खबर शहर , Agra University: आगरा विश्वविद्यालय का हाल, ओएमआर से हुई परीक्षाएं…फिर भी भी परिणाम में गलतियों के अंबार – INA

डॉ. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय में ऑप्टिकल मार्क रिकग्निशन (ओएमआर) से परीक्षा कराने पर घमासान मचा है। विवि प्रशासन त्रुटिरहित और शीघ्र परीक्षा परिणाम जारी करने के लिए ओएमआर पर आधारित परीक्षा कराना चाहता है, तो वहीं औटा लिखित परीक्षा कराने पर अड़ा है। शुक्रवार को भी विवि में अंक तालिकाओं में सुधार के लिए युवाओं की भीड़ जुटी रही। कोई प्रयोगात्मक परीक्षा तो कोई माइनर विषय के अंक न चढ़े होने जैसी गलतियों में सुधार के लिए विवि में भटक रहा था।

छात्रों का कहना है कि परीक्षा किसी भी तरीके से हो लेकिन अंक तालिकाओं में गड़बड़ी आती ही है। उनका कहना है कि अगर एक बार मार्कशीट में कोई गलती प्रिंट होकर आ जाए तो फिर विवि के चक्कर काटते-काटते आप परेशान हो जाएंगे लेकिन समस्या का समाधान नहीं होगा।

छात्रा इस्मा परवीन बताती हैं कि फोर्थ सेमेस्टर के परिणाम में उन्हें प्रैक्टिकल में अनुपस्थित दिखाया गया, जबकि उनके 100 में से 80 अंक आए हैं। कॉलेज से उपस्थिति से लेकर अंक तक सब-कुछ विवि पहुंचाने के बाद भी अब तक संशोधित अंक तालिका नहीं मिल सकी है। बीए फोर्थ सेमेस्टर की छात्रा प्रिया ने भी फिजिकल एजूकेशन के प्रैक्टिकल के अंक दर्ज न होने की शिकायत विवि में की है। वह दो माह से विवि का चक्कर काट रही।

बैकुंठी देवी की बीए प्रथम सेमेस्टर दिसंबर 2024 की संगीत गायन की माइनर परीक्षा के अंक चढ़कर नहीं आए हैं। यह प्रयोगात्मक परीक्षा है जबकि छात्राओं की अंक तालिका में थ्योरी और प्रैक्टिकल दोनों विषय लिखकर आ गए थे। कई बार शिकायत करने पर भी अंक तालिका में संशोधन नहीं हो सका है। एक अन्य छात्रा रश्मि रावत की अंक तालिका में माइनर विषय स्किल डेवलपमेंट इन सोशलॉजी में उसे अनुपस्थित दर्शाया गया है। वहीं सीजीपीए भी 00 प्रिंट है। जुलाई में घोषित किए गए इस परिणाम में सितंबर अंत तक संशोधन नहीं हो सका।

इस संबंध में बात करने पर परीक्षा नियंत्रक ओम प्रकाश का कहना है कि परिणाम में तुलनात्मक रूप से बहुत कम गलतियां आईं हैं। कई बार छात्र अपनी डिटेल गलत भर देते हैं तो कभी कॉलम खाली छोड़ देते हैं। इसके चलते भी अनुपस्थिति दर्ज होकर आ जाती है। छात्रों की समस्या का निस्तारण किया जा रहा है।

 


Credit By Amar Ujala

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