खबर शहर , चंदाैसी में बेगुनाहों को जेल: सवालों में भाजपा नेता का मेडिकल करने वाले डाॅक्टर, पुलिस अफसरों पर भी संदेह – INA

चंदाैसी में भाजपा नेता की साजिश की पोल खुलने के बाद उनका मेडिकल करने वाले डाॅक्टर सवालों के घेरे में हैं। प्रेमपाल सिंह ने गोली को अपने शरीर में अलग से रखवाया था। इसके लिए निजी अस्पताल के कंपाउंडर ने मदद की थी।

अब सवाल उठता है कि जब मेडिकल किया गया तो चिकित्सक को यह अंदाज नहीं हुआ कि गोली ने शरीर चीरा है या ब्लेड से शरीर में घाव किया गया है। यह सवाल सभी के मन में उठ रहा है। माना जा रहा है कि लालच के चलते रिपोर्ट को सही कर दिया गया या फिर चिकित्सक ने मेडिकल करने की जहमत ही नहीं उठाई।

वार्ड ब्याय व अन्य स्टाफ से ही खानापूर्ति कराई गई। त्रिवेणी देवी का कहना है कि मेडिकल करने वाले चिकित्सक की भी जांच होनी चाहिए। उधर, बेगुनाहों का कहना है कि पुलिस अधिकारी की भी जांच होनी चाहिए। जिन्होंने उनकी पिटाई की थी।


जेल से रिहा होकर घर पहुंचे बेगुनाहों ने बयां की पुलिस की करतूत

भाजपा नेता प्रेमपाल की साजिश में जेल भेजे गए बेगुनाह श्यामलाल और हेमंत घटना का राजफाश होने के बाद शनिवार को रिहा होने पर घर पहुंचे तो उन्होंने पुलिस की मनमानी की कहानी  बयां की। बोले, जुल्म तो हमारे साथ हुआ। दो दिन तक पुलिस पीटती रही और बोली कबूल कर लो गोली तुमने मारी है।

दो दिन पुलिस की प्रताड़ना झेलने के बाद कबूल नहीं किया, जिसके बाद झूठे मुकदमे में जेल भेज दिया। जेल में 37 दिन घुटन के साथ काटे। भला हो डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य का जो उन्होंने हमारी सुनी। तीसरा बेगुनाह दिलीप सोमवार को रिहा हो सकेगा।


कोतवाली क्षेत्र के मोहल्ला लोधियान निवासी श्यामलाल ने बताया कि 27 जुलाई की रात करीब 12 बजे पांच पुलिसकर्मी उनके घर में घुस आए थे। सोते से उठाने के बाद उनके साथ दिलीप और हेमंत के घर ले गए। वहां उनको भी सोते से ही उठाया और तीनों को कोतवाली लाकर पिटाई शुरू कर दी। पुलिसकर्मी पिटाई करने के साथ कह रहे थे कि कबूल कर लो कि भाजपा नेता प्रेमपाल सिंह को गोली तुमने मारी है।

जब गोली मारने की बात कबूल नहीं की गई तो दो रात तक पिटाई की। 29 जुलाई की सुबह जेल भेज दिया। श्यामलाल ने बताया कि प्रेमपाल से उनकी कोई रंजिश नहीं है। वह मोहल्ले में राशन डीलर है। बताया कि दिलीप और हेमंत की 11 बीघा जमीन बदायूं के गांव परौली में है। उस जमीन को प्रेमपाल सिंह अपने नाम करने का दबाव बना रहा था।

जब दिलीप और हेमंत दबाव में नहीं आए तो 10 लाख रुपये उधार होने की झूठी कहानी रच रहा था। श्यामलाल ने बताया कि प्रेमपाल सिंह चाहता था कि 10 लाख रुपये उधार होने की गवाही पुलिस को दे दे, लेकिन जब उसने मना किया तो वह खफा हो गया। इसलिए दिलीप और हेमंत के साथ उन्हें भी फंसा दिया। आरोपी बनवा दिया।


Credit By Amar Ujala

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