खबर शहर , Kanpur: बूढ़ों को जवान बनाने का दिया झांसा, दंपती ने 35 करोड़ ठगे…अब एक्सपर्ट बताएंगे थेरेपी मशीन की सच्चाई – INA

कानपुर में ऑक्सीजन थेरेपी के जरिए 64 साल के बुजुर्ग को 25 साल का जवान बनाने वाली मशीन का झांसा देकर लाखों की ठगी के मामले में पुलिस त्वचा विशेषज्ञों की राय लेगी। पुलिस ने सीएमओ कानपुर को पत्र भेजकर इस संबंध में जानकारी मांगी है। पता किया जा रहा है कि जिस मशीन के जरिये जवान दिखने की थेरेपी का झांसा दिया गया, वैसी कोई थेरेपी है भी या नहीं।

चूंकि प्रकरण में अब केस दर्ज हो चुका है। ऐसे में पुलिस चार्जाशीट तैयार करने के साथ ही कोर्ट में चार्जशीट को मजबूत रखने के लिए साक्ष्य जुटाने पर ध्यान केंद्रित कर रही है। वहीं, धोखाधड़ी करने वाले दंपती की तलाश में पुलिस साइबर सेल की भी मदद ले रही है। स्वरूपनगर के प्रभु अपार्टमेंट निवासी जिम संचालक राजीव दुबे और उनकी पत्नी रश्मि दुबे ने दो साल पहले साकेतनगर में रिवाइवल वर्ल्ड नाम की संस्था खोली थी।

आरोप है कि दोनों ने शहर के लोगों को झांसा दिया कि इस्राइल से 25 करोड़ रुपये में मंगाई मशीन के जरिये ऑक्सीन थेरेपी देकर किसी भी 64 वर्ष के बुजुर्ग को भी 25 की उम्र के युवा जैसा बनाया जा सकता है। मशीन दिखाकर ठगी का कारोबार बढ़ाने के लिए नेटवर्क मैनेजमेंट की तरह स्कीम दी और लोगों से लाखों रुपये हड़प लिए।


अब तक 20 से अधिक पीड़ित आ चुके हैं सामने
ठगी की शिकार स्वरूपनगर निवासी पीड़िता रेनू सिंह चंदेल ने 20 सितंबर को जालसाज दंपती के खिलाफ किदवर्दनगर थाने में एफआईआर दर्ज कराई थी। इसके बाद 15 अन्य पीड़ितों ने भी थाने में तहरीर दी थी। पुलिस ने मुकदमे और अन्य के तहरीर के आधार पर जांच शुरू कर दी है। डीसीपी साउथ अंकिता शर्मा ने बताया कि ठगी के शिकार अब तक 20 से अधिक पीड़ित सामने आ चुके हैं।


ठगी के शिकार पहुंच रहे थे थाने
रेनू ने बताया कि बुधवार कउनके साथ अभिषेक मिश्रा, धर्मेंद्र कुमार, राजीव यादव व संजीव कुमार पाठक ने थाने में बयान दर्ज कराए हैं। गुरुवार को भी कुछ पीड़ित थाने में अपना बयान दर्ज कराने पहुंचे लेकिन थानाप्रभारी की बारादेवी मंदिर में ड्यूटी के चलते बयान नहीं दर्ज हो सके। शुक्रवार को पीड़ित दोबारा अपना बयान दर्ज कराने जाएंगे।


दंपती ने हाईकोर्ट में दाखिल की अग्रिम जमानत याचिका
डीसीपी ने बताया कि जालसाज दंपती ने हाईकोर्ट में अग्रिम जमानत के लिए याचिका दायर की है। याचिका खारिज कराने के लिए विवेचक अपनी रिपोर्ट हाईकोर्ट में दाखिल करेंगे। इसके साथ ही जालसाज दंपती की तलाश में लगी चार टीमों के साथ साइबर सेल की भी मदद ली जा रही है।


Credit By Amar Ujala

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