Noida – डीएनडी टोल से सेक्टर-14ए लिंक रोड पर लगने वाले जाम से मिलेगी निजात, बनेगा नया पुल – #INA

Noida News :
नोएडा के डीएनडी टोल से सेक्टर-14ए लिंक रोड पर सुबह और शाम के समय पीक आवर्स में लगने वाले जाम से जल्द ही निजात मिलने वाली है। नोएडा प्राधिकरण ने इसे खत्म करने के लिए दो प्लान तैयार किए हैं। प्राधिकरण ने एक निजी एजेंसी से सर्वे कराया है। एजेंसी ने रिपोर्ट सौंप दी है और प्राधिकरण के सीईओ डॉ. लोकेश एम के सामने दोनों प्लान पर प्रेजेंटेशन भी दिया है। 

जानिए जाम लगने का कारण

रिपोर्ट में सामने आया है कि डीएनडी पर दिल्ली से आने वाले वाहनों के पीक आवर्स में फंसने और जाम लगने का कारण सेक्टर-15ए और 16ए फिल्म सिटी के लूप का संकरा होना और ट्रैफिक का दबाव है। पहली प्लान लूप को चौड़ा करने का प्रस्तावित किया गया है। रिपोर्ट में बताया गया है कि लिंक रोड पर बने डीएनडी पुल को पार करने के बाद लूप की शुरुआत में चौड़ाई 7.8 मीटर है और सेक्टर-14ए लिंक रोड पर उतरते समय चौड़ाई घटकर सिर्फ 5 मीटर रह जाती है। इसलिए लूप के रैंप को 1.50 से 2 मीटर चौड़ा करने की जरूरत है। लूप को चौड़ा करने के लिए बाईं तरफ बनी रिटेनिंग वॉल को तोड़कर चौड़ाई बढ़ाई जा सकती है। यह चौड़ाई लूप के आधे हिस्से से लेकर लिंक रोड तक बढ़ानी होगी। इसकी अनुमानित लागत करीब दो करोड़ रुपये है। लेकिन यह तैयारी अस्थायी है।

नया पुल बनाने की है योजना 

रिपोर्ट के मुताबिक वाहनों की संख्या और भविष्य की जरूरतों को देखते हुए डीएनडी पुल के बगल में एक और पुल बनाकर इसे चौड़ा करना होगा। फिर नए पुल के साथ ही लिंक रोड तक लूप का नया रैंप बनाना होगा। इस प्रोजेक्ट की अनुमानित लागत करीब 70 करोड़ रुपये है। जानकारी के मुताबिक प्राधिकरण ने पहली योजना पर काम शुरू करने का फैसला किया है।

24 घंटे में गुजरते हैं 6.50 लाख वाहन

एजेंसी की सर्वे रिपोर्ट में सामने आया है कि 24 घंटे में डीएनडी से करीब 6.50 लाख वाहन गुजरते हैं। इसमें नोएडा की ओर आने वाले हर एक लाख वाहनों में से 60 हजार वाहन सेक्टर-15-16ए के बीच लूप से उतरते हैं। हर एक लाख वाहनों में से 5625 चिल्ला बॉर्डर से दिल्ली की ओर जा रहे हैं। 36 हजार वाहन फिल्म सिटी अंडरपास से होते हुए सीधे मास्टर प्लान-1 रोड पर जाते हैं।

Copyright Disclaimer Under Section 107 of the Copyright Act 1976, allowance is made for “fair use” for purposes such as criticism, comment, news reporting, teaching, scholarship, and research. Fair use is a use permitted by copyright statute that might otherwise be infringing. Non-profit, educational or personal use tips the balance in favor of fair use.

सौजन्य से ट्रिक सिटी टुडे डॉट कॉम

Source link

Back to top button