यूपी- UP: गुस्से में टीचर ने छात्र को छड़ी फेंक कर मारी, सीधे आकर आंख पर लगी; चली गई रोशनी – INA
उत्तर प्रदेश के कौशांबी जिले में एक अध्यापक ने छड़ी मारकर एक छात्र की आंख फोड़ दी. जानकारी के मुताबिक करारी थाना क्षेत्र के नेवारी उच्च प्राथमिक विद्यालय के प्रिंसिपल ने छड़ी मारकर एक छात्र की आंख फोड़ दी. परिजनों ने जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी से जांच की मांग की थी. जांच के बाद घटना सही पाई गई है. घायल छात्र को अस्पताल में भर्ती करा दिया गया था. सोमवार को परिजनों ने करारी थाना में शिकायती पत्र देकर प्रिंसिपल के विरुद्ध केस दर्ज कराया है.
नेवारी गांव के रहने वाले अयोध्या कुशवाहा का बारह वर्षीय बेटा आदित्य कुशवाहा गांव के ही उच्च प्राथमिक विद्यालय में कक्षा 6 का छात्र है. रोज की भांति आदित्य नौ मार्च शनिवार को विद्यालय पढ़ने गया था. विद्यालय के प्रिंसिपल शैलेंद्र तिवारी ने पढ़ाई से सम्बंधित पूछताछ के दौरान छात्र को छड़ी मार दी. छड़ी उसकी आंख में लग गई और आंख से खून निकल आया. ऐसा देख अन्य छात्र-छात्राओं में भय का माहौल व्याप्त हो गया था. वहीं जब जानकारी घायल छात्र के परिजन को हुई तो वह विद्यालय पहुंचे और बच्चे को जिला अस्पताल में भर्ती करवाया.
जांच में हुआ खुलासा
जिला अस्पताल के डॉक्टरों ने छात्र को चित्रकूट जनपद के सद्गुगुरु नेत्र चिकित्सालय रेफर कर दिया. सद्गुरु नेत्र चिकित्सालय नेत्र रेफर करने के बाद वहां पर डाक्टरों ने इलाज किया, लेकिन छात्र के आंख की रोशनी वापस नहीं आई. परिजनों ने मामले की शिकायत जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी से करके जांच करवाया तो प्रिंसिपल पर आरोप सही पाए गए. परिजनों की तहरीर पर पुलिस ने प्रिंसिपल शैलेंद्र तिवारी के खिलाफ केस दर्ज किया है.
डीएम के आदेश पर दर्ज हुआ मुकदमा
छात्र आदित्य कुशवाहा के परिजनों ने डीएम मधुसूदन फुलकी से मिलकर मामले की शिकायत की थी. परिजन कई महीने से लगातार दौड़ रहे थे लेकिन कोई सुनने को तैयार नहीं था. जब यह मामला जिलाधिकारी के पास पहुंचा तो उन्होंने मुकदमा दर्ज करने के निर्देश दे दिए. इसके बाद करारी थाना पुलिस ने आरोपी शिक्षक के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच पड़ताल शुरू कर दी है. फिलहाल शिक्षक को अभी तक इस मामले में गिरफ्तार नहीं किया गया है.
शिक्षक ने की थी समझौते की कोशिश
परिजनों ने आरोप लगाया है कि शिक्षक ने समझौते के तौर पर एक चेक भी दिया था लेकिन जब चेक को खाते में लगाकर क्लियर करवाया गया तो पता चला कि अध्यापक के खाते में पैसे नहीं थे. परिजनों को पैसे नहीं मिलने पर मामले ने तूल पकड़ा और शिकायत जिलाधिकारी से की गई थी. इस मामले में जब बेसिक शिक्षा अधिकारी से बात की गई तो उन्होंने बताया कि इस मामले में एबीएस के द्वारा जांच कराई जा रही है. अध्यापक इस मामले में अगर दोषी पाया जाता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
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