दुनियां – रूसी हमले में यूक्रेन के 60 सैनिकों की मौत, नोवाया इलियांका पर कब्जा – #INA
रूसी सेना यूक्रेन में कहर बरपा रही है. रूसी सेना के हमलों में 60 यूक्रेनी सैनिक मारे गए हैं. खारकीव में भी यूक्रेनी सेना पर हमले किए हैं. नोवाया इलियांका पर कब्जा कर लिया है. डोनबास में भी रूसी सेना को बढ़त मिली है. पुतिन सेना अमेरिका और नाटो के खिलाफ बुरी तरह से भड़की हुई है. यूक्रेन के ATACMS हमले की वजह से रूसी सेना आगबबूला है.
पुतिन अमेरिका और यूरोप में उसके सहयोगी देशों को सबक सिखाना चाहते हैं. इसलिए रूस में वॉर कैबिनेट बनाई गई है, जिसके चेयरमैन खुद रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन हैं. सूत्रों के मुताबिक, आधी रात क्रेमलिन में वॉर कैबिनेट की मीटिंग हुई. इस मीटिंग में पुतिन ने अमेरिका और उसके सहयोगी देशों से ATACMS हमले का बदला लेने की मंजूरी दे दी है और इसी के बाद यूरोप पर बहुत बड़ा खतरा मंडराने लगा है.
बारूदी आग में भस्म हो सकता है पूरा यूरोप
यूक्रेन युद्ध का विस्तार होने जा रहा है. ये युद्ध महायुद्ध में बदलने जा रहा है. विनाश की इस बारूदी आग में पूरा यूरोप भस्म हो सकता है. यूरोप में नाटो के कई देशों पर ओरेश्निक मिसाइल से वज्रपात की आशंका बढ़ गई है. अमेरिका से अनुमति मिलने के बाद यूक्रेन ने रूस की धरती पर ATACMS मिसाइलें फायर कीं और इसी के साथ यूरोप दहन की आशंका बढ़ गई.
यूक्रेनी फोर्स ने कुर्स्क में 8 ATACMS मिसाइलें दागीं. रूसी एयर डिफेंस ने 7 मिसाइलों को हवा में ही तबाह कर दिया लेकिन एक मिसाइल विस्फोट करने में कामयाब रही. इस हमले में रूस के दो सैनिक घायल हो गए. दो दिन के अंदर यूक्रेन ने 13 अमेरिकी ATACMS मिसाइलें फायर कीं तो पुतिन और उनकी सेना इतना भड़क गई कि नाटो के खिलाफ जंग का एलान कर दिया.
हमले का विध्वंसक बदला लेगी सेना
रूस के रक्षा मंत्री आंद्रे बेलोसोव ने कहा है कि रूसी सेना इस हमले का विध्वंसक बदला लेगी. रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने कहा है कि इस हमले के पीछे जिसका भी हाथ है, उसे दंड दिया जाएगा. पुतिन ने आधी रात को वॉर कमांडर्स की बैठक बुलाई. सूत्रों के मुताबिक, इस बैठक में यूरोप में मौजूद नाटो देशों पर हमले करने का ब्लूप्रिंट तैयार किया गया.
पुतिन के आदेश के बाद रूसी सेना ने यूरोप में अपने टारगेट लॉक कर लिए हैं. पुतिन ने 9 दिसंबर तक लक्ष्य हासिल करने का अल्टीमेटम दिया है. 9 दिसंबर को रूस में Day of Heroes of the Fatherland मनाया जाता है. उससे पहले ही पुतिन ने यूरोप में मौजूद नाटो देशों को सबक सिखाना का अल्टीमेटम दिया है.
रूस की तैयारियों पर बड़ा खुलासा
रूसी रक्षा मंत्रालय ने यूरोप ही नहीं बल्कि मिडिल ईस्ट, पैसिफिक और अलास्का तक अपने टारगेट लॉक कर लिए हैं. इसका खुलासा रूसी न्यूज़ एजेंसी स्पुतनिक की एक रिपोर्ट से हुआ है. रिपोर्ट के मुताबिक, रूस की ओरेशनिक मिसाइल दुनिया में कहीं भी अमेरिकी बेस को तबाह कर सकती है.
अगर रूसी सेना कपुस्तिन यार से ओरेश्निक मिसाइल छोड़ती है तो ये कुवैत में 21 सौ किलीमीटर दूर मौजूद अमेरिकी बेस को सिर्फ 11 मिनट में जला सकती है. बहरीन में मौजूद अमेरिकी बेस और कपुस्तिन यार के बीच की दूरी 25 सौ किलोमीटर है. अमेरिका के इस बेस को ओरेशनिक मिसाइल 12 मिनट में तबाह कर सकती है.
सहमे हैं अमेरिका और उसके सहयोगी देश
रूस की आक्रामकता को देखते हुए अमेरिका और उसके सहयोगी देश सहमे हुए हैं. अमेरिका को पता है कि रूस किसी भी वक्त उसके खिलाफ युद्ध छेड़ सकता है, लिहाजा उसने भी अपनी तैयारियां तेज कर दी हैं. अमेरिका ने मिनटमैन मिसाइल को साइलो में पहुंचा दिया है. साथ ही गुआम बेस पर परमाणु पनडुब्बी भेज दी है.
ब्रिटेन ने अमेरिकी बेस की सुरक्षा बढ़ा दी है. मगर, सच ये है कि पुतिन और उनकी सेना की तैयारी अमेरिक और नाटो से कहीं बड़ी है. दुनिया के बड़े रक्षा विशेषज्ञों का दावा है कि अगर रूस और नाटो में युद्ध शुरू हुआ तो पुतिन सेना को नाटो सेनाएं रोक नहीं पाएंगी.
ब्यूरो रिपोर्ट, टीवी9 भारतवर्ष.
Copyright Disclaimer Under Section 107 of the Copyright Act 1976, allowance is made for “fair use” for purposes such as criticism, comment, news reporting, teaching, scholarship, and research. Fair use is a use permitted by copyright statute that might otherwise be infringing. Non-profit, educational or personal use tips the balance in favor of fair use.
सौजन्य से टीवी9 हिंदी डॉट कॉम
Source link