Noida – गौतमबुद्ध नगर समेत पूरे उत्तर प्रदेश को नाज – #INA

Greater Noida News :
सुहास एल यथिराज ने पैरालिंपिक 2024 में भारत को 13वां मेडल दिलाकर देश का मान बढ़ाया है। उत्तर प्रदेश सरकार के खेल सचिव और गौतमबुद्ध नगर के जिलाधिकारी के रूप में कार्य कर चुके सुहास एलवाई ने पेरिस पैरालंपिक में शानदार प्रदर्शन करते हुए बैडमिंटन के पुरुष सिंगल्स फाइनल में सिल्वर मेडल जीता। वह वर्तमान में लखनऊ में पदस्थ हैं और अपने प्रशासनिक कार्यों के साथ-साथ खेल जगत में भी बेहतरीन प्रदर्शन कर रहे हैं। 


देश का गौरव बढ़ाया

सुहास एलवाई को दुनिया के नंबर एक पैरा-बैडमिंटन खिलाड़ी के रूप में जाना जाता है, और उन्होंने अपने खेल के माध्यम से देश का गौरव बढ़ाया है। उनकी इस उपलब्धि ने यह साबित किया है कि वह न केवल एक कुशल और समर्पित आईएएस अधिकारी हैं, बल्कि खेल के क्षेत्र में भी एक प्रेरणादायक व्यक्तित्व हैं। उनका जीवन हर उस व्यक्ति के लिए प्रेरणा है, जो अपने सपनों को साकार करने के लिए कड़ी मेहनत करता है, चाहे परिस्थितियाँ कितनी भी कठिन क्यों न हों।

2007 बैच के आईएएस अधिकारी

सुहास एलवाई एक भारतीय प्रशासनिक सेवा अधिकारी हैं, जिनका पूरा नाम सुहास लालिनाकेरे यतिराज (Suhas Lalinakere Yathiraj) है। वह उत्तर प्रदेश कैडर के 2007 बैच के आईएएस अधिकारी हैं और अपनी प्रशासनिक सेवा के साथ-साथ पैरा-बैडमिंटन के क्षेत्र में भी असाधारण उपलब्धियां हासिल की हैं।

प्रारंभिक जीवन और शिक्षा

सुहास एलवाई का जन्म 2 जुलाई 1983 को हुआ था। वह एक जन्मजात दिव्यांगता (पैरों में विकार) के साथ पैदा हुए थे, लेकिन उन्होंने इसे कभी अपनी कमजोरी नहीं बनने दिया। उन्होंने कंप्यूटर इंजीनियरिंग में स्नातक की डिग्री हासिल की है।

सुहास का शानदार प्रशासनिक करियर

सुहास एलवाई ने विभिन्न पदों पर अपनी सेवाएं दी हैं। उन्होंने उत्तर प्रदेश के कई जिलों में जिला मजिस्ट्रेट के रूप में कार्य किया है, जिनमें प्रयागराज, जौनपुर, गौतम बुद्ध नगर (नोएडा), और आजमगढ़ शामिल हैं। नोएडा में डीएम के रूप में उनके कार्यकाल के दौरान, उन्होंने COVID-19 महामारी के दौरान महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और अपने प्रशासनिक कौशल के लिए व्यापक प्रशंसा प्राप्त की।

पेशेवर खिलाड़ी के रूप में उपलब्धियां

सुहास एलवाई एक पेशेवर पैरा-बैडमिंटन खिलाड़ी भी हैं। उन्होंने कई राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में भारत का प्रतिनिधित्व किया है। 2021 में उन्होंने टोक्यो पैरालंपिक में सिल्वर मेडल जीता, जो उनकी सबसे बड़ी उपलब्धि मानी जाती है। वह दुनिया के शीर्ष पैरा-बैडमिंटन खिलाड़ियों में से एक हैं और उन्होंने कई विश्व चैंपियनशिप में भी पदक जीते हैं।

सम्मान और पुरस्कार

सुहास एलवाई को उनकी प्रशासनिक और खेल उपलब्धियों के लिए कई पुरस्कारों से सम्मानित किया गया है। उनके समर्पण, कड़ी मेहनत और सेवा के प्रति निष्ठा ने उन्हें समाज में एक प्रेरणा स्रोत बना दिया है। उनके जीवन ने यह साबित किया है कि किसी भी प्रकार की शारीरिक बाधा इंसान की सफलता की राह में रुकावट नहीं बन सकती। सुहास एलवाई न केवल एक सफल आईएएस अधिकारी हैं बल्कि एक प्रेरणादायक खिलाड़ी भी हैं, जिन्होंने अपने जीवन में कई चुनौतियों का सामना करते हुए भी असाधारण सफलता हासिल की है। उनका जीवन उन सभी के लिए प्रेरणा है जो विपरीत परिस्थितियों का सामना कर रहे हैं।

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सौजन्य से ट्रिक सिटी टुडे डॉट कॉम

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