CG- कौन हैं बलौदा बाजार कलेक्टर जिनके कार्यालय में हुई तोड़फोड़ और आगजनी | chhattisgarh balodabazar collector kumar lal chauhan office set on fire protesters satnami samaj- #INA

बलौदाबाजार कलेक्टर कुमार लाल चौहान

छत्तीसगढ़ के बलौदा बाजार में सोमवार 10 को बड़ा बवाल हुआ. यहां बड़ी संख्या में सतनामी समाज के लोग पहुंचे और इन लोगों ने कलेक्टर का घेराव किया और जमकर विरोध प्रदर्शन किया. दशहरा मैदान में एक जुट होकर विरोध कर रहे लोगों का प्रदर्शन देखते ही देकते उग्र हो गया. इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने कलेक्टर ऑफिस में आग लगा दी. इसके साथ ही कलेक्टर परिसर में खड़े कई वाहनों को आग के हवाले कर दिया. मौके पर अफरा -तफरी की माहौल बन गया. पूरा कलेक्ट्रेट आग की चपेट में आ गया.

बीते दिनों धार्मिक प्रतीक अमर गुफा में तोड़फोड़ और जैतखाम को तोड़ने के विरोध में सतनामी समाज के लोग यह प्रदर्शन कर रहे थे जिसमें करीब 10 हजार से ज्यादा लोग शामिल थे. स दौ.रान प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच झड़प भी हुई है जिसमें कई लोगों को गंभीर चोंटें आई. यहां जमकर पथराव भी हुआ. जिसके बाद किसी तरह मौके पर मौजूद पुलिसकर्मी अपनी जान बचाकर भागे.

कौन हैं बलौदा बाजार कलेक्टर

बलौदा बाजार कलेक्टर की बात करें तो उनका नाम कुमार लाल चौहान है. वह जिले में 10 वे कलेक्टर के रूप में नियुक्त हुए थे. मार्च में उन्होंने अपना पदभार संभाला था. इसक पहले वह कांकेर और सारंगढ़ बिलाईगढ़ के कलेक्टर रह चुके थे. वहीं कलेक्टर कुमार लाल चौहान जांजगीर चांपा और कबीरधाम जिला पंचायत सीईओ का कामकाज भी सभांल चुके है. इसके अलावा वह 2009 से 2011 के बीच बलौदा बाजार में अपर कलेक्टर के रूप में कार्य कर चुके हैं. कुमार लाल चौहान 2009 बैच के आईएएस हैं.

ये भी पढ़ें

क्यों नाराज है सतनामी समाज

दरअसल बलौदा बाजार के गिरौदपुरी के महकोनी गांव में संत अमरदास तपोभूमि को इस सतनामी समाज के लोग काफी पूजते हैं. कुछ दिन पहले ही यहां बदमाशों ने हमला किया था. इस दौरान बदमाशों ने सतनामी समाज के पवित्र प्रतीक जैतखाम को काट दिया था. जैतखाम सतनामी पंथ के ध्वज का नाम है. जैतखाम इस संप्रदाय का प्रतीक माना जाता है. समुदाय का सबसे बड़ा जैतखाम छत्तीसगढ़ के गिरौधपुरी में है. इसी के चलते ये समाज के लोग प्रदर्शन कर रहे थे.

.

.

Copyright Disclaimer :- Under Section 107 of the Copyright Act 1976, allowance is made for “fair use” for purposes such as criticism, comment, news reporting, teaching, scholarship, and research. Fair use is a use permitted by copyright statute that might otherwise be infringing., educational or personal use tips the balance in favor of fair use.

यह पोस्ट सबसे पहले टीवी नाइन हिंदी डॉट कॉम पर प्रकाशित हुआ , हमने टीवी नाइन हिंदी डॉट कॉम के सोंजन्य से आरएसएस फीड से इसको रिपब्लिश करा है, साथ में टीवी नाइन हिंदी डॉट कॉम का सोर्स लिंक दिया जा रहा है आप चाहें तो सोर्स लिंक से भी आर्टिकल पढ़ सकतें हैं
The post appeared first on टीवी नाइन हिंदी डॉट कॉम Source link

Back to top button