खबर मध्यप्रदेश – मध्य प्रदेश: बांधवगढ़ में वन विभाग के अधिकारियों ने हमलावर हाथी को पकड़ा – INA

मध्य प्रदेश के उमरिया जिले में हाथियों का आतंक सामने आया है. हाथियों के आतंक की वजह से दो लोगों की मौत हो गई थी. वन अधिकारियों ने बांधवगढ़ बाघ अभयारण्य में एक हाथी को पकड़ा है. पकड़े गए हाथी ने ही दो लोगों को मार डाला था और एक दूसरे शख्स को बुरी तरह से घायल कर दिया था. वन विभाग के अधिकारियों ने हाथी को उन्माद की स्थिति में पकड़ा गया. हाथी का उन्माद की स्थिति में पाया जाने से आशय है कि टेस्टॉस्टेरॉन का स्तर जब उसके शरीर में बढ़ जाता है तो उसके व्यवहार में काफी बदलाव नजर आता है. हाथी के व्यवहार में आक्रामकता दिखने लगती है. ये समय हाथियों में प्रजनन अवधि का होता है.

वन विभाग के अधिकारियों की तरफ से पहले ही आशंका जताई गई थी कि इलाके में लोगों की मौत तीन हाथियों की वजह से हुई है. उप निदेशक प्रकाश वर्मा ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा है कि काफी समय तक नजर रखने के बाद उस हाथी को पकड़ा, जिसने लोगों पर हमला कर दिया था. पकड़े गए हाथियों में एक वयस्क अवस्था में आ चुका है. हाथी उस झुंड के बचे हुए तीन हाथियों में से नहीं है, जिसने अपने 10 सदस्यों को इस सप्ताह खो दिया है.

पैरों के निशान का किया अध्ययन

वन विभाग के अधिकारी ने कहा कि हमने हाथी का पता लगाने के लिए काफी समय तक निगरानी की. हाथियों को पकड़ने से पहले उसका पीछा किया गया. हाथी के पैरों के निशान को चेक किया गया. वो अभ्यारण में जिस-जिस इलाके में गई, वन अधिकारियों ने उसका पीछा किया गया.

किन दो लोगों की हुई थी मौत?

वन विभाग के अधिकारियों के मुताबिक, बांधवगढ़ बाघ अभयारण्य से 10 किलोमीटर दूर देवरा गांव के रहने राम रतन यादव किसी काम से बाहर गए हुए थे. उसी समय हाथी ने उस हमला किया और उसे मार डाला था.

इस घटना के बाद इसी हाथी ने ब्राहे गांव के रहने वाले भैरव कोल पर हमला कर दिया. बुरी तरह से घायल होने के बाद उनकी भी मौत हो गई. अभयारण्य के ठीक सामने ही बांका के रहने वाले मालू साहू को घायल कर दिया.

ओडिशा में 60 जंगली हाथियों की मौत

ओडिशा के वन मंत्री गणेश राम सिंहखुंटिया ने 60 जंगली हाथियों की मौत पर चिंता जाहिर की है. उन्होंने कहा कि अप्राकृतिक रूप से हाथियों के मौत के मामले में जांच के आदेश दिए हैं. इस मामले में उन्होंने की एक महीने में रिपोर्ट प्रस्तुत करने की बात कही है. उन्होंने कहा कि हाथियों की सुरक्षा की जिम्मेदारी अधिकारियों की होती है. ऐसे में सभी को ईमानदारी बरतने की आवश्यकता है.


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