Noida – दिल्ली से वृंदावन पहुंचा डॉ. विशाखा त्रिपाठी का पार्थिव शरीर, तीन दिन तक श्रद्धालु करेंगे दर्शन – #INA

Greater Noida News :
जगद्गुरु कृपालु महाराज की बड़ी बेटी डॉ. विशाखा त्रिपाठी का पार्थिव शरीर दिल्ली से यमुना एक्सप्रेसवे होते हुए वृंदावन पहुंच गया है। इस दौरान दिल्ली, नोएडा और ग्रेटर नोएडा के सैकड़ों श्रद्धालु भी एंबुलेंस के पीछे अपने वाहनों में चलते रहे। लेकिन वृंदावन पहुंचने पर एंबुलेंस को आगे कर उसके पीछे चल रही सभी गाड़ियों को रोक दिया गया। इससे पहले श्यामा त्रिपाठी को एंबुलेंस से वृंदावन लाया गया। वह मंदिर के अंदर हैं। हादसे में वह घायल हो गई हैं।

श्रद्धालु तीन दिन तक करेंगे दर्शन 

हादसे के बाद तीनों बहनों को दिल्ली के अपोलो अस्पताल ले जाया गया। जहां डॉक्टरों ने विशाखा त्रिपाठी को मृत घोषित कर दिया। हादसे की सूचना मिलते ही ट्रस्ट से जुड़े लोग अपोलो अस्पताल पहुंच गए। जिसके बाद पोस्टमार्टम की प्रक्रिया की गई। लेकिन किसी कारण देरी होने के बाद अब सोमवार को उनका पार्थिव शरीर दिल्ली से वृंदावन लाया गया है। उनका पार्थिव शरीर प्रेम मंदिर में रखा गया है। यहां श्रद्धालु और लोग उनके अंतिम दर्शन कर रहे हैं। 28 नवंबर को वृंदावन में यमुना तट पर उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा। 

वर्ष 2000 में संभाली थी पिता की विरासत 

डॉ. विशाखा के अंतिम दर्शन के लिए एक लाख से ज्यादा अनुयायियों के पहुंचने की उम्मीद है। मंदिर परिसर के हॉल में व्यवस्था की गई है। डॉ. विशाखा की अंतिम यात्रा 28 नवंबर को प्रेम मंदिर से शुरू होकर वृंदावन में यमुना तट पर पहुंचेगी। जगद्गुरु कृपालु महाराज की बड़ी बेटी विशाखा त्रिपाठी अपने पिता की मृत्यु के 11 साल बाद भी उनकी विरासत को आगे बढ़ा रही थीं। कृपालु महाराज ने उन्हें वर्ष 2000 में ही संगठन का अध्यक्ष बना दिया था। कृपालु महाराज के दो बेटे भी हैं, जिनमें से एक घनश्याम वृंदावन के चैतन्य बिहार इलाके में रहता है, जबकि दूसरा बेटा प्रतापगढ़ में रहता है।

ग्रेटर नोएडा में सड़क हादसे में हुई मौत 

जानकारी के मुताबिक 75 वर्षीय डॉ. विशाखा त्रिपाठी अपनी बहन श्यामा त्रिपाठी, कृष्णा त्रिपाठी, सचिव दीपक और 5 अन्य लोगों के साथ सिंगापुर जाने के लिए रविवार सुबह दो कारों में वृंदावन से निकली थीं। जैसे ही वह ग्रेटर नोएडा के दनकौर थाना क्षेत्र स्थित यमुना एक्सप्रेसवे पर पहुंचीं तो एक अनियंत्रित कंटेनर ने उनकी कारों को पीछे से टक्कर मार दी। हादसे में डॉ. विशाखा त्रिपाठी की मौत हो गई। जबकि उनकी दोनों बहनें घायल हो गईं। उन्हें दिल्ली के अपोलो अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

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सौजन्य से ट्रिक सिटी टुडे डॉट कॉम

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