देश – CJI Chandrachud Last Working Day: अपने पिता के ही दो फैसलों को पलटा, मनु सिंघवी ने पूछा- आपके यंग लुक का राज क्या है #INA

CJI Chandrachud Last Working Day: चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया डीवाई चंद्रचूड़ का आज आखिरी वर्किंग डे हैं. वैसे तो सीजेआई 10 नवंबर को रिटायर होंगे लेकिन नौ और 10 नवंबर को शनिवार और रविवार है, इसलिए शुक्रवार ही उनका लास्ट वर्किंग डे हैं. आठ नवंबर को सीजेआई चंद्रचूड़ की विदाई के लिए सेरेमोनियल बेंच बैठी. बेंच की लाइव स्ट्रीमिंग भी हुई. इसमें उनके साथ जस्टिस संजीव खन्ना, जस्टिस मनोज मिश्रा, जस्टिस जेबी पारदीवाला, वरिष्ठ वकील भी शामिल हुए. 

जस्टिस चंद्रचूड़ 13 मई 2016 को बतौर सिटिंग जज इलाहाबाद हाईकोर्ट से सुप्रीम कोर्ट में प्रमोट किए गए थे. सीजेआई अपने कार्यकाल में 1274 बेंचों का हिस्सा रहे. उन्होंने कुल 612 फैसले लिखे. सुप्रीम कोर्ट के मौजूदा जजों में सीजेआई चंद्रचूड़ ने सबसे अधिक फैसले किए हैं. आखिरी दिन भी उन्होंने 45 केसों की सुनवाई की.  

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सीजेआई चंद्रचूड़ के अहम फैसले

अपने दो साल के कार्यकाल में सीजेआई चंद्रचूड़ ने कई अहम फैसले किए, जिनमें राम जन्मभूमि मंदिर, सबरीमाला मंदिर विवाद, अनुच्छेद 370, वन रैंक-वन पेंशन, मदरसा केस, चुनावी बॉन्ड की वैधता और सीएए–एनआरसी जैसे फैसले शामिल हैं.  

CJI का आखिरी दिन, वकीलों के कमेंट…

अटॉर्नी जनरल एआर वेंकटरमणी ने कहा कि न्याय देने में आपने पूरी निष्पक्षता बरती. हमने कभी भी आपके सामने झिझक महसूस नहीं की. हमेशा हम इस बात से आश्वस्त रहे कि हमने आपके सामने अपनी पूरी बात रखी है. इस न्यायिक परिवार के प्रमुख के रूप में आपने हमेशा एक स्टैंड लिया है.  

एससीबीए अध्यक्ष कपिल सिब्बल ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के अपने 52 साल के कार्यकाल में मैने इतना धीरज वाला जज नहीं देखा है. देश के ऐसे समुदायों तक पहुंचे, जिनके बारे में पहले न कभी सुना गया न ही कभी देखा गया. वरिष्ठ अधिवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि आपने सुनवाई के दौरान हमें आईपैड का इस्तेमाल सिखाया. आपका युवा रूप में बूढ़ा महसूस कराता है. कम से कम इसका राज तो आप हमें बता दीजिए. 

अपने पिता के भी दो फैसले पलटे 

बता दें, सीजेआई चंद्रचूड़ के पिता यशवंत विष्णु चंदचूड़ भी भारत के मुख्य न्यायाधीश रह चुके हैं. देश के 16वें सीजेआई के रूप में वे 22 फरवरी 1978 से 11 जुलाई 1985 तक कार्यरत थे. पिता के रिटायरमेंट के 37 साल बाद सीजेआई चंद्रचूड़ उस पद पर बैठे. जस्टिस चंद्रचूड़ अपने पिता के दो फैसले भी पलट चुके हैं.

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