Most Difficult Courses: दुनिया के सबसे मु्श्किल कोर्स इसे पास कर लिया तो लाइफ सेट #INA
Most Difficult Course in Hindi: दुनिया भर में कई तरह की परीक्षाएं होती है. कुछ परीक्षाएं आसानी से निकाली जाती है, लेकिन कुछ परीक्षाएं इतनी मुश्किल होती है, उस परीक्षा को पास करना भी अपने आप में एक उपलब्धि है. इनमे से कुछ परीक्षाएं भारत की भी शामिल है. इन परीक्षाओं को पास करने के लिए बहुत ही मेहनत करनी होती है, तो चलिए जानते हैं दुनिया की सबसे मुश्किल परीक्षा के नाम.
ये रहे सबसे मुश्किल कोर्स
एयरोस्पेस इंजीनियरिंग (Aerospace Engineering): इसमें विमानों और अंतरिक्ष यानों के डिजाइन और विकास का अध्ययन किया जाता है.
न्यूरोसर्जरी (Neurosurgery): इसके सिलेबस में दिमाग और नर्वस सिस्टम की सर्जरी जैसे विषय पढ़ाए जाते हैं.
न्यूक्लियर इंजीनियरिंग (Nuclear Engineering): इंजीनियरिंग की इस ब्रांच में न्यूक्लियर एनर्जी और उसके विभिन्न प्रोसेस के बारे में पढ़ाया जाता है.
मैथमेटिक्स और स्टैटिस्टिक्स (Mathematics and Statistics): इसके सिलेबस में मैथ और स्टैटिस्टिक्स की थ्योरी और प्रैक्टिकल्स पर फोकस किया जाता है.
फिजिक्स और एस्ट्रोफिजिक्स (Physics and Astrophysics): इसमें भौतिकी और खगोल भौतिकी की थ्योरी और प्रैक्टिकल के बारे में पढ़ सकते हैं.
कंप्यूटर सिक्योरिटी (Computer Security): इसमें कंप्यूटर सिस्टम और नेटवर्क की सुरक्षा का अध्ययन किया जाता है.
कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग (Computer Science Engineering): इसमें कंप्यूटर सिस्टम और सॉफ्टवेयर की डिजाइनिंग और डेवलपमेंट पर फोकस किया जाता है.
इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग (Electrical Engineering): इसमें इलेक्ट्रिकल सिस्टम और डिवाइसेस की डिजाइनिंग और डेवलपमेंट के बारे में पढ़ाया जाता है.
मैकेनिकल इंजीनियरिंग (Mechanical Engineering): यह कोर्स करके मशीनों और मैकेनिकल सिस्टम की डिजाइनिंग के बारे में पढ़ सकते हैं.
सिविल इंजीनियरिंग (Civil Engineering): इसे इंजीनियरिंग की सबसे पुरानी ब्रांच बताया जाता है. इसमें बिल्डिंग और स्ट्रक्चर्स के डिजाइन और निर्माण की स्टडी की जाती है.
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और मशीन लर्निंग (Artificial Intelligence and Machine Learning): यह एआई और मशीन लर्निंग का विस्तृत कोर्स है.
बायोटेक्नोलॉजी (Biotechnology): इसमें लाइफ साइंस और टेक्नोलॉजी की थ्योरी और प्रैक्टिकल नॉलेज दी जाती है.
एनवायरमेंटल इंजीनियरिंग (Environmental Engineering): इसमें पर्यावरण संबंधी समस्याओं के समाधान के लिए इंजीनियरिंग टेक्नीक्स का अध्ययन किया जाता है.
बायोमेडिकल इंजीनियरिंग (Biomedical Engineering): इसमें चिकित्सा उपकरणों और तकनीकों की डिजाइनिंग के बारे में पढ़ाया जाता है.
केमिकल इंजीनियरिंग (Chemical Engineering): बीटेक की इस ब्रांच में रसायनों और प्रक्रियाओं के बारे में पढ़ सकते हैं.
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