दिल्ली – Delhi : साइबर अपराध के हॉटस्पॉट बने सात राज्यों में दबिश… युवती समेत19 गिरफ्तार, छह गिरोहों का पर्दाफाश – #INA
दक्षिण-पश्चिमी जिले की साइबर थाना पुलिस ने देश भर में साइबर अपराध के लिए हॉट स्पॉट बनीं जगहों पर छापामारी अभियान शुरू किया है। पुलिस ने सात राज्यों में दबिश देकर युवती समेत 19 साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने जामताड़ा और गिरिडीह (झारखंड), मेवात (राजस्थान), पश्चिम बंगाल, राजगढ़ और सिफोर (एमपी), समस्तीपुर (बिहार), परतापगढ़ (यूपी), मुंबई (महाराष्ट्र) अजमेर (राजस्थान) में दबिश देकर ठगी के छह अलग-अलग गिरोहों का पर्दाफाश किया है।
दक्षिण-पश्चिम जिला पुलिस उपायुक्त रोहित मीणा ने बताया कि आरोपियों के खिलाफ करीब 148 एनसीआरपी शिकायतें अब तक मिल चुकी है। इस ऑपरेशन में 42 मोबाइल फोन, 21 सिम कार्ड, 6 एटीएम कार्ड और 2 फर्जी आधार कार्ड बरामद किए गए। इन मामलों में कथित बैंक खातों में करीब 6.93 करोड़ रुपये लेनदेन और जमा पाए गए। जालसाजों के कथित खातों से 35 लाख रुपये से अधिक जब्त किए गए। देश भर में और राष्ट्रीय राजधानी में साइबर अपराध की शिकायतें/मामले काफी बढ़े हैं। दक्षिण पश्चिम जिले में भी शिकायतों की संख्या में वृद्धि हो रही है। इसके चलते साइबर अपराध के हॉटस्पॉट पर छापामारी की जा रही है।
एक सप्ताह में सात राज्यों में दबिश: साइबर थाना पुलिस नक एक सप्ताह के भीतर 7 राज्यों के साइबर अपराध हॉटस्पॉट और अन्य शहरों में ऑपरेशन किया। इनमें झारखंड-करमाटार जिला जामताड़ा और जिला गिरिडीह, बिहार का समस्तीपुर, मध्यप्रदेश के राजगढ़, सेफोर और ब्यावरा, यूपी के प्रतापगढ़, मुंबई, अजमेर राजस्थान व पश्चिमी बंगाल शामिल है।
मामले में तीसरी गिरफ्तारी : इस मामले में यह तीसरी गिरफ़्तारी है। इससे पहले बैंगलोर,निवासी मोहम्मद अली(25 ) पुत्र महमद अकबर और दीपू पी पुत्र पुट्टा स्वामी को आठ अगस्त को गिरफ़्तार किया था। आरोपियों ने पीडि़त को वाट्सएप पर आमंत्रण लिंक के माध्यम से वाट्सएप ग्रुप में शामिल हुई थी। उन्होंने पीडि़त को एक संस्थागत खाता खोलने के लिए प्रेरित किया और प्रतिदिन दो शेयर लाने और अगले दिन लाभ कमाने के लिए बेचने की घोषणा की। उसके बाद शिकायतकर्ता ने उनके साथ अपना संस्थागत खाता खोला और उनकी रकम का निवेश करना शुरू कर दिया। उसने उनके बताए अनुसार प्ले स्टोर से पीओ सिक्योरिटीज एप्लीकेशन भी डाउनलोड किया। इसे सच मानकर शिकायतकर्ता ने उनके द्वारा बताए गए खातों में तीन ट्रांजेक्शन में अपने यूको बैंक खाते से 18 लाख रुपये का निवेश कर दिया।
गिरफ्तार आरोपी
मध्यप्रदेश से कांता प्रसाद कारपेंटर पुत्र लक्ष्मी नारायण, सचिन पाठक पुत्र हरिदास, संजय कुंभकार पुत्र शिवलाल, मुकेश दांगी पुत्र कैलाश, राजस्थान से साहिल पुत्र हुसैन खां, वारिस पुत्र फजरू, रामजी लाल पुत्र स्व. किशन, तेजपाल पुत्र स्व. जतन लाल, राकेश जाट पुत्र स्व. भंवर लाल, .बिहार से संतोष कुमार पुत्र राम शोभित रॉय, झारखंड से अरुण कुमार मंडल पुत्र थमी मंडल, नारायण कुमार मंडल पुत्र चुरामन, राजेश कुमार मंडल पुत्र खुबलाल मंडल, आनंद मंडल पुत्र जयराम मंडल, कुन्दन कुमार दास उर्फ आर्यन पुत्र मनोहर दास, यूपी के ज्वालागंज घोशियाना फ़तेहपुर, उत्तर प्रदेश निवासी देवा पुत्र सुरेश, बसंत विहार, गौतम पुर, कानपुर नगर, उत्तर प्रदेश निवासी ख़ुशी सैनी पुत्री राजू सैनी शामिल हैं। कर्नाटक से मोहम्मद अली पुत्र मोहम्मद अकबर शामिल हैं। पुलिस इनसे पूछताछ कर मामले की छानबीन कर रही है।
यह है मुख्य मामला
साइबर थाने में तैनात एसआई लव देशवाल की टीम ने ग्रांट ईस्ट रोड, मुंबई निवासी चेतन नायडू पुत्र वेंकटेश नायडू को गिरफ्तार किया है। आरोपी व्यक्ति धोखाधड़ी वाले धन के लिए बैंक खातों को संभालता/संचालित करता था। वह भारत भर में और विदेशों से धोखेबाजों के बीच बिचौलिए की भूमिका निभाई। साथ ही वह अन्य धोखेबाजों के साथ मिलकर फर्जी आईडी पर बनाए गए टेलीग्राम और व्हाट्सएप खातों को संचालित करता है। एक पीडि़त से शेयर बाजार में ऑनलाइन निवेश में अच्छे रिटर्न का झांसा देकर 18 लाख रुपये ठग लिए थे। देश भर के विभिन्न राज्यों से 40 एनसीआरपी शिकायतें एमएचए पोर्टल पर इस तरह की मिलीं। एसआई लव देशवाल को आरोपियों के खाते में 3.27 करोड़ रुपए की रकम का पता चला। इस रकम को ट्रांसफर करने के लिए क्रिप्टो करेंसी का इस्तेमाल किया गया था।