यूपी – लोकसभा चुनाव रिजल्ट: यूपी की इस सीट का नतीजा आएगा सबसे पहले, गाजियाबाद का सबसे बाद में आने की उम्मीद – #INA

लोकसभा चुनाव के सभी सातों चरणों के मतदान की प्रक्रिया सम्पन्न होने के बाद अब मंगलवार चार जून को होने वाली मतगणना का सभी को बेसब्री से इंतजार है। किस सीट का सबसे पहले नतीजा आएगा इसको लेकर भी चर्चाएं शुरू हो गई हैं। हालांकि प्रशासन ने नतीजों की घोषणा की तैयारी शुरू कर दी है। उत्तर प्रदेश की सभी 80 लोकसभा सीटों पर मतगणना मंगलवार को सुबह आठ बजे शुरू होगी। सबसे पहले पोस्टल बैलेट की गिनती की जाएगी और पोस्टल बैलेट की गिनती शुरू होने के आधे घंटे बाद इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीनों में दर्ज मतों की भी गिनती शुरू कर दी जाएगी। कानपुर लोकसभा के नतीजे सबसे पहले और गाजियाबाद के सबसे बाद में आने का अनुमान है। यह जानकारी प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवदीप रिणवा ने रविवार की शाम को अपने कार्यालय में बुलाई गई प्रेसवार्ता में दी। उन्होंने बताया कि मंगलवार चार जून को सुबह आठ बजे के बाद से सिर्फ उत्तर प्रदेश ही नहीं देश भर में चल रही मतगणना के रुझान और चुनाव नतीजे results.eci.gov.in पर देखे जा सकेंगे।

कानपुर से नतीजे सबसे जल्द, गाजियाबाद के सबसे बाद में

गाजियाबाद लोकसभा क्षेत्र में सबसे अधिक 3092 पोलिंग बूथ और सबसे कम 1607 पोलिंग बूथ कानपुर लोकसभा क्षेत्र में हैं। गाजियाबाद साहिबाबाद विधानसभा क्षेत्र में सर्वाधिक 1127 पोलिंग बूथ होने के कारण यहां सबसे अधिक 41 राउण्ड में मतगणना होगी। इसलिए गाजियाबाद लोकसभा सीट का नतीजा सबसे बाद में और कानपुर लोकसभा सीट का नतीजा सबसे पहले आने का अनुमान है क्योंकि यहां सबसे कम पोलिंग बूथ हैं और उम्मीद है कि यहां सिर्फ 12 राउण्ड की मतगणना होगी। 

नवदीप निणवा ने बताया कि मतगणना प्रदेश के 75 जिलों में, 81  केन्द्रों पर होगी। आगरा, मेरठ, आजमगढ, देवरिया, सीतापुर, कुशीनगर जिले में मतगणना दो-दो केन्द्रों पर होगी। आठ लोकसभा क्षेत्रों की मतगणना तीन जिलों में, 37 लोकसभा क्षेत्रों की मतगणना दो जिलों में तथा 35 लोकसभा क्षेत्रों की मतगणना एक जिले में होगी। इस अवसर पर उन्होंने बताया कि पोस्टल बैलेट की मतगणना जिला मुख्यालय के मतगणना स्थल में होगी। मतगणना विधानसभा क्षेत्रवार होगी। इसके बाद लोकसभा क्षेत्र में शामिल विधानसभा क्षेत्रों के परिणाम का योग कर लोकसभा क्षेत्र का परिणाम घोषित किया जायेगा। 

चुनाव आयोग द्वारा मतगणना के लिए 179 प्रेक्षक तैनात किए गए हैं। 15 प्रेक्षक को एक-एक विधानसभा क्षेत्र, 104 प्रेक्षक को दो-दो विधानसभा क्षेत्र तथा 60 को तीन-तीन विधानसभा क्षेत्र आवंटित किए गए हैं। 80 लोकसभा निर्वाचन क्षेत्रों की मतगणना 80 रिटर्निंग आफिसर तथा 1581 सहायक रिटर्निंग आफिसर द्वारा सम्पन्न कराई जायेगी। पूरी मतगणना एवं सीलिंग की कार्रवाई सीसीटीवी की निगरानी में की जाएगी।

