खबर शहर , Budaun: सांपों को मारने के मामले में पुलिस का कारनामा, आठ साल पहले मरे व्यक्ति के खिलाफ लगा दी चार्जशीट – INA

बदायूं में आठ साल पहले मर चुके व्यक्ति का नाम विवेचना में शामिल कर उझानी कोतवाली पुलिस ने चार्जशीट दाखिल कर दी। मामला उस समय खुला जब मृतक के घर अदालत का नोटिस लेकर पुलिस पहुंची। अब मृतक के बेटे भगवानदास ने अदालत में पिता की मृत्यु का प्रमाण पत्र देकर देकर दोषी विवेचक पर कार्रवाई की मांग की है। विवेचक से लेकर सीओ तक को अब जवाब देते नहीं बन रहा। 

कोतवाली क्षेत्र के गांव बरायमय खेड़ा में राजपाल मौर्य के घर 9 अक्टूबर 2023 को सांप का जोड़ा दिखाई दिया था। उसने सांप के जोड़े को लाठी से पीटकर मार डाला था। इसका वीडियो सोशल मीडिया पर सामने आया तो पशु प्रेमी विकेंद्र शर्मा ने राजपाल पुत्र जसपाल के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई। 

विवेचना में बढ़ाया जसपाल का नाम 

मामले की विवेचना दरोगा मुकेश त्यागी ने की। विवेचना में मुकेश त्यागी ने जसपाल पुत्र कल्लू का नाम भी बढ़ा दिया। दोनों के खिलाफ आरोप पत्र लगाकर सीओ के यहां दाखिल किया। सीओ उझानी शक्ति सिंह ने भी बगैर सच्चाई व जांच पड़ताल के आरोप पत्र पर हस्ताक्षर कर दिए। सीओ के यहां से आरोप पत्र अदालत में दाखिल कर दिया गया।  


न्यायालय में मामले की सुनवाई के दौरान अदालत ने आरोपियों के खिलाफ सम्मन जारी किए। थाना पुलिस सम्मन तामील कराने गांव पहुंची तो जसपाल पुत्र कल्लू के परिजन मामला सुनते ही चौंक गए। जसपाल के बेटे भगवानदास ने पुलिस को बताया कि पिता जसपाल की मौत तो आठ साल पहले 23 मार्च 2015 को हो चुकी है। 

एक के खिलाफ मुकदमा, पुलिस ने बना दिए दो आरोपी
पशु प्रेमी विकेंद्र शर्मा ने जो रिपोर्ट दर्ज कराई है, उसमें राजपाल पुत्र जसपाल के खिलाफ ही रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी। तहरीर में एक ही आरोपी था। विवेचक मुकेश त्यागी ने गांव के ही जसपाल पुत्र कल्लू का नाम शामिल करते हुए उसे भी आरोपी बना दिया, जबकि उनका तहरीर में कहीं कोई जिक्र नहीं है। घटना के समय वह जीवित भी नहीं थे। मुकेश त्यागी मौजूदा समय में जरीफनगर थाने में तैनात हैं। 


दरोगा ने मृतक को करा दिया नोटिस तामील
किसी मामले में चार्जशीट से पहले या तो आरोपी को जेल भेजा जाता है या फिर उसका धारा 41 के तहत नोटिस तामील कराकर जमानत पर छोड़ दिया जाता है। विवेचक ने नोटिस भी तामील करना दर्शाया है। सवाल यह है कि मृत जसपाल को दरोगा ने कैसे नोटिस तामील करा दिया। 

विवेचक मुकेश त्यागी ने बताया कि रिपोर्ट दर्ज होने के बाद उन्हें विवेचना मिली तो जांच शुरू की। छानबीन के दौरान राजपाल के साथ जसपाल का नाम भी सांप के जोड़े को मारने में सामने आया। नाम शामिल करते हुए उसको नोटिस तामील कराया था। दोनों के खिलाफ न्यायालय में चार्जशीट दाखिल की गई। तब परिजन ने नहीं बताया कि जसपाल नहीं हैं। अब उनको आठ साल पहले मृत दिखाया जा रहा है। 

सीओ उझानी शक्ति सिहं ने कहा कि इस मामले में दो लोगों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की गई थी। न्यायालय से जो भी आदेश मिलेगा उसका पालन कराया जाएगा। मृतक का नाम बढ़ाए जाने जैसी कोई बात मेरे संज्ञान में नहीं है।


Credit By Amar Ujala

Back to top button