बसपा ने इस बार सोशल इंजीनियरिंग के तहत दीपू तिवारी को मैदान में उतारा था। मझवां विधानसभा क्षेत्र में ब्राह्मण, बिंद व दलित मतदाता ज्यादा हैं। बसपा ने ब्राह्मण प्रत्याशी उतारकर ब्राह्मण और दलित मतदाताओं को साधने की कोशिश की।
शुरुआत में लगा था कि बसपा को इसका लाभ मिल रहा है। पिछले चुनाव में तीसरे नंबर पर रही पुष्पलता बिंद को 52990 मत मिले थे, जबकि एनडीए प्रत्याशी डाॅ. विनोद बिंद भी मैदान में थे।
माना जा रहा था कि एससी मतदाताओं का मत पुष्पलता को अधिक मिला, परंतु इस बार चुनाव में बसपा प्रत्याशी को 34927 मत मिल पाए।
सपा जिलाध्यक्ष ने प्रशासन पर लगाया आरोप
मझवां विधानसभा उपचुनाव में मतगणना पूरी होने के बाद सपा जिलाध्यक्ष देवी प्रसाद चौधरी ने भाजपा पर निशाना साधा। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा गलत परंपरा डाल रही है। इसकी वजह से लोकतंत्र को खतरा पैदा हो गया है। उन्होंने उपचुनाव में प्रशासन और पुलिस पक्षपात करने का आरोप लगाया। भाजपा के लिए वोटिंग करवाने का आरोप लगाया। जिलाध्यक्ष ने कहा कि मतदान के दौरान पुलिस ने एक महिला को पीटा।
थाना प्रभारी से लेकर कांस्टेबल व प्रशासन के अधिकारी व कर्मचारी सब सक्रिय हो गए थे। शासन-प्रशासन के दम पर वोट डलवाए गए थे। कहा कि 2027 के विधानसभा चुनाव में जनता भाजपा को मुंहतोड़ जवाब देगी।