देश – Lal Bahadur Shastri Jayanti 2024: जब शास्त्री जी ने दहेज में मांगा था सिर्फ एक चरखा…रोचक है उनका जीवन परिचय #INA

दो अक्टूबर 1904 उत्तर प्रदेश के मुगलसराय में जन्मे लाल बहादुर शास्त्री को आज देशभर में याद किया जा रहा है. लाल बहादुर शास्त्री भारत के दूसरे प्रधानमंत्री रहे हैं. वह अपने सरल स्वभाव के लिए जाने जाते हैं. देश के प्रति समर्पण और सद्भाव उनकी अलग पहचान थे.

शास्त्री जी ने भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन में सक्रिय भूमिका निभाई और देश का मजबूत नेतृत्व प्रदान किया, विशेषकर 1965 के भारत-पाक युद्ध के दौरान उनकी भूमिका को याद किया जाता है. जय जवान, जय किसान उनका ही दिया हुआ नारा है. हर साल 2 अक्टूबर को लाल बहादुर शास्त्री के जन्मदिवस के तौर मनाया जाता है. 

भारत के दूसरे PM लाल बहादुर शास्त्री का जीवन परिचय 

लाल बहादुर स्वामी भारत के दूसरे प्रधानमंत्री रह चुके हैं. उनकी पहचान अपनी सरल स्वभाव के लिए होती है. देश के प्रति समर्पण और सद्भाव के लिए उन्हें जाना जाता है. जय जवान, जय किसान उनका ही दिया हुआ नारा है.

हर साल 2 अक्टूबर को लाल बहादुर शास्त्री के जन्मदिवस के तौर मनाया जाता है. वे भारत के गृह मंत्री के रूप में काम कर चुके हैं. पर उनका बचपन काफी अलग था, आइए जानते हैं 10 Points में उनका पूरा जीवन.

लाल बहादुर शास्त्री जी का जीवन परिचय

  1. लाल बहादुर शास्त्री के पिता शरद प्रसाद श्रीवास्तव एक शिक्षक थे. उस वक्त वे मात्र डेढ़ साल के थे तो उनके पिता का निधन हो गया था. उनकी मां, रामदुलारी देवी, जो अभी बीस वर्ष की थीं, अपने तीन बच्चों के साथ अपने पिता के घर चली गईं.
  2. वाराणसी के काशी विद्या पीठ में उनका दाखिला हुआ. यहां से शास्त्री जी महान विद्वानों एवं देश के राष्ट्रवादियों के प्रभाव में आए. विद्या पीठ द्वारा उन्हें प्रदत्त स्नातक की डिग्री का नाम ‘शास्त्री’ था लेकिन लोगों के दिमाग में यह उनके नाम के एक भाग के रूप में बस गया.
  3. लाल बहादुर शास्त्री अपने शिक्षक निष्कामेश्वर प्रसाद मिश्र से प्रेरित थे. इसलिए वे स्वतंत्रता संग्राम में शामिल हो गये. शास्त्री जी जनवरी 1921 में बनारस में गांधी और पंडित मदन मोहन मालवीय द्वारा आयोजित एक सार्वजनिक सभा का हिस्सा बने.
  4. शास्त्री जी जब 10वीं में थे तो मात्र 3 महीने पहले अपनी पढ़ाई रोक स्वतंत्रता आंदोलन में शामिल हो गये. गांधी की शिक्षाओं का पालन करते हुए, उन्होंने लाला लाजपत राय की सर्वेंट्स ऑफ द पीपल सोसाइटी के सदस्य के रूप में हरिजनों के जीवन को बेहतर बनाने के लिए संघर्ष किया.
  5. 1927 में उनकी शादी ललिता देवी से हुई जो कि मिर्जापुर से थीं. दहेज के नाम पर उन्होंने एक चरखा एवं हाथ से बुने हुए कुछ मीटर कपड़े लिए. 1930 में महात्मा गांधी ने नमक कानून को तोड़ते हुए दांडी यात्रा की.
  6. आजादी के बाद 1946 में जब कांग्रेस सरकार का गठन हुआ तो उन्हें अपने गृह राज्य उत्तर प्रदेश का संसदीय सचिव नियुक्त किया गया और जल्द ही वे गृह मंत्री बन गए. 1951 में नई दिल्ली आ गए एवं केंद्रीय मंत्रिमंडल के कई विभागों का प्रभार संभाला जैसे रेल मंत्री, परिवहन एवं संचार मंत्री और वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री.
  7. इसी दौरान एक रेल दुर्घटना, जिसमें कई लोग मारे गए थे, के लिए स्वयं को जिम्मेदार मानते हुए उन्होंने रेल मंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया. देश एवं संसद ने उनके इस अभूतपूर्व पहल को काफी सराहा.
  8. सत्ता में रहते हुए ही 27 मई, 1964 को नेहरू का निधन हो गया. शास्त्री 9 जून को कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष के. कामराज के नेतृत्व में प्रधान मंत्री बने.
  9. 1965 के भारत-पाकिस्तान युद्ध को समाप्त होने के बाद ताशकंद में एक शांति समझौता हुआ. इसी के एक दिन बाद 11 जनवरी, 1966 को, लाल बहादुर शास्त्री का निधन हो गया.
  10. उन्हें राष्ट्रीय नायक के रूप में सम्मानित किया गया और उनके सम्मान में विजय घाट स्मारक बनाया गया. उन्हें मरणोपरांत भारत रत्न भी मिला.


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