देश – महिला अस्पताल में ट्रायल से परखी जाएगी व्यवस्था, योगी सरकार का है पायलट प्रोजेक्ट – #NA

Ghaziabad News :
गाजियाबाद में जिला महिला अस्पताल में प्रदेश का पहला जच्चा-बच्चा देखभाल केंद्र शुरू कर दिया गया है। अस्पताल प्रबंधन ने सीईएल कंपनी के सहयोग से एमएनसीयू में ही दो बेड से मां व नवजात के इलाज का ट्रायल शुरू कर दिया है। हालांकि इस ट्रायल के साथ ही अस्पताल के प्रथम तल पर एमएसएनसीयू के निर्माण का कार्य शुरू हो गया है। गंभीर नवजात व गर्भवती महिलाओं का एक साथ इलाज करने के लिए प्रदेश सरकार ने गाजियाबाद में पायलट प्रोजेक्ट शुरू किया है। इसके लिए जिला महिला अस्पताल में मातृ व शिशु मृत्यु दर में कमी लाने के लिए एमएसएनसीयू बनाया जा रहा है। 

केंद्र के फर्स्ट फ्लोर पर होगा जच्चा-बच्चा का इलाज 

केंद्र को तैयार करने व संचालन की जिम्मेदारी शासन ने कम्युनिटी एंपावरमेंट लैब (सीईएल) संस्था को दी है। अस्पताल के प्रथम तल पर मदर चाइल्ड स्पेशल केयर सेंटर (एमएसएनसीयू) का निर्माण शुरू कर दिया गया है। अस्पताल के फर्स्ट फ्लोर पर एमएनसीयू व एसएनसीयू संचालित हैं। इनमें मां व नवजात का अलग-अलग इलाज होता है। लेकिन एमएसएनसीयू बनाने के लिए सिक नेटल केयर यूनिट (एसएनसीयू) को अब मदर नेटल केयर यूनिट (एमएनसीयू) में शिफ्ट कर दिया गया है। जबकि एसएनसीयू की दीवार हटाकर उसे पुराने सर्जिकल वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया है। वार्ड बनाने के लिए ध्वस्तीकरण का काम पूरा हो चुका है। अब निर्माण कार्य शुरू होगा। तब तक ट्रायल के तौर पर एमएनसीयू में दो बेड के साथ लो बर्थ वेट बेबी (एलबीडब्ल्यू) और कंगारू मदर केयर (केएमसी) यूनिट शुरू कर दी गई है।

सफदरजंग अस्पताल में मिलेगा प्रशिक्षण

एमएसएनसीयू के संचालन से पहले महिला अस्पताल के स्टाफ को चार दिन का प्रशिक्षण दिया गया है। कम्युनिटी एंपावरमेंट लैब (सीईएल) और अस्पताल प्रबंधन की ओर से चार डॉक्टरों और 40 स्टाफ नर्सों को दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में मां और नवजात की देखभाल की बारीकियों का प्रशिक्षण दिया गया है।

डॉक्टर और स्टाफ पूरी तरह तैयार

सीएमएस डॉ. अभिषेक त्रिपाठी ने बताया कि नई यूनिट के बेहतर संचालन के लिए डॉक्टर और स्टाफ पूरी तरह तैयार हैं। स्टाफ के प्रशिक्षण का लाभ नवजात और मां को मिले, इसके लिए सीईएल कंपनी के सहयोग से दो बेड पर ट्रायल शुरू कर दिया गया है।

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सौजन्य से ट्रिक सिटी टुडे डॉट कॉम

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