यूपी- UP: काम के लिए गए इजराइल, अब छिड़ा युद्ध… परिजनों को सता रही अपनों की चिंता – INA

सायरन बजते ही 2 मिनट के अंदर सभी बंकर में चले जाते हैं… यह कहना है गाजीपुर के रहने वाले राहुल चौहान का जो काम की तलाश में 26 जून को इजराइल गए थे. वह रमण बिल्डिंग वर्क में फिटर का काम करते हैं. उन्होंने अपने परिजनों को फोन से बातचीत के दौरान बताया कि वह पूरी तरह सुरक्षित हैं. लेकिन, लड़ाई के दौरान थोड़ा सतर्क रहना पड़ता है. जब भी अटैक की संभावना बनती है उससे 2 मिनट पहले सायरन बज जाता है. वह लोग अपने बिल्डिंग के नीचे बने बंकरों में छिप जाते हैं. बता दें कि जिले से बड़ी संख्या में लोग इजराइल जाकर मजदूरी कर रहे हैं. इस समय सेवायोजन विभाग के पोर्टल पर भी 2000 से अधिक लोगों ने रजिस्ट्रेशन कराया है.

इजराइल और हमास में जंग के दौरान इजराइल की बहुत सारी बिल्डिंग डैमेज हो गई थी. जिसको लेकर हिंदुस्तान से कारीगरों की मांग की गई थी. जिसके बाद सरकार के द्वारा सेवायोजन कार्यालय और श्रम विभाग के माध्यम से कारपेंटर सहित बिल्डिंग बनाने के कार्यों में दक्ष युवाओं को इजराइल भेजे जाने के लिए रजिस्ट्रेशन किए गए थे. जिसको लेकर गाजीपुर से भी बहुत सारे युवा के गए हैं. मौजूदा समय में ईरान और इजराइल के बीच जंग चल रही है. ईरान की ओर से मिसाइल अटैक किए जा रहे हैं.

जिन परिवार के युवा इजराइल में काम करने गए हैं, उनकी चिंताएं बढ़ गई हैं. कासिमाबाद के रहने वाले एक युवक राहुल चौहान जिन्होंने वीडियो कॉल के जरिए अपने परिवार के लोगों को बताया कि युद्ध को देखते हुए उन लोगों की तीन से चार दिनों की छुट्टी कर दी गई है. सतर्कता के लिए बिल्डिंग के नीचे बंकर बना दिए गए हैं. अटैक की संभावना होते ही सायरन बजता है और 2 मिनट के अंदर सभी लोग बंकर में चले जाते हैं.

काम के लिए गए इजराइल

इजराइल में कामगारों के लिए निकली वेकैंसी को लेकर सेवायोजन कार्यालय और श्रम विभाग में भारी संख्या में युवाओं ने अपने आवेदन दिए थे. जिसमें सेवायोजन कार्यालय के पोर्टल पर करीब 2000 लोगों ने अब तक रजिस्ट्रेशन करवाया है. हालांकि इसमें पहले आओ पहले पाओ की व्यवस्था होने के कारण कितने लोगों के जाने का मौका मिला यह अभी स्पष्ट नहीं हो पा रहा है. इजराइल में मजदूरी कर रहे लोगों के परिजन लगातार हमले की खबरों को सुनकर काफी दहशत में है.

15 किमी दूर गिरी मिसाइल

कासिमाबाद कोतवाली के मोहम्मदपुर तड़वा गांव के रहने वाले राहुल चौहान भी 26 जून को इजराइल गए थे. वह बिल्डिंग में फिटर का काम कर रहे हैं. फोन पर उन्होंने बताया है कि वह पूरी तरह से सुरक्षित है लेकिन लड़ाई के दौरान जहां रह रहे हैं वहां तीन बार हमला हुआ है. लेकिन सभी सुरक्षित हैं, ईरान द्वारा छोड़ी गई मिसाइल में एक मिसाइल उनके बिल्डिंग से 15 किलोमीटर दूर गिरी थी.

युवाओं को लाएंगे वतन

इजराइल में गाजीपुर के कामगारों के फंसे होने पर आज जहुराबाद के विधायक और उत्तर प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री ओमप्रकाश राजभर से बात की गई. उन्होंने बताया कि इस तरह की जानकारी उनके लोगों के द्वारा उन्हें मिली है और कुछ लोगों ने उन्हें इस संबंध में पत्र भी दिया है. वह इस पत्र को मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री के सामने रखकर सभी युवाओं को सुरक्षित वतन लाने का प्रयास करेंगे.


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