यूपी – ज्वाइंट CP ने क्राइम मीटिंग में कहा: तीन DCP और तीन ADCP, फिर कमिश्नरेट के मुख्यालय क्यों आते हैं इतने फरियादी – INA
कमिश्नरेट में तीन डीसीपी और तीन एडीसीपी हैं। फिर, कमिश्नरेट मुख्यालय पर इतनी ज्यादा संख्या में फरियादी रोजाना क्यों आते हैं? तीनों जोन के डीसीपी और एडीसीपी के कार्यालय का औचक निरीक्षण कर अब यह देखा जाएगा कि वहां जनसुनवाई होती कैसे है? यह बातें संयुक्त पुलिस आयुक्त (मुख्यालय एवं अपराध) डॉ. के एजिलरसन ने ट्रैफिक पुलिस लाइन के सभागार में शनिवार की दोपहर क्राइम मीटिंग में कहीं।
संयुक्त पुलिस आयुक्त (मुख्यालय एवं अपराध) ने कहा कि यदि जिला मुख्यालय से दूरी के कारण फरियादी तीनों डीसीपी के कार्यालय तक नहीं पहुंच पा रहे हैं तो इस संबंध में वह पुलिस आयुक्त से बात करेंगे। पुलिस आयुक्त की अनुमति से रोजाना सुबह 10 बजे से दोपहर 12 बजे तक पुलिस मुख्यालय में ही तीनों डीसीपी की जनसुनवाई की व्यवस्था कराई जाएगी।
संयुक्त पुलिस आयुक्त (मुख्यालय एवं अपराध) ने कहा कि उनके या पुलिस आयुक्त कार्यालय के स्तर से जिन भी प्रकरण पर कार्रवाई का निर्देश थानाध्यक्षों को दिया जाता है, उन पर क्या कार्रवाई हुई, उसकी एक्शन टेकन रिपोर्ट डीसीपी जरूर भेजें। थानाध्यक्ष अपनी कार्यशैली में सुधार लाएं। अब उन्हें चेतावनी या सुधार का अवसर नहीं दिया जाएगा, सीधे विभागीय कार्रवाई की जाएगी। इस दौरान कमिश्नरेट के तीनों जोन के डीसीपी व एडीसीपी और सभी एसीपी व थानेदार मौजूद रहे।
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