यूपी- UP: संभल में रावण दहन के बाद राख लेने के लिए मची भगदड़, पुलिस ने भांजीं लाठियां – INA
उत्तर प्रदेश के संभल में रावण दहन के दौरान एक बड़ा हादसा होते-होते बच गया है. रावण दहन के दौरान कुछ लोग रावण के पुतले की लकड़ियों को निकालने के लिए पुतले की ओर दौड़े, लेकिन इतने में ही पुतले में लगा पटाखा तेजी से फटा और लोगों के बीच भगदड़ मच गई. ऐसी मान्यता है कि अगर कोई भी रावण के पुतले की जली हुई लकड़ी या फिर राख को घर में रखाता है, तो उस घर में सुख-शांति और समृद्धि आती है. सभी तरह की परेशानियों से वह परिवार दूर रहता है.
संभल जिले के कुरुक्षेत्र मैदान में उस समय हड़कंप मच गया, जिस समय रावण के पुतले में लगा बम तेज आवाज के साथ फटा. दशहरे के दिन रावण के रावण के पुतले में आग लगी ही थी कि कुछ लोग रावण के जलते हुए पुतले की ओर लकड़ी लुटने के लिए दौड़े, लेकिन अचानक से पुतले में लगा पटाखा फटा और मैदान में भगदड़ मच गई. दरअसल, रावण के पुतले में लगे पटाखे फट्टे ही लोगों की भीड़ इधर-उधर भागने लगी. अच्छी बात यह रही कि भगदड़ में कोई बड़ा हादसा नहीं हुआ.
पुलिस ने किया लाठीचार्ज
रावण के पुतले के जले हुए अवशेषों को लेने के लिए लोग पुतले की ओर भागे, लेकिन पटाखा फटते ही मैदान में भगदड़ मच गई. भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस ने बल का सहारा लेते हुए लाठीचार्ज किया, लेकिन फिर भी लोग नहीं रुके और जलते हुए पुतले की ओर और भागते चले गए. ऐसी मान्यता है कि जो भी लोग रावण के पुतले की लकड़ी को घर लाते हैं, उनके घर में नकारात्मक शक्तियां कमजोर पड़ जाती है. घर में सुख-शांति और समृद्धि होती है.
पुतले की जली हुई लकड़ी के लिए भागे लोग
इन्हीं कारणों की वजह से लोग बड़ी संख्या में रावण के पुतले की लकड़ी को लेने के लिए भागे थे. वहीं, कुछ लोगों का मानना है कि रावण के पुतले की जली हुई लकड़ी को घर नहीं लाना चाहिए क्योंकि वह शव के जले हुए अवशेषों की तरह होती है और हिंदू धर्म में जले हुए अवेशषों को घर में रखना अशुभ माना जाता है.
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