देश – माता-पिता प्लेन हाईजैक का हुए थे शिकार, अब बेटी बनी पायलट; ले रहीं ये खास ट्रेनिंग- #INA

मां इप्सिता और पिता बिपिन मेनन के साथ शिवांगी मेनन.

24 दिसंबर 1999… भारत के इतिहास का ऐसा काला दिन, जिसे कोई याद नहीं करना चाहता. भारतीय विमान को काठमांडू से हाईजैक करके अफगानिस्तान के कंधार ले जाया गया था. इंडियन एयरलाइंस की फ्लाइट IC-814 को दिल्ली लैंड होना था. हाईजैक की गई प्लेन में 26 नवविवाहित जोड़े थे, जिसमें से एक थे मेनन कपल. सीरीज आने के बाद एक बार फिर उनकी यादें ताजा हो गईं.

इनकी कहानी को नेशनल ज्योग्राफी ने भी दिखाई थी. अब उनकी बेटी शिवांगी मेनन पायलट बन भारत पर आने वाली ऐसी किसी मुसीबत का जमकर सामना करने के लिए तैयार हैं. टीवी9 डिजिटल की टीम ने बात की शिवांगी मेनन से, जिन्होंने बताया कि उन्हें कैसा लगा था, जब पहली बार उन्हें अपने माता-पिता की कहानी के बारे में पता चला.

शिवांगी बोलीं, ‘I WAS SHOCKED

उस वक्त दिल्ली की रहने वाले 24 वर्षीय इप्सिता और 28 वर्षीय बिपिन मेनन की नई-नई शादी हुई थी. दोनों काठमांडू से हनीमून मनाकर लौट रहे थे. हनीमून की यादें फोटोज में संजोकर दोनों प्लेन का इंतजार कर रहे थे. सामने एक सज्जन बैठे थे, उनसे समय पूछा. सज्जन ने समय भी बताया. बाद में वो आतंकी निकला, जिसे सब बर्गर नाम से जानते हैं.

Kandahar Hijack Story News

शिवांगी ने हमसे बातचीत में बताया कि वो महज पांच साल की थीं, जब उन्होंने अपने माता-पिता को उस हाईजैक के बारे में बात करते सुना था, तब उन्हें कुछ समझ नहीं आया, लेकिन जब वो बड़ी हुईं तो उन्होंने डॉक्यूमेंट्री देखी. डॉक्यूमेंट्री देखने के बाद वह बहुत हैरान थीं. शिवांगी ने कहा कि मेरे मुंह से निकला ‘OH MY GOD’. मैं सोच भी नहीं सकती थी, कि दो सामान्य से दिखने वाले लोग इतना सब कुछ सहन कर चुके हैं.

शिवांगी ने कहा कि मैं हैरान थी कि मेरे माता-पिता इतना सह चुके हैं, इतनी खतरनाक चीज का सामना कर चुके हैं, तभी मैंने सोच लिया था कि मुझे एविएशन में जाना है. मेरे माता-पिता की जर्नी ने मुझे इस इंडस्ट्री में आने के लिए प्रेरित किया. मैंने सोचा कि मुझे अपने देश के लिए कुछ करना है.

कैप्टन देवी शरण को इंस्पिरेशन मानती हैं शिवांगी

शिवांगी ने बताया कि उस समय विमान में रहे कैप्टन देवीशरण से वो इंस्पायर हैं. उन्होंने बहुत अच्छी तरह से इस पूरे मुद्दे को सुलझाया था. कैप्टन पर पूरे क्रू और पैसेंजर की जिम्मेदारी होती है. उन्होंने बड़ी हिम्मत से उसे निभाया. तब से उन्होंने सोचा कि उन्हें अपने देश के लिए कुछ करना है.

Kandahar Hijack Story

शिवांगी ने बताया कि 12वीं में ही उन्होंने मन बना लिया था. इंदिरा गांधी राष्ट्रीय उड़ान एकेडमी से हाइजैक से लेकर तमाम ऐसी मुश्किलों का सामना करने के लिए ट्रेनिंग ली. अब वो एयर इंडिया एक्सप्रेस में पायलट हैं. उन्होंने कहा कि 25 साल पहले हुए इसी हादसे के बाद हाइजैक सेफ्टी नॉर्म्स बने, देश को सीख मिली.

हनीमून की यादें नहीं बचीं

शिवांगी ने कहा कि आतंकियों ने माता-पिता की हनीमून की फोटोज और बाकी चीजें नष्ट कर दी थीं. कुछ भी नहीं बचा है. हाल ही में आई सीरीज पर उन्होंने कहा कि ये बहुत लंबी फिल्म बनाई जा सकती थी, लेकिन सीरीज में कम समय होता है. सब कुछ छोटे में समेटना होता है तो ज्यादा कुछ दिखाया नहीं गया है. इसी कारण कई फैक्ट्स रह गए हैं.

.

Copyright Disclaimer :- Under Section 107 of the Copyright Act 1976, allowance is made for “fair use” for purposes such as criticism, comment, news reporting, teaching, scholarship, and research. Fair use is a use permitted by copyright statute that might otherwise be infringing., educational or personal use tips the balance in favor of fair use.

यह पोस्ट सबसे पहले टीवी नाइन हिंदी डॉट कॉम पर प्रकाशित हुआ , हमने टीवी नाइन हिंदी डॉट कॉम के सोंजन्य से आरएसएस फीड से इसको रिपब्लिश करा है, साथ में टीवी नाइन हिंदी डॉट कॉम का सोर्स लिंक दिया जा रहा है आप चाहें तो सोर्स लिंक से भी आर्टिकल पढ़ सकतें हैं
The post appeared first on टीवी नाइन हिंदी डॉट कॉम Source link

Back to top button