देश- महाराष्ट्र में सीट बंटवारे को लेकर महाविकास अघाड़ी की मैराथन बैठक, नाना पटोले बोले- अभी और मीटिंग होंगी- #NA
महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले.
हरियाणा और जम्मू-कश्मीर के बाद अब महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव होने हैं. इसको लेकर राजनीतिक दलों की तैयारियां तेज हैं. महाविकास अघाड़ी में सीट बंटवारे को लेकर मंथन चल रहा है. बुधवार को गठबंधन की करीब 7 घंटे की मैराथन बैठक चली. हालांकि, इसके बाद अभी तक कुछ सीटों पर सहमति नहीं बन पाई है. महाविकास अघाड़ी में सीट बंटवारे पर गतिरोध बना हुआ है.
सूत्रों का कहना है, कांग्रेस और शिवसेना (उद्धव गुट) में विदर्भ, मुंबई पश्चिम और महाराष्ट्र की सीटों पर गतिरोध जारी है. बैठक से निकलने के बाद महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले ने कहा कि इस तरीके की बैठकें होती रहती हैं. आने वाले दिनों में और भी बैठकें होंगी. कुछ सीटों पर चर्चा अभी शुरू हुई है. आने वाले दिनों में महाविकास अघाड़ी की और बैठकें होंगी.
हरियाणा में कांग्रेस को झटका लगने के बाद इंडिया गठबंधन के सहयोगी दलों ने भी आंख दिखाना शुरू कर दिया है. शिवसेना (उद्धव ठाकरे) ने सीधे तौर पर हरियाणा में कांग्रेस के अकेले चुनाव लड़ने पर सवाल खड़े कर दिए हैं. संजय राउत ने कहा, अगर इंडिया गठबंधन मैदान में होता तो नतीजा कुछ और होता. पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें.
चुनाव से पहले एआईएमआईएम में घमासान
महाराष्ट्र में चुनाव से पहले एआईएमआईएम में भी घमासान मच गया है. पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष गफ्फार कादरी ने पूर्व सांसद इम्तियाज जलील पर उन्हें नजरअंदाज करने का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि पार्टी ने उन्हें किनारे कर दिया है. कादरी का एक वीडियो सामने आया है. इसमें वो ये कहते हुए सुने जा सकते हैं कि जब भी मैंने फोन किया जलील ने जवाब नहीं दिया. लोग कहते हैं कि अगर फोन देवेंद्र फडणवीस का हो तो वह एक रिंग में फोन उठा लेते हैं.
कादरी ने ओवैसी को पत्र लिखकर मांगा जवाब
हाल ही में एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने पांच उम्मीदवारों के नाम की घोषणा की थी. इस लिस्ट में कादरी का नाम नहीं था. कादरी ने अपने समर्थकों से कहा है कि उन्होंने ओवैसी को पत्र लिखा है. इसमें औरंगाबाद पूर्व विधानसभा सीट से अपनी उम्मीदवारी के बारे में जवाब मांगा है. इस सीट से उन्होंने पहले चुनाव लड़ा था. हालांकि, बीजेपी नेता अतुल सावे से हार गए थे.
Copyright Disclaimer :- Under Section 107 of the Copyright Act 1976, allowance is made for “fair use” for purposes such as criticism, comment, news reporting, teaching, scholarship, and research. Fair use is a use permitted by copyright statute that might otherwise be infringing., educational or personal use tips the balance in favor of fair use.
यह पोस्ट सबसे पहले टीवी नाइन हिंदी डॉट कॉम पर प्रकाशित हुआ , हमने टीवी नाइन हिंदी डॉट कॉम के सोंजन्य से आरएसएस फीड से इसको रिपब्लिश करा है, साथ में टीवी नाइन हिंदी डॉट कॉम का सोर्स लिंक दिया जा रहा है आप चाहें तो सोर्स लिंक से भी आर्टिकल पढ़ सकतें हैं
The post appeared first on टीवी नाइन हिंदी डॉट कॉम Source link