देश- आंखों में आंसू, चेहरे पर शिकन…भावुक कर देगी हटिया से चुनाव लड़ने वाली ‘किन्नर’ नगमा की कहानी- #NA

नगमा रानी

झारखंड में विधानसभा चुनाव की रणभेरी बज गई है. झारखंड के 81 विधानसभा सीटों के लिए दो चरणों में मतदान होना है. 13 और 20 नवंबर को वोट डाले जाएंगे. 23 नवंबर को नतीजे घोषित किए जाएंगे. पहले और दूसरे चरण को लेकर प्रत्याशियों की नामांकन की प्रक्रिया भी शुरू हो गई. इसी बीच इस बार के विधानसभा चुनाव में एक ऐसे उम्मीदवार ने खड़े होने का साहस किया है, जो समाज की मुख्यधारा में अपनी जगह बनाने के लिए सालों से संघर्ष कर रहे हैं. इस उम्मीदवार का नाम नगमा रानी है. नगमा एक थर्ड जेंडर हैं.

नगमा का जन्म 15 अगस्त 1984 को बिहार की राजधानी पटना के फुलवारीशरीफ में हुआ था. आंखों में आंसू, चेहरे पर शिकन और अपने अतीत को याद करते हुए नगमा रानी ने कहा कि हम लोग 3 भाई और 2 बहन हैं. केवल किन्नर होने के कारण बचपन में साथ देने के बजाए परिवार ने किनारा कर लिया लेकिन नियति को कुछ और ही मंजूर था. संगीता नाग किन्नर नाम की महिला ने अनाथ हुई नगमा रानी को गोद ले लिया. नगमा की गुरु बनी संगीता नाग किन्नर ने पढ़ाया लिखाया.

हिस्ट्री ऑनर्स से किया है ग्रेजुएशन

नगमा रानी ने समाज के लोगों से बच बचा कर आर्ट्स संकाय से ग्रेजुएशन तक की पढ़ाई की. वह भी हिस्ट्री ऑनर्स से. किन्नर होने के कारण समाज से हमेशा दुत्कार मिला, लेकिन नगमा समाज की खुशियों में किसी के घर में बच्चों के जन्म की किलकारी पर तो किसी के घर में शादी विवाह के मौके पर नाच गा कर ढोल बजाकर उन्हें आशीर्वाद लुटती रही. बदले में मिलने वाले नेग (सगुन) के पैसों को भी किसी गरीब की बेटी की शादी में तो किसी गरीब के पढ़ाई पर खर्च कर दिया.

Nagma Rani

नगमा रानी

हटिया विधानसभा से भरा पर्चा

नगमा रानी ने बताया कि उसकी इच्छा थी कि पुलिस अधिकारी बनकर समाज में महिलाओं के प्रति गरीबों के प्रति होने वाले अत्याचार पर रोकथाम करे लेकिन नियति को कुछ और ही मंजूर था. किन्नर होने के कारण समाज से दुत्कारे जाने वाली नगमा रानी ने अब समाज को सुधारने की बेड़ा उठा ली है. नगमा रानी ने झारखंड के हटिया विधानसभा सीट से बतौर निर्दलीय प्रत्याशी अपना नामांकन दाखिल किया, और वह हटिया की जनता से अपना प्यार आशीर्वाद और समर्थन मांग रही है.

Nagma Rani.

नगमा रानी का क्या है उद्देश्य

नगमा रानी ने कहा कि मैं किन्नर हूं मैं तो हाथ फैला कर किसी से भी मांग लूंगी अपना पेट भर लूंगी लेकिन मेरा उद्देश्य विधानसभा क्षेत्र और झारखंड की जनता का पेट भरना है, उन्हें रोजगार देना है, लड़कियों को आत्म स्वालंबन बनाना है, भय मुक्त विधानसभा की जनता रह सके यह मेरा उद्देश्य है. चुनाव में जीत होती है या हार यह तो 23 नवंबर को पता चलेगा, लेकिन ट्रांसजेंडर उम्मीदवार नगमा रानी ने जो साहस दिखाया है. ऐसे में कह सकते हैं कि हजारों ट्रांसजेंडर जो समाज के द्वारा दुत्कारे जा रहे हैं. उन सबकी नजरों में यह एक बड़ी जीत है.

Copyright Disclaimer :- Under Section 107 of the Copyright Act 1976, allowance is made for “fair use” for purposes such as criticism, comment, news reporting, teaching, scholarship, and research. Fair use is a use permitted by copyright statute that might otherwise be infringing., educational or personal use tips the balance in favor of fair use.

यह पोस्ट सबसे पहले टीवी नाइन हिंदी डॉट कॉम पर प्रकाशित हुआ , हमने टीवी नाइन हिंदी डॉट कॉम के सोंजन्य से आरएसएस फीड से इसको रिपब्लिश करा है, साथ में टीवी नाइन हिंदी डॉट कॉम का सोर्स लिंक दिया जा रहा है आप चाहें तो सोर्स लिंक से भी आर्टिकल पढ़ सकतें हैं
The post appeared first on टीवी नाइन हिंदी डॉट कॉम Source link

Back to top button