Political – महाराष्ट्र: 44 सालों की सेवा का सम्मान नहीं…टिकट न मिलने से नाराज कांग्रेस नेता रवि राजा ने दिया इस्तीफा- #INA
मुंबई महानगर पालिका में विरोधी पक्ष के नेता और कांग्रेस के सीनियर लीडर रवि राजा ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है. उन्होंने सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर अपना इस्तीफा पत्र शेयर किया. इसमें उन्होंने बताया कि वह कांग्रेस के साथ 44 साल तक जुड़े रहे और सेवा दी लेकिन सम्मान नहीं किया गया. इसलिए अब उन्होंने अपने इस्तीफे का ऐलान कर दिया. उन्होंने एक्स पर लिखा, “44 सालों तक कांग्रेस की सेवा करने के बाद मैं पार्टी से अपना इस्तीफा दे रहा हूं.”
बताया जा रहा है कि रवि राजा पार्टी से नाराज हैं और इसी नाराजगी के चलते उन्होंने इस्तीफा भी दिया है. दरअसल रवि राजा सायन कोलीवाडा से टिकट की मांग कर रहे थे लेकिन कांग्रेस ने इस सीट पर गणेश यादव को टिकट दिया है. वही धारावी सीट से वर्षा गायकवाड की बहन को टिकट दिया है. इसी को रवि राजा की पार्टी से नाराजगी की वजह मानी जा रही है. क्योंकि उन्होंने इस सीट पर टिकट की मांग की थी.
Here I am submitting my resignation from @INCIndia party after serving the party for 44 years… pic.twitter.com/3e02roPJzH
— Ravi Raja (@ravirajaINC) October 31, 2024
बीजेपी में हो सकते हैं शामिल
रवि राजा ने धारावी से वर्षा गायकवाड की बहन को टिकट देने पर जहां परिवारवाद का आरोप लगाया, वहीं दूसरी तरफ गणेश यादव को निष्क्रिय कार्यकर्ता होने का आरोप लगाते हुए टिकट घोषित होने पर नाराजगी जताई थी. रवि राजा ने यह भी आरोप लगाया कि उनकी 44 साल की कांग्रेस के प्रति निष्ठा का पार्टी ने सम्मान नहीं किया और उनकी मांग के मुताबिक उन्हें टिकट नहीं दिया. अब कयास लगाए जा रहे हैं कि रवि राजा जल्द ही भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो सकते हैं.
44 सालों की सेवा का सम्मान नहीं
उन्होंने अपने इस्तीफे में लिखा, “1980 से एक युवा कांग्रेस सदस्य के रूप में, मैंने पूरी ईमानदारी और समर्पण के साथ पार्टी की सेवा की है और आज मुझे यह विश्वास दिलाया गया है कि कांग्रेस पार्टी के लिए मेरी 44 सालों की सेवा का सम्मान नहीं किया गया है और इसलिए मैं अपनी सभी पोस्ट पार्टी से इस्तीफा देने का फैसला लेता हूं. आपसे अनुरोध है कि मेरा इस्तीफा तत्काल प्रभाव से स्वीकार करें.”
Copyright Disclaimer :- Under Section 107 of the Copyright Act 1976, allowance is made for “fair use” for purposes such as criticism, comment, news reporting, teaching, scholarship, and research. Fair use is a use permitted by copyright statute that might otherwise be infringing., educational or personal use tips the balance in favor of fair use.
यह पोस्ट सबसे पहले टीवी नाइन हिंदी डॉट कॉम पर प्रकाशित हुआ , हमने टीवी नाइन हिंदी डॉट कॉम के सोंजन्य से आरएसएस फीड से इसको रिपब्लिश करा है, साथ में टीवी नाइन हिंदी डॉट कॉम का सोर्स लिंक दिया जा रहा है आप चाहें तो सोर्स लिंक से भी आर्टिकल पढ़ सकतें हैं
The post appeared first on टीवी नाइन हिंदी डॉट कॉम Source link