Noida – किसान मजदूर संघर्ष मोर्चा ने पहले दी श्रद्धांजलि, फिर भरी आंदोलन की हुंकार – #INA
Greater Noida News :
महात्मा गांधी और लाल बहादुर शास्त्री की जयंती पर किसान मज़दूर संघर्ष मोर्चा ने देश की महान विभूतियों को श्रद्धांजलि अर्पित की। किसानों की समस्याओं के समाधान के लिए एक महत्वपूर्ण बैठक का आयोजन किया। बैठक का आयोजन संगठन के कैंप कार्यालय पर किया गया। जिसकी अध्यक्षता नीलम भाटी और संचालन राष्ट्रीय महासचिव कृष्ण नागर ने किया।
महात्मा गांधी और लाल बहादुर शास्त्री के विचारों पर चले हम : राष्ट्रीय अध्यक्ष
संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ.विकास प्रधान ने महात्मा गांधी और लाल बहादुर शास्त्री के योगदान को याद करते हुए कहा कि उनके सिद्धांत और आदर्श आज भी समाज को प्रेरित करते हैं। उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी का अहिंसावादी दृष्टिकोण और लाल बहादुर शास्त्री का ‘जय जवान, जय किसान’ का नारा हमारे देश के हर नागरिक के दिल में बसा हुआ है। इन महान नेताओं के दिखाए मार्ग पर चलते हुए संगठन किसानों की समस्याओं को लेकर संघर्षरत है।
किसानों के मुद्दों पर चर्चा
बैठक के दौरान किसानों की प्रमुख समस्याओं पर गहन चर्चा की गई। विशेष रूप से नोएडा, ग्रेटर नोएडा और यमुना प्राधिकरण से जुड़ी किसानों की मांगों को लेकर संगठन के प्रवक्ता बृजेश भाटी ने कहा कि पिछले छह महीने से राजस्व परिषद के अध्यक्ष की अध्यक्षता में बनी हाई पावर कमेटी की रिपोर्ट अभी तक लागू नहीं की गई है, जिससे किसान नाराज़ हैं। उन्होंने कहा कि किसान समुदाय को लगातार अनदेखा किया जा रहा है। अब संगठन इस मुद्दे को सुलझाने के लिए निर्णायक कदम उठाएगा।
आगे की रणनीति तैयार
संगठन ने बड़े पैमाने पर आंदोलन की रूपरेखा तैयार की है। निर्णय लिया गया है कि मेरठ मंडल की कमिश्नर से मुलाकात कर रिपोर्ट को लागू कराने पर चर्चा की जाएगी। अगर संतोषजनक जवाब नहीं मिला तो संगठन अनिश्चितकालीन धरने पर बैठने के लिए भी तैयार है। बैठक में बड़ी संख्या में संगठन के सदस्य शामिल हुए। जिनमें प्रताप नागर, विनय तालान, बालकिशन नागर, लोकेश भाटी, आलोक नागर, गोफी कोडली, संजय कसाना, ज़ुबैर भाटी, हरेंद्र नागर, पूनम भाटी और कई अन्य प्रमुख व्यक्ति मौजूद रहे।
Copyright Disclaimer Under Section 107 of the Copyright Act 1976, allowance is made for “fair use” for purposes such as criticism, comment, news reporting, teaching, scholarship, and research. Fair use is a use permitted by copyright statute that might otherwise be infringing. Non-profit, educational or personal use tips the balance in favor of fair use.
सौजन्य से ट्रिक सिटी टुडे डॉट कॉम
Source link