Noida – ZOO में नाइट सफारी करेंगे सैलानी, जानिए क्या रहेगा खास – #INA
Noida News :
एनसीआर का पहला नेचुरल ट्रेल ऑफ आर्टिफिशियल जू थीम पार्क नोएडा के महामाया फ्लाईओवर के पास बनने जा रहा है। जिसका निर्माण जेड टेक इंडिया प्राइवेट लिमिटेड करेगी। इसकी डीपीआर और डिजाइन फाइनल हो गई है। जू थीम पार्क में लगने वाली आकृतियों का काम संबंधित एजेंसी ने शुरू करा दिया है। आचार संहिता हटने के बाद प्रोजेक्ट को तेज गति दी जाएगी। निर्माण पर करीब 15 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे। नोएडा प्राधिकरण की देखरेख में पार्क का निर्माण होगा। अधिकारियों का दावा है कि वेस्ट टू वंडर भी दिल्ली-एनसीआर का सबसे खास पार्क होगा, जो पीपीपी मॉडल के तहत बनाया जाएगा।
करीब 25 एकड़ में बनाया जाएगा पार्क
यह एजेंसी पहले दिल्ली में भारत दर्शन पार्क और वर्ल्ड ऑफ सेवन वंडर्स पार्क बना चुकी है। पार्क को मास्टर प्लान-2031 में रिक्रियेशनल ग्रीन के तहत 25 एकड़ में बनाया जाएगा। यह चिड़ियाघर की थीम पर बनाया जाएगा। इसमें कबाड़ से कलाकृति बनाई जाएंगी। इसमें डायनासोर, गैंडा, मगरमच्छ, चिड़िया आदि की कलाकृति बनाई जाएंगी। इन अलावा बनारस के घाट, अयोध्या के घाट समेत अन्य चीजों को यहां आकृतियों के जरिए दर्शाया जाएगा। करीब 500 टन कबाड़ से अलग-अलग स्कल्पचर तैयार किए जाएंगे। जिसमें लोहे को प्लांट में री-साइकिल किया जाएगा। इसके बाद लोहे से पार्क में स्कल्पचर बनाए जाएंगे। इसके अलावा प्लास्टिक वेस्ट का प्रयोग भी किया जाएगा।
शरीर में मूवमेंट और आवाज
पार्क को 4डी कॉन्सेप्ट पर बनाया जा रहा है। इस तकनीक का प्रयोग यहां बनाए जाने वाले जंगली जानवरों में किया जाएगा। जो बने तो नकली होंगे, लेकिन उनकी प्रतिक्रिया असली से कम नहीं होगी। असली जानवरों की तरह ही उनके शरीर में मूवमेंट और आवाज भी होगी। साथ ही उनकी पूरी जानकारी के लिए गाइड रखे जाएंगे। इसके लिए एक खुली जीप और एक बस की व्यवस्था की जाएगी। भविष्य में पार्क में नाइट सफारी की भी व्यवस्था की जाएगी। प्राधिकरण का दावा है कि ये पार्क अपने आप में अनोखा होगा, इस पार्क के निर्माण से नोएडा नया कीर्तिमान हासिल कर सकता है।
प्राधिकरण का नहीं होगा कोई पैसा खर्च
नोएडा अधिकारियों का कहना है कि दिल्ली के कालिंदी कुंज के पास यह पार्क बनने जा रहा है। यह पार्क नोएडा-दिल्ली बॉर्डर पर बनेगा। यहां आसानी मेट्रो के जरिए भी पहुंचा जा सकेगा। सामने ही ओखला पक्षी विहार मेट्रो स्टेशन है। पार्क को तैयारी करने वाली कंपनी ही संचालन और मेंटेनेंस का काम देखेगी। इसके लिए नोएडा प्राधिकरण को कोई पैसा खर्च नहीं करना पड़ेगा। साथ ही जो संस्था पार्क का निर्माण करेगी, उसे ही 20 साल तक इसकी मेंटेनेंस और देखभाल करनी होगी।
Copyright Disclaimer Under Section 107 of the Copyright Act 1976, allowance is made for “fair use” for purposes such as criticism, comment, news reporting, teaching, scholarship, and research. Fair use is a use permitted by copyright statute that might otherwise be infringing. Non-profit, educational or personal use tips the balance in favor of fair use.
सौजन्य से ट्रिक सिटी टुडे डॉट कॉम
Source link