देश- महाराष्ट्र में देवेंद्र फडणवीस ही होंगे बीजेपी का चेहरा? इन 3 सिनेरियों से मिल रहे हैं संकेत | Devendra Fadnavis face of BJP in Maharashtra Assembly Explained these 3 scenarios- #NA
देवेंद्र फडणवीस महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम हैं
महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव को अब तीन महीने से भी कम का वक्त बचा है. ऐसे में दलों का चेहरा कौन होगा, टिकट का बंटवारा कब होगा जैसे सवाल सियासी गलियारों में सुर्खियां बटोर रहे हैं. सबसे ज्यादा चर्चा राज्य की सबसे बड़ी पार्टी बीजेपी को लेकर हो रही है. पिछली बार की तुलना में बीजेपी ने अब तक चेहरे का ऐलान नहीं किया है, लेकिन पिछले दिनों की सियासी गतिविधियों से बीजेपी के भीतर जो पॉलिटिकल सिनोरियो बन रहे हैं, उसमें कहा जा रहा है कि फिर से कमान देवेंद्र फडणवीस को ही मिल सकती है. यानी चुनाव का फेस फडणवीस ही हो सकते हैं.
महाराष्ट्र में पिछले 11 साल से बीजेपी की कमान देवेंद्र फडणवीस के पास है. फडणवीस इस दौरान प्रदेश अध्यक्ष, मुख्यमंत्री, नेता प्रतिपक्ष और उपमुख्यमंत्री रहे.
देवेंद्र फडणवीस ही चेहरा क्यों, 3 सिनेरियो
1. 60 दिन बाद भी इस्तीफा स्वीकार नहीं
4 जून 2024 को लोकसभा चुनाव के नतीजे आए थे. लोकसभा के परिणाम ने उत्तर प्रदेश और महाराष्ट्र में बीजेपी को बड़ा झटका दिया था. महाराष्ट्र में बीजेपी 9 सीटों पर सिमट गई. चुनाव परिणाम के बाद विधानमंडल दल के नेता देवेंद्र फडणवीस मीडिया के सामने आए.
देवेंद्र फडणवीस ने हार की जिम्मेदारी लेते हुए अपने पद से इस्तीफा देने की बात कही. फडणवीस ने कहा कि मैं अब संगठन में काम करना चाहता हूं, इसलिए इस्तीफा दे रहा हूं. हालांकि, 60 दिन बीत जाने के बाद भी फडणवीस का इस्तीफा स्वीकार नहीं हुआ है.
न ही फडणवीस के इस्तीफे पर बीजेपी हाईकमान की तरफ से कुछ कहा गया है.विधानसभा चुनाव में भी अब कम वक्त बचा है. ऐसे में इस बात की संभावनाएं जताई जा रही हैं कि शायद ही चुनाव से पहले बीजेपी हाईकमान फडणवीस का इस्तीफा स्वीकार करे.
2. बीजेपी के पास फेस क्राइसिस
महाराष्ट्र में बीजेपी के पास देवेंद्र फडणवीस के मुकाबले वर्तमान में कोई बड़ा चेहरा नहीं है. जो चेहरा है वो भी देश की सियासत में सक्रिय है. मसलन, नितिन गडकरी केंद्र में मंत्री और विनोद तावड़े पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव हैं. फडणवीस के पक्ष में जाति भी एक फैक्टर है. वे ब्राह्मण समुदाय से आते हैं, जिसकी आबादी महाराष्ट्र में 8-10 प्रतिशत के बीच है.
इसके अलावा महाराष्ट्र में बीजेपी गठबंधन के जरिए चुनावी रण में उतरने की तैयारी में है. महाराष्ट्र एनडीए में अजित पवार और एकनाथ शिंदे की बड़ी हिस्सेदारी है. फडणवीस का दोनों नेताओं से बढ़िया संबंध है.
कहा जा रहा है कि चुनाव से पहले अगर फडणवीस को महाराष्ट्र से हटाया जाता है तो कॉर्डिनेशन में दिक्कतें आ सकती है. सीट बंटवारे समेत कई गुत्थियां अभी महाराष्ट्र में सुलझने बाकी है.
3. फडणवीस लगातार कर रहे बैठक
देवेंद्र फडणवीस महाराष्ट्र में बीजेपी और गठबंधन के सहयोगियों के साथ लगातार बैठक कर रहे हैं. सोमवार को फडणवीस ने मराठवाड़ा क्षेत्र से आने वाले बीजेपी विधायकों के साथ बैठक की थी. महाराष्ट्र में लंबे वक्त से मराठा आंदोलन का मुद्दा गर्म है.
इतना ही नहीं, पिछले हफ्ते फडणवीस ने राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ के पदाधिकारियों के साथ बैठक की थी. फडणवीस कोर कमेटी और गठबंधन के सहयोगियों के साथ भी बैठक कर चुके हैं. फडणवीस ने हाल ही में दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमित शाह से भी मुलाकात की थी.
सभी बैठक और मुलाकात विधानसभा चुनाव के परिप्रेक्ष्य में ही हुआ है. ऐसे में फडणवीस के चेहरा होने की चर्चा को इससे और ज्यादा बल मिला है.
देवेंद्र फडणवीस का राजनीतिक करियर
देवेंद्र फडणवीस ने अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से राजनीतिक करियर की शुरुआत की. 1997 में वे नागपुर शहर के महापौर बने. साल 1999 में फडणवीस पहली बार नागपुर पश्चिम से विधायक चुनकर सदन पहुंचे. फडणवीस तब से विधायकी का चुनाव नहीं हार हैं.
2013 में लोकसभा चुनाव से पहले देवेंद्र फडणवीस को बीजेपी ने महाराष्ट्र का अध्यक्ष नियुक्त किया. फडणवीस की अध्यक्षता में पार्टी ने लोकसभा और विधानसभा के चुनाव में बढ़िया परफॉर्मेंस किया. 2014 में जब सरकार बनाने की बारी आई तो बीजेपी हाईकमान ने फडणवीस को कमान सौंप दी.
फडणवीस 2019 तक राज्य के मुख्यमंत्री रहे. 2019 के चुनाव में बीजेपी को बहुमत नहीं आई, लेकिन अजित पवार के सहयोग से फडणवीस ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ले ली. हालांकि, बहुमत न होने की वजह से उन्हें कुर्सी छोड़नी पड़ी.
फडणवीस इसके बाद विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष बनाए गए. 2022 में एकनाथ शिंदे बगावत कर जब एनडीए में आए तो बीजेपी को फिर से सरकार बनाने का मौका मिला. पार्टी ने सीएम कुर्सी शिंदे को और डिप्टी सीएम कुर्सी फडणवीस को दे दी.
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