चार विधान सभा सीटों के उपचुनाव की मतगणना भी होगी

शाहजहांपुर की ददरौल, लखनऊ पूर्व बलरामपुर की गैंसड़ी सोनभद्र जिले की दुद्धी (सु.) विधानसभा सीट के उपचुनाव की मतगणना चार रिटर्निंग आफिसर तथा 26 सहायक रिटर्निंग आफिसर द्वारा कराई जाएगी।
 
सबसे अधिक 28 उम्मीदवार घोसी सीट पर 

प्रदेश में इस बार हुए लोकसभा चुनाव में कुल 851 प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं, जिसमें 771 पुरुष एवं 80 महिला है। सबसे अधिक 28 प्रत्याशी घोसी लोकसभा क्षेत्र में तथा सबसे कम चार प्रत्याशी कैसरगंज लोकसभा क्षेत्र में हैं।

अर्द्धसैनिक बल भी रहेंगे तैनात

मतगणना सकुशल सम्पन्न कराने के लिए पर्याप्त मात्रा में केन्द्रीय अर्द्धसैनिक बलों की तैनाती भी की गई है। मतगणना स्थल की सुरक्षा के लिए त्रिस्तरीय सुरक्षा व्यवस्था लगाई गई है। प्रथम स्तर की सुरक्षा मतगणना स्थल से 100 मीटर की परिधि पर होगी, जहां क्षेत्रीय पुलिस बल तैनात रहेगा। द्वितीय स्तर की सुरक्षा मतगणना स्थल के गेट पर होगी, जहां राज्य पुलिस बल तैनात रहेगी। तृतीय स्तर की सुरक्षा मतगणना हॉल के लिए होगी जो कि सीएपीएफ की निगरानी में होगी। प्रत्याशी या उसके एजेण्ट द्वारा मतगणना प्रारम्भ होने की तारीख से तीन दिन पूर्व शाम पांच बजे तक काउंटिंग एजेण्ट बनाए जाने के लिए प्रारूप-18 पर रिटर्निंग आफिसर के समक्ष आवेदन किया गया है। मतगणना एजेण्ट नियुक्त करने के लिए कोई योग्यता निर्धारित नहीं है। अभ्यर्थियों द्वारा 18 वर्ष से अधिक आयु के व्यक्ति को काउंटिंग एजेण्ट बनाया जा सकता है।

यह लोग नहीं बन सकते मतगणना एजेण्ट

केन्द्र-राज्य सरकार के मंत्रिपरिषद के सदस्यों, सांसदों, विधायकों, मेयर, नगर पालिका परिषद/नगर पंचायत के अध्यक्ष को काउंटिंग एजेण्ट बनाने पर प्रतिबंध है। केन्द्र-राज्य सरकार से सुरक्षा प्राप्त व्यक्तियों को काउंटिंग एजेण्ट बनाये जाने पर प्रतिबंध है। ग्राम प्रधान, सरपंच, पंचायत सदस्यों, सभासद आदि को काउंटिंग एजेण्ट बनाने के संबंध में कोई प्रतिबंध नहीं है, जो निर्वाचन क्षेत्र के निवासी हैं। अप्रवासी भारतीय को भी काउंटिंग एजेण्ट बनाया जा सकता है।

पोस्टल बैलेट की गणना के लिए अतिरिक्त कक्ष

मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि सभी लोकसभा क्षेत्रों में पोस्टल बैलेट की गणना के लिए अतिरिक्त कक्ष का अनुमोदन चुनाव आयोग द्वारा प्रदान किया गया है। पोस्टल बैलेट की गणना के लिए होम वोटिंग एवं वोटर फैसिलिटेशन सेंटर पर प्राप्त पोस्टल बैलेट मतों की गणना सुबह आठ बजे प्रारम्भ होगी तथा सर्विस वोटर से प्राप्त ईटीपीबीएस की स्कैनिंग भी सुबह आठ बजे से प्रारम्भ की जाएगी। स्कैनिंग के उपरान्त ईटीपीबीएस मतों की गणना की जाएगी। ईटीपीबीएस की स्कैनिंग-प्री काउंटिंग के लिए 871 टेबल एवं पोस्टल बैलेट की मतों की गणना 794 टेबल पर की जाएगी। 

