दुनियां – चुनाव तो जीत गए ट्रंप, 2 महीने बाद शपथ भी ले लेंगे…लेकिन मुकदमों का क्या होगा? – #INA
डोनाल्ड ट्रंप व्हाइट हाउस में लौटने वाले हैं. जहां ट्रंप की राष्ट्रपति कुर्सी पर वापसी न सिर्फ उनके राजनीतिक करियर के लिए खास है, वहीं यह उनके खिलाफ कानूनी मामलों के लिए एक गेम चेंजर भी है. डोनाल्ड ट्रंप कई आपराधिक मामलों का सामना कर रहे हैं और जब वह राष्ट्रपति पद हासिल करेंगे तो इन मामलों का रुख बदलने की उम्मीद है.
डोनाल्ड ट्रंप ने 2024 के चुनाव में अपनी जीत के साथ एक बार फिर राष्ट्रपति बनने का रास्ता साफ कर लिया है. वह जनवरी, 2025 में शपथ भी ले लेंगे. रिपब्लिकन नेता के लिए ये पद न सिर्फ राजनीतिक बल्कि कानूनी लिहाज से भी अहम होने वाला है, क्योंकि इससे उनके खिलाफ लंबित मुकदमों में कई बदलाव होने के कयास लगाए जा रहे हैं.
ट्रंप के खिलाफ मुकदमे
डोनाल्ड ट्रंप के खिलाफ कई आपराधिक केस दर्ज हैं, जिनमें सबसे बड़ा आरोप 2020 के चुनावी नतीजों को बदलने की कोशिश करना, फ्लोरिडा में संवेदनशील दस्तावेजों का अवैध रूप से कब्जा करना और जॉर्जिया स्टेट इलेक्शन में दखल की साजिश शामिल हैं. इस जीत के बाद इन मामलों के प्रभावित होने की संभावना बढ़ गई है, क्योंकि राष्ट्रपति पद के अधिकारों का इस्तेमाल कर ट्रंप इन मामलों का रुख बदल सकते हैं.
2020 के चुनावी नतीजों में हेरा-फेरी वाले केस को उनकी कानूनी टीम राष्ट्रपति पद के विशेष अधिकारों का हवाला देते हुए सुलझाने की कोशिश कर सकती है. वहीं उनपर ये भी आरोप है कि उन्होंने राष्ट्रपति कार्यकाल के दौरान कई संवेदनशील दस्तावेजों को अवैध रूप से अपने पास रखे, जो राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा बन सकता है. इस केस में वह राष्ट्रपति पद के विशेष अधिकारों का इस्तेमाल कर राहत पा सकते हैं.
राष्ट्रपति पद के बाद ट्रंप को फायदा
राष्ट्रपति बनने के बाद डोनाल्ड ट्रंप के पास कुछ ऐसे अधिकार होंगे जो उनके खिलाफ चल रहे मुकदमों को कमजोर कर सकते हैं. इनमें से एक ‘पारदर्शिता’ (executive privilege) है, जिसके जरिए राष्ट्रपति अपनी गवाही देने से मना कर सकता हैं.
इसके अलावा, ट्रंप को कुछ मामलों में कानूनी तौर से सुरक्षा मिल सकती है, जैसे कि अभियोजन को धीमा करने या उसकी दिशा बदलने का अधिकार.
इसके अलावा ट्रंप के खिलाफ कई नागरिक मामले भी चल रहे हैं. इन मामलों में भी बदलाव होने की उम्मीद है. जहां कुछ में कानूनी प्रक्रिया धीमी हो सकती है, तो कुछ में उन्हें पूरी तरह से राहत भी मिल सकती है. हालांकि, यह इस बात पर निर्भर करेगा कि न्यायपालिका और जज ट्रंप के खिलाफ किस प्रकार का रुख अपनाते हैं.
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सौजन्य से टीवी9 हिंदी डॉट कॉम
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