देश – लेबनान के जिहाद में मदद करना मुस्लिमों का फर्ज, एकता के नाम पर क्या-क्या बोले खामेनेई – #INA

मिडिल-ईस्ट में जारी तनाव के बीच ईरान के सर्वोच्च नेता खामेनेई ने शुक्रवार को अपने उपदेश में लेबनान के लिए जिहाद करने को सभी मुसलमानों का फर्ज बताया। पांच साल के बाद शुक्रवार को उपदेश देने आए खामेनेई को सुनने के लिए भारी भीड़ तेहरान की मस्जिद में मौजूद थी। खामेनेई ने कहा कि हमास और लेबनान के हिजबुल्लाह के सामने इजरायल अब ज्यादा समय नहीं टिकेगा। हमारी सेना ने इजरायल के ऊपर जो हवाई हमले किए वह एकदम सही थे, वह हमारे द्वारा की गई एक सार्वजनिक सेवा थी। इजरायल जिस तरीके से फलस्तीन और लेबनान में नागरिकों का नरसंहार कर रहा है उसके हिसाब से हवाई हमलों की सजा बहुत छोटी थी।

हिजबुल्लाह के पूर्व प्रमुख नसरल्लाह को याद करते हुए खामेनेई ने कहा कि आज हमारे बीच हसन नसरल्लाह नहीं हैं लेकिन उनका जज्बा और उनका दिखाया रास्ता हमें हमेशा प्रेरित करता रहेगा। वह हमें यहूदी दुश्मन के खिलाफ अपना जिहाद का झंडा ऊंचा रखने के लिए प्रेरित करेगा। यह हमारी जिम्मेदारी है कि हम नसरल्लाह की मौत को बेकार ना जाने दें। उन्होंने घोषणा करते हुए कहा कि मैं सभी मुसलमानों से कहना चाहता हूं कि लेबनान के लोगों की मदद करने के लिए, लेबनान के लिए, अल अक्सा मस्जिद को बचाने के लिए जिहाद करना सभी मुसलमानों का फर्ज है।

हमास ने 7 अक्तूबर को जो किया सही किया- खामेनेई

ईरान के सर्वोच्च नेता खामेनेई ने पिछले साल 7 अक्तूबर को हमास के आतंकवादियों द्वारा इजरायल में घुसकर लोगों की हत्या करने के कदम को सही बताया। उन्होंने अपने समर्थन में आई भीड़ से कहा कि इजरायल, फिलिस्तीनियों की जमीन को कब्जा करके बनाया गया है। किसी भी अंतरराष्ट्रीय कानून को यह अधिकार नहीं है कि वह लेबनानी और फिलिस्तीनी नागरिकों को उस कब्जे के खिलाफ खड़े होने से रोक सके। अपने अधिकार को पाने के लिए फिलिस्तीनी लोगों ने जो भी किया वह एकदम सही किया। वह जमीन उनकी है और वह अपनी जमीन के लिए लड़ रहे हैं।

अमेरिका ने क्षेत्र के संसाधन हथियाने के लिए एक टूल (इजरायल) बनाया

खामेनेई ने इजरायल को अमेरिका का एक प्यादा बताते हुए कहा कि अमेरिका ने इस क्षेत्र के संसाधनों पर कब्जा करने के लिए फिलिस्तीनियों की जमीन पर कब्जा करके इजरायल को बनाया है। उन्होंने कहा कि इसमें कोई शक नहीं है कि यहूदी और अमेरिकी हमारे संसाधनों और हमें खत्म करने का सपना देख रहे हैं। लेकिन मैं बता देना चाहता हूं कि हम जल्दी ही इस यहूदी ईकाई को उखाड़ कर फेंक देंगे। इसमें कोई जड़ें नहीं हैं यह देश एक झूठ की नींव पर खड़ा हुआ है। यह आज तक केवल अमेरिकी मदद के कारण खड़ा हुआ है।

ईरान के सर्वोच्च नेता ने तेहरान की मस्जिद में पांच साल बाद कोई भाषण दिया है। इससे पहले का उपदेश 2020 में तब दिया था जब अमेरिका द्वारा मिसाइल हमले में कासिम सुलेमानी को मारे जाने के बाद ईरान ने अमेरिकी सैन्य अड्डे पर मिसाइल से हमला कर अपना बदला लिया था।

इजरायली हमले के खतरे के बीच ईरान के सर्वोच्च नेता खामेनेई का इस तरफ से सार्वजनिक रूप से उपदेश देना ईरानी सेना की सुरक्षा की तैयारियों को दर्शाता है। 27 अक्तूबर को अपने हवाई हमले में हिजबुल्लाह चीफ को मारने से पहले और बाद में भी इजरायली पीएम नेतन्याहू ने ईरान को धमकी देते हुए कहा था कि अगर उनके देश के ऊपर हमला किया गया तो मिडिल ईस्ट में ऐसी कोई भी जगह नहीं है जहां पर उनकी सेना के हाथ नहीं पहुंच सकते। हिजबुल्लाह पर हमले के जवाब में ईरान ने करीब 200 मिसाइलों के साथ इजरायल पर हमला किया था, जिसके बाद इजरायल की तरफ से कहा गया था कि इस हमले का पलटवार होगा, जगह और समय हम तय करेंगे।

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