यूपी- पिज्जा पार्टी के लिए 3 लड़कों ने उठाया ऐसा कदम, घरवालों को बोला- अपहरण हो गया है, पैसे भेजिए; कैसे हुआ खुलासा? – INA

उत्तर प्रदेश के गोरखपुर के सहजनवा में एक लड़के के अपहरण की सूचना जैसे ही पुलिस के वायरलेस सेट पर गूंजी, हड़कंप मच गया. जगह-जगह घेराबंदी करके गाड़ियों की तलाशी शुरू हो गई. पुलिस ने लड़के को बरामद कर लिया, लेकिन इसके पीछे की जो कहानी सामने आई, उसको सुनकर पुलिस भी दंग रह गई. दोस्तों के साथ पिज़्ज़ा व बर्गर की पार्टी के लिए लड़के ने अपहरण की झूठी कहानी रची थी.

सहजनवा थाना क्षेत्र के वार्ड नंबर 10 के रहने वाले 13 वर्षीय आकाश, 15 वर्षीय रवि और 16 वर्षीय रोहित (सभी बदले नाम) ने अपहरण की झूठी कहानी रची. पुलिस को आकाश ने बताया कि उसकी बुआ नोएडा में रहती थी. वहां पर उनका लड़का रोहित सातवीं तक की पढ़ाई किया था. उसके बाद उसके पिता विदेश नौकरी करने चले गए ऐसे में वह अपनी मां के साथ मेरे घर पर जाकर रहने लगा. उसे रोज पार्टी करना अच्छा लगता था. पिज्जा व बर्गर खाना सभी को बेहद पसंद था. हम लोग अपने दोस्तों के साथ अक्सर पार्टी करते थे. इधर हाल के दिनों में पैसा नहीं मिलने से हम लोग काफी परेशान रहते थे.

पुलिस को लड़के ने बताया

आकाश ने बताया कि रोहित ने एक योजना बनाई कि यदि हम लोग कुछ अलग करें तो पैसा आ सकता है. ऐसे में हम लोगों ने रवि नामक एक दोस्त को भी बुला लिया और अपहरण की झुठी कहानी बनाई. रवि बाइक से सुबह आया और मुझे व रोहित को बैठाकर जीरो पॉइंट कालेसर लेकर चला गया. घर पर सूचना भेज दी कि आकाश का अपहरण हो गया है.

आकाश के पिता कीपैड वाला मोबाइल चलाते हैं. ऐसे में घटना के पहले उनके मोबाइल पर वाट्सऐप अकाउंट चलाने के लिए रजिस्ट्रेशन करने के लिए ओटीपी नंबर भेजा गया, जिसे आकाश नोट करके लाया और पिता के मोबाइल नंबर से एक दूसरे मोबाइल में वाट्सएप चलाना शुरू किया. इस फोन से बुआ के वाट्सऐप नंबर पर कॉल करके रोहित ने बताया कि आकाश का अपहरण हो गया है. वह सुबह जब स्कूल जा रहा था तो उस समय एक कार आई, जिसमें चार लोग बैठे हुए थे. उन लोगों ने उसे कार में बैठा लिया और चले गए.

फिर अपहरणकर्ता बनकर रोहित ने आकाश की बात घरवालों को कराई तो उसने बताया कि कार वालों ने मुझसे कहा कि तुम्हारी दादी की तबीयत खराब है और तुम्हारे पिता बुला रहे हैं. गाड़ी में बैठते ही उन लोगों ने मुंह पर रुमाल रखकर बेहोश कर दिया. इस कहानी से घरवालों को विश्वास हो गया कि आकाश का अपहरण हो गया है. अपहरणकर्ताओं ने छोड़ने के लिए 2.60 लाख रुपए की मांग की. परेशान घरवालों ने तत्काल पुलिस को घटना की सूचना दी.

पुलिस ने घेराबंदी कर तीनों को पकड़ा

पुलिस ने घेराबंदी कर तीनों को कलेसर के पास से पकड़ लिया. रोहित ने पुलिस को बताया कि मामा का संत कबीर नगर में नेवासा है. वहां पर उन्होंने जमीन बेची थी, जिसकी कीमत ढाई लाख रुपए मिली थी और घर पर भी 10000 रुपये से अधिक पड़ा हुआ था. ऐसे में हम लोगों को लगा कि 2.60 लाख रुपये आसानी से मिल जाएंगे. हम लोग काफी समय तक मौज मस्ती करेंगे. जब मैं पैसे के लिए फिर घर पर फोन किया तो उन लोगों के रोने की आवाज आई तो हम लोग घबरा गए और आकाश को कालेसर दाना पानी होटल के पास छोड़कर भाग रहे थे. तभी पुलिस पहुंच गई और हम लोगों को पकड़ ली.

इस सम्बंध में एसएसपी डॉक्टर गौरव ग्रोवर ने बताया कि किशोरों ने बहुत ही शातिराना ढंग से अपहरण की झूठी कहानी रची थी. सुनने पर तो लगा कि सच में घटना घट गई है, लेकिन साइबर अपराध थाना, साइबर सेल व सहजनवा पुलिस की संयुक्त टीम ने मामले का खुलासा कर लिया.


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