देश- कानपुर के मदरसे में मिला बच्चे का कंकाल, 4 साल पहले लगा था ताला; क्या भूख-प्यास से चली गई मासूम की जान?- #NA
उत्तर प्रदेश के कानपुर के पोखरपुर इलाके में उस समय हड़कंप मच गया. जब एक मदरसे के अंदर बच्चे का कंकाल बरामद हुआ. यह मदरसा कोविड के दौरान करीब चार साल पहले बंद हो गया था. मदरसे का ताला टूटने की सूचना पर जब जिम्मेदार लोग वहां पहुंचा तो कंकाल मिलने का खुलासा हुआ. हालांकि अभी तक यह पता नहीं चल पाया है कि इस बच्चे की हत्या हुई है या फिर यह मदरसे में बंद हो गया होगा और भूख प्यास से उसकी मौत हो गई.
जानकारी के मुताबिक बेकनगंज में रहने वाले शब्बीर अहमद का जाजमऊ के पोखरपुर में फार्म वाली गली में करीब 100 वर्ग गज का 2 मंजिला मकान है. इसमें शब्बीर के दामाद परवेज अख्तर 2015 में मदरसा चलाते थे. उस वक्त यहां 70 से ज्यादा बच्चे पढ़ते थे. परवेज अख्तर नई सड़क पर रहते हैं. इस मदरसे का नाम कदरिया उलूम था.
चार साल पहले बंद हुआ था मदरसा
वहीं आस-पास रहने वाले लोगों ने बताया कि करीब 4 साल पहले कोविड के दौरान यह मदरसा बंद कर दिया गया था. वहीं 2 साल पहले मदरसा संचालक परवेज अख्तर की कैंसर से मौत हो गई. उनके बेटे एमजे ने बताया कि एक रिश्तेदार ने मदरसे का ताला टूटने की सूचना दी. जब हम वहां पहुंचे तो अंदर कंकाल दिखा. जिसकी सूचना तुरंत पुलिस को दी गई.
चौंकाने वाला हुआ खुलासा
इस पूरे मामले में एक चौंकाने वाला मामला भी सामने आया है. मदरसा के ब्लैक बोर्ड में 20/05/2023 की तारीख पड़ी है. जिसके बाद ये सवाल उठ रहा है कि आखिर मदरसा बंद होने के बाद यहां कौन पढ़ता रहा. क्या कोई बंद मदरसे में भी आता जाता रहा. मदरसे में क्लास रूम के पीछे एक किचन बना है. इसके सामने छोटा सा कमरा है जिसमे बच्चे का कंकाल मिला है. इस छोटे कमरे पर खिड़की भी लगी है. इसके अलावा मदरसे में पीछे खुले मैदान की ओर एक दरवाजा भी है.
पड़ोसियों का कहना था कि सामने जंगल होने की वजह से मरे जानवरों की दुर्गंध अक्सर आती थी. इसलिए शव की दुर्गंध का पता नहीं चला. पुलिस ने कंकाल को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और फॉरेंसिक टीम ने भी सबूत जुटा लिए हैं. हालांकि कंकाल लड़की का है या लड़के इस बारे में जानकारी नहीं हो सकी है. पुलिस का कहना है कि जांच के बाद साफ हो जाएगा.
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