देश- बिहार: ‘IAS बनना चाहती थी, पिता का सपना था’, आतंकी हमले में मारे गए फहीमून की बेटी ने रखी ये मांग- #NA

वैशाली: जम्मू कश्मीर टेरर अटैक में मारे गए फहीमून नासीर का शव गांव पहुंचा

जम्मू कश्मीर के आतंकी हमले मारे गए फहीमून नासीर की बेटी ने बिहार और केंद्र की सरकार से मार्मिक अपील की है. अपने पिता के लिए इंसाफ की मांग करते हुए कहा कि उसके पिता का सपना था कि वह पढ़ लिख कर उनका नाम रोशन करे. वह खुद चाहती थी कि आईएएस अफसर बने. लेकिन पिता की मौत के साथ उनका सपना भी टूट गया और उसके भी हौंसले पश्त हो रहे हैं. फहीमून नासीर की बेटी ने सरकार से अपनी पढ़ाई का खर्च वहन करने की मांग की. कहा कि सरकार मदद करते तो वह अपने पिता का सपना पूरा कर सकती है.

बता दें कि रविवार को हुए आतंकी हमले में 7 लोगों की मौत हो गई थी. जबकि कई अन्य मजदूर घायल हो गए थे. यह सभी लोग भारत सरकार के महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट सोनमर्ग टनल में काम कर रहे थे. इन मृतकों में वैशाली के अब्बाबकरपुर निवासी फहीमुन नासीर भी शामिल थे. मंगलवार को उनका पार्थिव शरीर उनके घर लाया गया. शव को देखते ही परिजनों में कोहराम मच गया. परिजन ही नहीं, गांव के लोग भी दरवाजे के बाहर रखे शव को देखकर फफक पड़े.इस दौरान मृतक फहीमून नासीर की बेटी जिकरा फहीम ने रोते हुए सरकार से इंसाफ की गुहार लगाई.

पढा़ई का खर्च उठाए सरकार

उसने चीख चीख कर पूछा कि उसके पिता की क्या गलती थी, जो उन्हें यह सजा मिली है. उसने कहा कि उसके पापा के साथ गलत हुआ है और इंसाफ मिलना चाहिए. जिकरा फहीम ने कहा कि वह IAS ऑफिसर बनना चाहती थी. उसके पिता का सपना था. अब भी वह चाहती है कि पिता के सपने को पूरा करे. इसके लिए उसने राज्य और केंद्र सरकार से अपनी पढ़ाई का पूरा खर्च वहन करने की मांग की.परिजनों के मुताबिक फहीमून नासीर छह साल से इस प्रोजेक्ट में काम कर रहे थे और अगले ही महीने 7 नवंबर को भतीजी की शादी में घर आने वाले थे.

राजद विधायक ने अर्पित की पुष्पांजलि

उन्होंने अपनी बेटी के लिए कश्मीर से बैग लेकर आने का वादा किया था. मृतक के बहनोई शकील अहमद काजमी ने कहा कि यह एक बड़ा हादसा है. फहीमून के जनाजे में गांव के बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए और उनके लिए जन्नत की दुआएं मांगी. पटना से शव घर ले जाते समय हाजीपुर के रामशीष चौक पर महुआ के राजद विधायक डॉ. मुकेश रोशन ने पार्थिव शरीर पर पुष्पांजलि अर्पित की. विधायक ने घटना पर दुख व्यक्त करते हुए पीड़ित परिवार के लिए 50 लाख रुपये मुआवजे और नौकरी की मांग की है.

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