देश- Akshay Shinde Encounter: मासूम बच्चियों से रेप के आरोपी अक्षय शिंदे का एनकाउंटर ‘बदलापुर’ का गुस्सा या पुलिस ने ही बदल दिया पूरा केस?- #NA

यौन शोषण का आरोपी अक्षय शिंदे

महाराष्ट्र के बदलापुर में रेप केस के आरोपी अक्षय शिंदे की सोमवार को पुलिस एनकाउंटर में मौत हो गई है. राज्य सरकार से लेकर पुलिस विभाग तक सभी यही बता रहे हैं कि आरोपी ने एएसआई की पिस्तौल छीनकर पुलिस पर फायरिंग कर दी थी. पुलिस इंस्पेक्टर ने फायरिंग से बचने के लिए जवाबी फायरिंग की जिसमें अक्षय शिंदे मारा गया. पूरे मामले में अब विपक्ष सरकार के ऊपर हमलावर हो गया है. अक्षय शिंदे का परिवार भी एनकाउंटर की कहानी को झूठा बता रहा है. इसलिए इस एनकाउंटर की जांच अब सीआईडी को सौंपी गई है. यहां पढ़िए सोमवार शाम क्या-क्या हुआ…

पुलिस ने उसे वैधानिक कार्रवाई करते हुए अक्षय शिंदे को जेल भेज दिया था. उसे तलोजा जेल में रखा गया था. आरोपी अक्षय पर पहली पत्नी ने यौन शोषण का मामला दर्ज कराया था. इसी की जांच के लिए पुलिस सोमवार (23-09-2024) को अक्षय को जांच के लिए ले गई थी. अक्षय के साथ चार पुलिसकर्मी थे. पुलिस जब करीब 6.15 पर आरोपी को लेकर लौट रही थी तो उसी वक्त अक्षय ने एएसआई की पिस्तौल छीन ली और पुलिसकर्मियों पर फायरिंग शुरू कर दी. फायरिंग में एएसआई की जांघ में गोली लग गई. इस पर इंस्पेक्टर संजय शिंदे ने अक्षय पर गोली चला दी जो उसके सिर में जाकर लगी. इसमें अक्षय गंभीर रूप से घायल हो गया जिसे हॉस्पिटल ले गए और बाद में उस मृत घोषित कर दिया.

पटाखों से डरता है, गोली कैसे चलाई?

मासूम बच्चियों से रेप के आरोपी अक्षय शिंदे की मां ने पूरे एनकाउंटर पर गंभीर सवाल उठा हैं. उन्होंने कहा कि अक्षय उन्हें बताता था कि पुलिसकर्मी उसे पीटते थे. अक्षय की मां ने दावा किया कि उनका बेटा दीवाली पर पटाखे चलाने से भी डरता था. आखिर ऐसे में पिस्तौल से गोली कैसे चला सकता है. उन्होंने यह भी आरोप लगाया है कि उनके बेटे के शव भी उन्हें देखने नहीं दिया जा रहा है. हालांकि उन्होंने शव लेने से इनकार कर दिया है. अक्षय की मां ने कहा कि अभी तक उनके बेटे पर रेप के आरोप तय नहीं हुए थे और ये एनकाउंटर पुलिस की चाल है.

विपक्ष ने क्या कहा?

महाराष्ट्र में एनसीपी सांसद सुप्रिया सुले ने एनकाउंटर को न्याय प्रणाली का पतन बताया है. उन्होंने कहा कि महायुति सरकार का रवैया इस पूरे मामले बड़ा अजीब रहा है. पहले तो एफआईआर दर्ज करने में देरी की इसके बाद अब कस्टडी में एनकाउंटर? सुले के अलावा शिवसेना सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा कि स्कूल बोर्ड का मेंबर बीजेपी का सदस्य है. वह अभी भी फरार चल रहा है. वहीं कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले ने भी स्कूल ट्रस्टी के गिरफ्तार नहीं होने की बात उठाई है. उन्होंने यह भी कहा कि मुख्य आरोपी की हत्या कर उन लोगों को बचाने की कोशिश की जा रही है. विपक्ष के इन्हीं सवालों से अब सरकार और पुलिस दोनों घिरते नजर आ रहे हैं. एनकाउंटर की जांच सीआईडी के लिए सौंपी गई है.

कौन हैं संजय शिंदे

आरोपी अक्षय पर गोली चलाने वाले पुलिस इंस्पेक्टर संजय शिंदे ठाणे क्राइम ब्रांज में रह चुके हैं. संजय शिंदे को एनकाउंटर जैसी गंभीर स्थितियों का खासा अनुभव है क्योंकि वह एनकाउंटर स्पेशलिस्ट प्रदीप शर्मा की उस टीम में रह चुके हैं जिसने अंडवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम के भाई इकबाल कासकर को गिरफ्तार किया था.

क्या था मामला

13 अगस्त 2024 को कुछ दिन पहले ही स्कूल में तैनात हुए सफाईकर्मी अक्षय शिंदे ने स्कूल में पढ़ने वाली दो मासूम बच्चियों के साथ यौन शोषण किया था. मासूम बच्चियों की उम्र महज 4 और 6 साल बताई गई. यौन शोषण के बाद बच्चियां स्कूल जाने से डरने लगी. एक बच्ची के परिजनों को शक हुआ और वह बच्ची को हॉस्पिटल लेकर पहुंचे वहां पर जांच में सामने आया कि बच्ची के प्राइवेट पार्ट में चोट है. इससे पूरी बात का खुलासा हुआ. इसके बाद आरोपी के खिलाफ एफआईआर दर्ज हुई और आखिरकार 17 अगस्त को आरोपी अक्षय शिंदे को गिरफ्तार किया गया.

भड़का था आक्रोश

आरोपी अक्षय शिंदे ने जिन मासूम बच्चियों के साथ रेप की वारदात को अंजाम दिया था उनके परिजन जब पुलिस के पास एफआईआर कराने पहुंचे तो पुलिस ने टालमटोली दिखाई. इससे परिजन परेशान होते रहे. इसके बाद स्थानीय लोगों को भनक लगी तो पुलिस के खिलाफ विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया जिसके बाद पुलिस ने मामला दर्ज किया. 16 अगस्त को पुलिस ने मामला दर्ज किया और 17 अगस्त को पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया. आरोपी के खिलाफ बदलापुर में ऐसा जनाक्रोश देखने को मिला कि बेकाबू भीड़ ने रेलवे ट्रैक पर ही डेरा डाल दिया था जिसकी वजह से करीब 10 घंटे तक रेल यातायात प्रभावित रहा.

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