Noida – 1600 करोड़ रुपये में बुनियादी ढांचा होगा मजबूत, 2027 के बाद बिजली नहीं होगी गुल – #INA
Noida News :
गौतमबुद्ध नगर में बिजली के बुनियादी ढांचे को बेहतर और मजबूत बनाया जाएगा। बताया जा रहा है कि इसके लिए करीब 1600 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। ये पैसा तीन साल में धीरे-धीरे खर्च किया जाएगा। पैसों से होने वाले बिजली कार्यों पर वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा विशेष नजर भी रखी जाएगी। वहीं, कंट्रोल रूम के जरिए आपूर्ति व्यवस्था की ऑनलाइन निगरानी भी की जाएगी। इससे जिले के किसी भी क्षेत्र में आपूर्ति बाधित होते ही बिजली निगम को पता चल जाएगा।
बिजली की मांग को देखते हुए लिया फैसला
बताया जा रहा है कि जिले के जर्जर और कमजोर बिजली ढांचे को मजबूत करने के लिए वर्ष 2027 तक 1600 रुपये खर्च किए जाएंगे। इसमें अगले पांच साल में बिजली की मांग को देखते हुए व्यवस्था को मजबूत किया जाएगा। फिलहाल बिजली की मांग करीब 1800 मेगावाट आ रही है।बिजली की मांग को देखते हुए बिजली निगम 3000 मेगावाट का भार सहने वाला बिजली का बुनियादी ढांचा तैयार करेगा। बिजली लाइनों की क्षमता बढ़ने के साथ ही लाइनों को भूमिगत किया जाएगा। बिजली सबस्टेशनों की क्षमता बढ़ने के साथ ही सबस्टेशनों की संख्या भी बढ़ाई जाएगी।
ट्रांसफार्मरों की संख्या बढ़ेगी
वहीं, ट्रांसफार्मरों की क्षमता बढ़ाने के साथ ही ट्रांसफार्मरों की संख्या भी बढ़ाई जाएगी। सभी बिजली लाइनों, खंभों, ट्रांसफार्मरों, सब-स्टेशनों आदि की जीपीएस मैपिंग की जाएगी। उपभोक्ताओं के लिए स्मार्ट मीटर और स्मार्ट प्री-पेड मीटर भी लगाए जाएंगे। उपभोक्ताओं के ऑनलाइन बिल उनके मोबाइल नंबर और ई-मेल पर पहुंचेंगे। हर महीने की पहली तारीख को उपभोक्ताओं के बिल तैयार हो जाएंगे।
यहां बनेगा कंट्रोल रूम
सेक्टर-58 डीआर सेंटर में एक कंट्रोल रूम भी बनाया जाएगा, जहां से पूरे जिले की आपूर्ति व्यवस्था पर नजर रखी जा सकेगी। साथ ही बिजली इंजीनियरों के कंप्यूटर सिस्टम में एक सॉफ्टवेयर भी डाउनलोड किया जाएगा, जिससे क्षेत्रीय इंजीनियर भी अपने क्षेत्र की आपूर्ति व्यवस्था पर नजर रख सकेंगे।
Copyright Disclaimer Under Section 107 of the Copyright Act 1976, allowance is made for “fair use” for purposes such as criticism, comment, news reporting, teaching, scholarship, and research. Fair use is a use permitted by copyright statute that might otherwise be infringing. Non-profit, educational or personal use tips the balance in favor of fair use.
सौजन्य से ट्रिक सिटी टुडे डॉट कॉम
Source link