यूपी- लखनऊ: घर के बाहर कार में दोस्त के साथ था दरोगा का हिस्ट्रीशीटर बेटा, 4 लोग आए और मार दी गोली – INA
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ बुधवार की देर रात एक बार फिर गोलियों की तड़तड़ाहट से गूंज उठी. यहां अज्ञात बदमाशों ने विपुल खंड में रहने वाले एक रिटायर्ड दरोगा के हिस्ट्रीशीटर बेटे पर ताबड़तोड़ फायरिंग की. इस वारदात में दरोगा का बेटा गंभीर रूप से जख्मी हो गया है. उसे गंभीर स्थिति में ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया गया है. वहीं एक व्यक्ति को मामूली चोटें आई हैं. उसे भी इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया है. पुलिस के मुताबिक अभी तक वारदात के कारण तो साफ नहीं हो सके हैं, लेकिन आशंका है कि प्रापर्टी और ठेकेदारी को लेकर चल रही पुरानी रंजिश में इस वारदात को अंजाम दिया गया है.
लखनऊ पुलिस कमिश्नरेट में गोमतीनगर सर्किल के एसीपी विकास जायसवाल के मुताबिक जिस युवक को गोली लगी है, उसकी पहचान धनंजय सिंह के रूप में हुई है. धनंजय विपुलखंड में रहने वाले रिटायर्ड दरोगा राम सहोदर का बेटा है और प्रापर्टी का काम करता है. धनंजय के खिलाफ गोमतीनगर थाने में कई मुकदमे दर्ज हैं और कोर्ट से भी वांछित है. पुलिस के मुताबिक बुधवार की रात 10 बजे धनंजय अपने मित्र राहुल के साथ घर के बाहर कार में बैठकर बात कर रहा था. इसी दौरान चार-पांच हथियारबंद लोग वहां पहुंचे और मारपीट करते हुए धनंजय को गोली मार दी.
दाहिने पैर में लगी है गोली
बदमाशों ने धनंजय की छाती को लक्ष्य कर गोली चलाई थी, लेकिन धनंजय पीछे की ओर पलट गया, इसलिए गोली उसके दाहिने पैर में लगी. फायरिंग होते देख उसका दोस्त राहुल शोर मचाते हुए भागा, लेकिन बदमाशों ने उसे भी दौड़ाकर पिस्टल के बट से सिर पर वार किया. इस दौरान शोर शराबा होने पर आसपास के काफी लोग मौके पर पहुंच गए. जिन्हें देखकर बदमाश वहां से फरार हो गए. परिजनों ने ने घटना की जानकारी पुलिस को देने के साथ धनंजय सिंह को अस्पताल पहुंचाया. जहां उसका इलाज जारी है.
पुरानी रंजिश का शक
पुलिस की पूछताछ में धनंजय सिंह ने सिंकू नाम के किसी बदमाश पर हमले का आरोप लगाया. एसीपी के मुताबिक अभी तहरीर नहीं मिली है. तहरीर आने पर मुकदमा दर्ज किया जाएगा. हालांकि पुलिस अपने स्तर पर मामले की जांच कर रही है. पुलिस घटना स्थल पर लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज देखने के साथ ही धनंजय के मोबाइल फोन की कॉल डिटेल भी खंगाल रही है. एसीपी के मुताबिक अब तक की जांच में पता चला है कि धनंजय ठेकेदारी के साथ प्रापर्टी का काम करता था. अब तक मिले इनपुट के मुताबिक इन्हीं दोनों कामों की वजह से उसकी सिंकू के साथ प्रतिद्वंदिता थी और इसी वजह से इस वारदात को अंजाम दिया गया है.
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