यूपी- Hathras Stampede: अस्पताल के बाहर बिखरे पड़े शव, लाशों के ढेर में अपनों को खोज रहे बिलखते चेहरे – INA
उत्तर प्रदेश के हाथरस में स्वयंभू संत भोले बाबा के सत्संग में भगदड़ के बाद अब अस्पतालों में अफरा तफरी का माहौल है. एक साथ इतनी बड़ी संख्या में शवों और घायलों को देख डॉक्टरों के भी हाथ पांव फुल गए. घटना स्थल से घायलों और शवों को उठाकर अस्पताल पहुंचाया जा रहा था, डॉक्टरों ने बड़ी मुश्किल से घायलों को भर्ती किया, वहीं अस्पताल के अंदर जगह कम होने की वजह से शवों को बाहर रखवाया गया. इधर, अपने परिजनों की तलाश में अस्पताल पहुंचे और इन लाशों को उठा उठाकर अपनों की तलाश करने लगे.
यह दृष्य बेहद डरावना था. लोग रोते बिलखते शवों को उठाते, लेकिन जब उनमें कोई अपना नहीं होता तो उसे छोड़ कर दूसरे शव की ओर चल दे रहे थे. इस हृदयविदारक दृष्य को देखकर वहां मौजूद लोग भी रो पड़े. इतनी देर में हाथरस अस्पताल से रैफर होकर बड़ी संख्या में घायल अलीगढ़ और आगरा के अस्पतालों में पहुंच गए थे. यहां भी कुछ ऐसे ही दृष्य देखने को मिले. गनीमत रही कि हादसा होने के कुछ ही देर बार शासन ने आगरा और अलीगढ़ के अस्पतालों को अलर्ट कर दिया था.
अलर्ट पर आगरा और अलीगढ़ के अस्पताल
इसलिए यहां आए सभी घायलों को व्यवस्थित तरीके से अस्पताल में भर्ती कराया जा सका. आगरा के एसएन मेडिकल कॉलेज में तो खुद प्रिंसिपल भी अपनी पूरी टीम के साथ घायलों की जांच करते और दवा लिखते नजर आए. इसी प्रकार शवों के पोस्टमार्टम के लिए भी हाथरस और अलीगढ़ में पोस्टमार्टम हाउस को अलर्ट किया गया है. हाथरस के अस्पताल के बाहर शवों की भीड़ में अपनों की तलाश करती एक महिला ने बताया कि उसके परिजन भी लापता हैं.
मानव मंगल समिति ने किया था आयोजन
वह काफी देर से उन्हें ढूंढ रही है, लेकिन कोई खबर नहीं मिली तो लाशों के ढेर में उनकी तलाश कर रही है. महिला ने बताया कि अब तक वह 20 से अधिक शव देख चुकी है, लेकिन अब तक उसके जानने वाले नहीं मिले हैं. बता दें कि मानव मंगल सद्भावना समिति के बैनर तले हाथरस के फुलरई में स्वयंभू संत भोले बाबा के समागम का आयोजन किया गया था. पुलिस का कहना है कि समागम के बाद भोले बाबा का काफिला निकल ही रहा था कि भीड़ बेकाबू हो गई और यह हादसा हो गया.
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