यूपी – Aligarh Nagar Nigam: आपसी सहमति से तय हुई नगर निगम की कार्यकारिणी, छह सदस्य चुने गए निर्विरोध – INA
अलीगढ़ नगर निगम बोर्ड की कार्यकारिणी के चुनाव को लेकर पिछले एक सप्ताह से हंगामा कर रहे सपाई पार्षदों के तेवर ढीले हो गए हैं। 24 अगस्त को बोर्ड की मीटिंग में तो बवाल जैसे हालात बन गए थे। पार्षदों ने तोड़फोड़ तक कर दी थी। निगम प्रशासन ने मुकदमा दर्ज कराया। मगर 29 अगस्त को कार्यकारिणी के चुनाव के लिए बुलाई गई बैठक में माहौल एक दम बदल गया। आपसी सहमति बनी और सपा के दो पार्षदों को कार्यकारिणी का सदस्य बना दिया गया जबकि भाजपा के चार पार्षद सदस्य बन गए। अब 12 सदस्यों की कार्यकारिणी में 6 सदस्य भाजपा के हो गए हैं जबकि इतने ही सपा के।
29 अगस्त को नगर निगम के जवाहर भवन में सुबह 9:30 बजे कार्यकारिणी के छह सदस्यों के लिए चुनाव प्रक्रिया शुरू हुई। सुबह 10 बजे से 10:30 बजे तक नामांकन वापसी का समय निर्धारित किया गया। नामांकन पत्रों की जांच सुबह 10:30 बजे से 11 बजे तक हुई। 13 पार्षदों ने नामांकन किया। बाद में तीन पार्षदों ने अपना पर्चा वापस ले लिया। हालांकि, चुनाव न कराने के लिए दोनों पार्टियों के बीच सहमति बनाने की कवायद होती रही, जो दोपहर 12 बजे जाकर कामयाब हुई।
सुबह 8:30 बजे से ही सभी 90 पार्षद सदन पहुंच गए थे।
चुनाव प्रक्रिया में देरी पर सपा पार्षदों ने आपत्ति जताते हुए शोर-शराबा भी किया। कुछ पार्षद सहमति के खिलाफ थे, जिन्हें मनाया गया। बाद में मेयर प्रशांत सिंघल के हस्तक्षेप से चुनाव न कराने की सहमति बनी, जिनमें सपा से पार्षद असलम नूर, आसिफ, भाजपा से पार्षद निरंजन सिंह, करन माहौर, योगेश कुमार सिंघल, अनिल सेंगर निर्विरोध सदस्य चुने गए। कार्यकारिणी में भाजपा-सपा के छह-छह सदस्य हो गए हैं। उपसभापति पद के चुनाव में मेयर प्रशांत सिंघल अपने मत का प्रयोग करेंगे और भाजपा के खाते में फिर उप सभापति का पद होगा।