खबर शहर , Agra News: नहीं थम रहा बुखार, सात माह के मासूम ने तोड़़ा दम – INA
मैनपुरी। बुखार के मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। बुधवार को भी अस्पताल की ओपीडी में मरीजों की भीड़ रही है। बुखार से मरने वालों की संख्या भी बढ़ती जा रही है। अस्पताल पहुंचे सात माह के मासूम ने बुखार से दम तोड़ दिया। दो मरीजों को गंभीर हालत में मेडिकल कॉलेज सैफई के लिए रेफर किया गया।
महाराजा तेज सिंह जिला अस्पताल की ओपीडी में 1011 मरीजों को प्राथमिक उपचार दिया गया। 44 मरीज भर्ती कराए गए। फिजीशियन और बाल रोग विशेषज्ञ के पास सबसे अधिक मरीज पहुंचे। भोगांव थाना क्षेत्र के गांव नगला डांडा निवासी केरव (7 माह) पुत्र रवि को पिछले कुछ दिनों से सर्दी जुकाम के साथ बुखार था। हालत बिगड़ने पर परिजन उसे लेकर जिला अस्पताल पहुंचे यहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया।
सीएमएस डॉ. मदनलाल का कहना था कि पिछले कुछ दिनों से अस्पताल में बुखार के मरीजों की संख्या बढ़ी है। सात माह के जिस बच्चे की मौत हुई है उसे मृत अवस्था में ही अस्पताल लाया गया था। सीएमएस ने जिले के लोगों से अपील की कि बुखार आने पर उपचार में देरी न करें।
77 मरीजों ने कराई जांच
बुखार के मरीजों की संख्या बढ़ने के साथ ही जिला अस्पताल की पैथोलॉजी में जांच कराने वालों की संख्या भी बढ़ गई है। बुधवार को अस्पताल के पैथोलॉजी में 77 मरीजों की जांच कराई गई। इनमें 27 बच्चे शामिल थे। बाल रोग विशेषज्ञ डीके शाक्य ने बताया कि बच्चे वायरल की चपेट में आ रहे हैं।
आशा और एएनएम करें बुखार के मरीजों की निगरानी
मैनपुरी। सीएमओ ने बुधवार को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र मानपुर हरी और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भोगांव का निरीक्षण किया। सीएमओ ने कहा कि कोई भी गर्भवती और बच्चे टीकाकरण से वंचित न रहें। आशा और आंगनबाड़ी से मिलकर सभी का टीकाकरण कराना सुनिश्चित करें। आशा और एएनएम की जिम्मेदारी है कि बुखार के मरीज मिलने पर तुरंत उपचार दिलाएं।
प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र मानपुर हरी पर सीएमओ ने आशा और एएनएम से कहा कि अपने क्षेत्र में नियमित रुप से बुखार की जानकारी करते रहें और तत्काल प्रभारी चिकित्सा अधिकारी को बताएं। मुख्य चिकित्सा अधिकारी आरसी गुप्ता ने आभा आईडी और आयुष्मान गोल्डन कार्ड बनवाने के भी निर्देश दिए। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भोगांव के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. मोहित चतुर्वेदी को निर्देशित करते हुए कहा कि अस्पताल में आने वाले मरीजों को बेहतर उपचार मिले। इस अवसर पर डीएमसी यूनिसेफ संजीव कुमार पांडेय, प्रभारी जिला स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी रवींद्र सिंह गौर, महेंद्र सिंह गौर, धीरज कुमार, मुनेश पाल भी रहे।