World News: तड़प-तड़प कर मरते थे कैदी, सीरियाई शख्स ने बताई असद की जेल की क्रूर कहानी – INA NEWS

बशर अल-असद की सरकार के पतन के कुछ दिनों बाद, लंदन में रहने वाले एक सीरियाई नागरिक अब्दुल्ला अल नोफ़ल ने सीरिया की सबसे कुख्यात जेलों में से एक अल-खतीब में अपनी भयावह हिरासत की कहानी बताई है. इस जेल को कुछ लोग धरती पर नर्क भी कहते हैं.

अब्दुल्ला ने अपने साथ हुए क्रूर व्यवहार के बारे में जानकारी सालों तक छिपाए रखी. जब असद के भागने के बाद कैदियों की रिहाई की खबरें प्रसारित हो रहीं थी, तब भावुक होते हुए उसने अपनी कहानी पत्नी दूना हज अहमद के साथ साझा की.

असद के शासन के खिलाफ शुरू हुए 2011 में शांतिपूर्वक प्रदर्शन ने हिंसक रूप तब लिया जब असद सेना ने इन प्रदर्शनों को क्रूर तरीके से कुचल दिया. उस दौर में गिरफ्तार हुए लोगों के साथ असद प्रशासन ने बेहद क्रूर व्यवहार किया. जिसमें दमिश्क में स्थित अल-खतीब जेल भी इस क्रूरता का प्रतीक बन गई, जहां हजारों बंदियों को असद के सुरक्षा बलों की ओर प्रताड़ित, दुर्व्यवहार और मार दिया गया.

दमिश्क से किया गया था गिरफ्तार

अब्दुल्ला की कहानी जुलाई 2013 में शुरू हुई जब वह दमिश्क में रेड क्रॉस की अंतर्राष्ट्रीय समिति के लिए एक स्टोरकीपर के रूप में काम कर रहे थे. 2011 में शुरुआती शासन-विरोधी प्रदर्शनों में हिस्सा लेने के बाद, उन्होंने खुद को इससे दूर कर लिया क्योंकि संघर्ष हिंसक और खतरनाक हो गए थे.

उनके अतीत ने उनका पीछा नहीं छोड़ा और एक दिन अब्दुल्ला को दमिश्क के बाहरी इलाके में एक चेकपॉइंट पर हिरासत में लिया गया. उसकी आंखों पर पट्टी बांध दी गई, हथकड़ी लगाई गई और उसे एक सैन्य सुविधा में ले जाया गया. जहां उसे तीन दिनों तक एक कमरे में रखा गया, जहां उसे बेहद अकेलापन और क्रूर पिटाई सहनी पड़ी. इसके बाद उन्हें अल-खतीब जेल में स्थानांतरित किया गया.

तड़पकर मर रहे थे लोग

सीरियन ऑब्ज़र्वेटरी फ़ॉर ह्यूमन राइट्स के मुताबिक इन जेलों में लगभग 60 हजार लोगों को यातनाएं दी गयी या मार दिया गया. अब्दुल्ला ने बताया कि जब मैंने हर जगह देखना शुरू किया, तो लोग लगभग नग्न अवस्था में खड़े थे, अब्दुल्ला ने कई कैदियों को चोटों से तड़पकर मरते हुए देखा.

अब्दुल्ला पर लगे हथियारों की तस्करी के झूठे आरोप

अब्दुल्ला को अपने सबसे बुरे दौर में यातनाएं दी गईं और हथियारों की तस्करी के झूठे आरोपों को कबूल करने के लिए मजबूर किया गया. वह इस घटना के बारे में बताते हैं, “हर मिनट ऐसा लगता है कि आप मर रहे हैं. जब तक आप कहते रहेंगे, ‘मैंने ऐसा नहीं किया’, तब तक वे आपको यातनाएं देते रहेंगे और यातनाओं के दूसरे चरण में ले जाएंगे.”

तड़प-तड़प कर मरते थे कैदी, सीरियाई शख्स ने बताई असद की जेल की क्रूर कहानी

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