Noida – चार साल के मासूम के सामने मां को उतारा मौत के घाट, पूरी कहानी पढ़कर चौंक जाएंगे आप – #INA

Noida News :
नोएडा के थाना सेक्टर-63 क्षेत्र में चार साल के मासूम के सामने उसकी मां की हत्या कर दी गई। घटना बुधवार शाम की है। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। जब पुलिस ने इस हत्याकांड की जांच शुरू की तो वह चौंक गई। दरअसल, घटना के बाद मौके से महिला का पति और एक व्यक्ति गायब था। लेकिन कुछ देर बाद जब पति लौटा तो उसने पूरी वारदात को पुलिस को विस्तार से बताया। जिसे सुनने के बाद पुलिस के होश उड़ गए। 

बुधवार शाम को उतारा मौत के घाट 

सेक्टर-63 छिजारसी गांव में कुलदीप शर्मा का मकान है। मकान के कमरों में कई लोग किराए पर रहते हैं। चार दिन पहले कन्नौज जिले की शिल्पी अपने पति के साथ मकान में रहने आई थी। उसके साथ एक पुरुष और एक बच्चा भी था। बुधवार शाम को कुलदीप ने सूचना दी कि कमरे में किराए पर रह रही महिला का शव मिला है। पुलिस ने मौके पर जाकर जांच की तो महिला के गले पर चोट के निशान थे। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजकर जांच शुरू कर दी। सूत्रों से पता चला है कि महिला की गला दबाकर हत्या की गई। इस वारदात को तीसरे व्यक्ति ने अंजाम दिया। 

तीन साल से चल रहा था प्रेम प्रसंग 

पुलिस सूत्रों के मुताबिक शिल्पी और अजय कुमार तिवारी तीन साल पहले गाजियाबाद के बहरामपुर इलाके में रहते थे। यहीं पर शिल्पी का एक व्यक्ति से प्रेम प्रसंग शुरू हो गया। बताया जा रहा है कि आरोपी प्रेमी भी पहले से शादीशुदा था। वह अपने बीवी बच्चे को छोड़कर शिल्पी के साथ रहने लगा। कुछ दिनों पहले ही शिल्पी बहरामपुर छोड़कर छिजारसी में किराए के मकान में रहने आई थी। 

प्रेमी को कहता है मौसा 

पुलिस सूत्रों से पता चला है कि पति और चार साल के मासूम ने पूछताछ करने पर बताया कि शिल्पी की हत्या उसके प्रेमी ने ही की है। वारदात के बाद आरोपी वहां से भाग गया। जांच में पता चला है कि शिल्पी का चार साल का बेटा आरोपी प्रेमी को मौसा कहता है। पुलिस अब आरोपी प्रेमी की तलाश में जुटी है।

Copyright Disclaimer Under Section 107 of the Copyright Act 1976, allowance is made for “fair use” for purposes such as criticism, comment, news reporting, teaching, scholarship, and research. Fair use is a use permitted by copyright statute that might otherwise be infringing. Non-profit, educational or personal use tips the balance in favor of fair use.

सौजन्य से ट्रिक सिटी टुडे डॉट कॉम

Source link

Back to top button