ब्लैक बोर्ड पर अंकित किया जाएगा चक्रवार परिणाम

प्रत्येक मतगणना हॉल में एक ब्लैक बोर्ड-व्हाइट बोर्ड की व्यवस्था की जाएगी, जिसमें प्रत्याशियों के नाम व राउण्डवार परिणाम लिखा जाएगा ताकि सभी मतगणना एजेण्ट उसे देख सकें। प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र एवं लोकसभा क्षेत्र में लाउडस्पीकर की भी व्यवस्था की गयी है। सर्वप्रथम प्रत्येक टेबल पर काउंटिंग एजेण्ट के बैठने की व्यवस्था रहेगी। सबसे आगे मान्यता प्राप्त राष्ट्रीय एवं राज्यीय राजनैतिक दल, उसके बाद रजिस्ट्रीकृत अमान्यता प्राप्त दल तथा उसके बाद निर्दलीय प्रत्याशी के एजेण्ट बैठेंगे।

ऐसे होगी मतगणना

टेबल पर इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन की कण्ट्रोल यूनिट आने के उपरान्त मतगणना पर्यवेक्षक द्वारा कण्ट्रोल यूनिट का नम्बर दिखाया जाएगा, जिससे यह स्पष्ट होगा कि यह कण्ट्रोल यूनिट उसी बूथ से संबंधित है। कंट्रोल यूनिट के साथ 17सी भाग-1 में उल्लिखित मतों को एजेण्टों को बताया जाएगा। इसके बाद कण्ट्रोल यूनिट को ऑन कर प्रत्याशीवार मतगणना परिणाम के प्रारूप 17सी भाग-2 पर अंकित किया जाएगा।

किसी एजेण्ट द्वारा पुनः परिणाम दिखाने के अनुरोध पर मतगणना पर्यवेक्षक द्वारा पुनः परिणाम दिखाया जाएगा। 17सी भाग-2 पर मतगणना पर्यवेक्षक एवं काउंटिंग एजेण्ट के हस्ताक्षर के उपरान्त एक प्रति फीडिंग के लिए जाएगी तथा दूसरी प्रति की छायाप्रतियां कराकर काउंटिंग एजेण्ट को प्राप्त कराई जाएगी। सम्पूर्ण राउण्ड की शीट की एक प्रति राउण्ड की घोषणा के बाद एआरओ टेबल के एजेण्ट को भी दी जाएगी।

अगर डिस्प्ले पर परिणाम नहीं निकला

यदि किसी बूथ से संबंधित कण्ट्रोल यूनिट की डिस्प्ले न दिखने से कंट्रोल यूनिट से परिणाम नहीं निकलता है तो ऐसे में समस्त ईवीएम की मतगणना के बाद उक्त बूथ के वीवीपैट स्लिप की गणना की जाएगी। यदि किसी कारण से किसी बूथ की कण्ट्रोल यूनिट से मॉक पोल के मतों को नहीं हटाया गया है तो ऐसे में उक्त कंट्रोल यूनिट से मतगणना नहीं की जाएगी तथा उक्त मशीन आरओ की अभिरक्षा में जायेगी। यदि सम्पूर्ण मतगणना के बाद हार-जीत का अन्तर उक्त बूथ पर पड़े मतों से अधिक है तो ऐसे में उक्त बूथ की गणना न कर परिणाम घोषित कर दिया जाएगा। यदि अन्तर उक्त बूथ पर पड़े मतों से कम है तो मॉक पोल सर्टिफिकेट में उल्लिखित मॉक मतों को प्रत्याशीवार हटाकर वीवीपैट की स्लिप से मतगणना की जाएगी और उक्त आधार पर मतगणना परिणाम घोषित किया जाएगा। मतगणना के परिणाम की घोषणा के बाद प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में पांच पोलिंग बूथ ड्रा के आधार पर निकाले जाएगे तथा उन पोलिंग बूथ के वीवीपैट स्लिप की गणना की जाएगी।

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