ कूटनीतिक रूप से संघर्ष में है. लेख में उल्लेख किया गया है कि भारत ने द्वितीय विश्व युद्ध में कनाडा के साथ मिलकर लड़ाई लड़ी थी. भारत एक लोकतंत्र और राष्ट्रमंडल का सदस्य है, जो चीन जैसे देशों के खिलाफ सहयोगी है. दोनों देशों के बीच संबंध लगातार बिगड़ रहे हैं और सरकारें सुधार की दिशा में तेजी नहीं दिखा रही हैं.
दोनों देशों के बीच विवाद तब और बढ़ गया जब कनाडाई पुलिस ने खालिस्तानी आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या से जुड़ी एक जांच में भारतीय राजदूत और अन्य राजनयिकों पर आरोप लगाए. इसके बाद कड़ा एक्शन लेते हुए भारतीय विदेश मंत्रालय का कहना है कि कनाडाई राजनयिकों शनिवार यानी 19 अक्टूबर को रात 11.59 बजे तक भारत छोड़ना होगा.
भारत ने अपने बयान में क्या कहा?
विदेश मंत्रालय ने कहा, ‘हमें कनाडा से एक डिप्लोमेटिक कम्युनिकेशन प्राप्त हुआ, जिसमें कहा गया कि भारतीय उच्चायुक्त और अन्य राजनयिक उस देश में जांच से संबंधित मामले में ‘पर्सन ऑफ इंटरेस्ट’ हैं. भारत सरकार इन बेतुके आरोपों को दृढ़ता से खारिज करती है और इन्हें ट्रूडो सरकार के राजनीतिक एजेंडे का हिस्सा मानती है, जो वोट बैंक की राजनीति पर केंद्रित है.’
भारत-कनाडा के बीच टकराव क्यों?
भारत और कनाडा के बीच रिश्ते जून 2023 से निज्जर की मौत के बाद खराब होने शुरू हो गए थे. सितंबर 2023 में कनाडा के पीएम जस्टिस ट्रूडो ने हत्या के पीछे भारतीय एजेंट्स का हाथ बताया था. कनाडा सरकार के इस आरोप को भारत ने सिरे से खारिज कर दिया था. दरअसल, भारत ने निज्जर को साल 2020 में आतंकी घोषित किया था. तनाव बढ़ने के बाद अक्टूबर 2023 में कनाडा के 41 डिप्लोमैट्स को बारत ने वापस भेज दिया था. कनाडा ने भारत के एक्शन को अंतरराष्ट्रीय नियमों का उल्लंघन कहा था.

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सौजन्य से टीवी9 हिंदी डॉट कॉम

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