सीजी- Sukma: लंबे समय से सक्रिय एक नक्सली ने पुलिस के समक्ष किया आत्मसमर्पण, कई घटनाओं में रहा शामिल – INA

सुकमा जिले में लगातार नक्सलियों के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान के तहत एक बार फिर से पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है जहां जिले में सक्रिय 01 नक्सली के द्वारा छत्तीसगढ़ शासन की ”छत्तीसगढ़ नक्सलवाद उन्मूलन एवं पुनर्वास नीति’’ एवं ‘‘ नियद नेल्ला नार’’ योजना से प्रभावित होकर तथा अंदरूनी क्षेत्रों में लगातार नवीन सुरक्षा कैम्प स्थापित कर पुलिस के बढ़ते प्रभाव से आत्मसमर्पण किया गया है। मिली जानकारी के अनुसार नक्सली को आत्मसमर्पण हेतु प्रोत्साहित कराने में 223 वाहिनी सीआरपीएफ के आसूचना शाखा का विशेष प्रयास रहा है।

मामले की पुष्टि करते हुए सुकमा एसपी किरण चौहान ने बताया कि जिला सुकमा में वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशन में चलाया जा रहे छत्तीसगढ़ शासन की ‘‘छत्तीसगढ़ नक्सलवाद उन्मूलन एवं पुनर्वास नीति’’ एवं ‘‘नियद नेल्ला नार’’ योजना से प्रभावित होकर तथा अति संवेदनशील अंदरूनी क्षेत्रों में लगातार कैम्प स्थापित होने से पुलिस के बढ़ते प्रभाव व नक्सलियों के अमानवीय, आधारहीन विचारधारा एवं उनके शोषण, अत्याचार तथा बाहरी नक्सलियों के द्वारा भेदभाव करने तथा स्थानीय आदिवासियों पर होने वाले हिंसा से तंग आकर समाज की मुख्यधारा में जुड़ने की उद्देष्य से नक्सली संगठन में सक्रिय 01 वाडम सम्मू उर्फ समैया पिता लक्ष्मैया उम्र लगभग 19 वर्ष जाति कुर्मी निवासी पेदाबोड़केल थाना चिंतलनार जिला सुकमा के द्वारा पुलिस अधीक्षक कार्यालय सुकमा में बिना हथियार के आत्मसमर्पण किया।

 उक्त नक्सली को आत्मसमर्पण हेतु प्रोत्साहित कराने में 223 वाहिनी सीआरपीएफ आसूचना शाखा की विशेष प्रयास रही है उपरोक्त सदस्य प्रतिबंधित नक्सल संगठन में जुड़कर विभिन्न नक्सली गतिविधियों जैसे पुलिस गस्त पार्टी की रेकी कर हमला करना, पुलिस पार्टी के आने-जाने वाले मार्गों पर स्पाईक/बम लगाना, मुख्य मार्गों को खोदकर मार्ग अवरूद्ध करना, शासन-प्रशासन के विरूद्ध बेनर, नक्सली पर्चा-पाम्पलेट लगाने एवं अन्य घटनाओं में शामिल रहा है। उक्त आत्मसमर्पित नक्सली को ‘‘छत्तीसगढ़ नक्सलवाद उन्मूलन एवं पुनर्वास नीति’’ के तहत सहायता राशि व अन्य सुविधायें प्रदाय कराये जायेंगे।


Credit By Amar Ujala

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