यूपी – Kanpur: मोबाइल पर बात करते वक्त ट्रेन की चपेट में आने से बैंक के हेड कैशियर की मौत – INA

कल्याणपुर थानाक्षेत्र में शुक्रवार देर रात मोबाइल पर बात करते रेलवे ट्रैक पार कर रहे बैंक के हेड कैशियर की ट्रेन की चपेट में आने से मौत हो गई। हादसे के वक्त वह अपनी स्कूटी खड़ी कर रेलवे ट्रैक पार कर लघुशंका करने जा रहे थे। हादसे में वह ट्रेन में फंसकर करीब 500 मीटर तक घिसटते चले गए। जिससे उनका शव पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने जांच पड़ताल कर परिजनों को सूचना दी। मौके पर पहुंचे परिजनों का शव देखकर होश उड़ गए।

रावतपुर के राधा विहार निवासी मुकेश कुमार कनौजिया (43) मंधना स्थित यूनियन बैंक शाखा में हेड कैशियर के पद पर कार्यरत थे। उनके परिवार में पत्नी सौम्या के अलावा तीन वर्षीय बेटी सान्वी व मां रमा देवी है। भाई अमित ने बताया कि अगस्त में मुकेश की शादी के छह वर्ष पूरे हुए थे। शुक्रवार करीब पांच बजे ऑफिस से लौटने के बाद भाई मुकेश कुमार कनौजिया गूबा गार्डन निवासी चाचा विनोद के घर गए थे। देर रात करीब 12 बजे वह घर लौट रहे थे। वह यूनिवर्सिटी के पास दलहन क्रासिंग के पास पहुंचे ही थे कि क्रासिंग बंद होने के कारण वह लघुशंका करने के लिए अपनी स्कूटी खड़ी कर दिए। रेलवे ट्रैक पार करने लगे। तभी उनके मोबाइल पर कॉल आ गई। इसपर वह कॉल रिसीव कर रेलवे ट्रैक पर करने लगे। इसबीच अचानक ट्रेन आ जाने से चपेट में आ गए। हादसे में उनकी मौके पर ही मौत हो गई। केबिनमैन की सूचना पर मौके पर पहुंची कल्याणपुर पुलिस ने उनके पास मिले दस्तावेजों के आधार पर परिजनों को सूचना दी। मौके पर पहुंचे छोटे भाई अमित ने शव की शिनाख्त की। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।

 


मृतक आश्रृत पर मिली थी नौकरी, घर में मचा कोहराम
भाई अमित ने बताया कि वह यूनियन बैंक के रीजनल ऑफिस में चालक के पद पर तैनात है। पिता गोविंद प्रसाद की आकस्मिक मौत के बाद बड़े भाई को मृतक आश्रृत पर नौकरी मिली थी। हादसे में भाई की मौत की सूचना पर पत्नी व मां बेहोश कर गिर पड़ी। घर के बाहर लोगों की भीड़ लग गई। बैंक के भी अधिकारी और स्टॉफ पहुंचा और परिजनों को सांत्वना दी।

खराब आदतों के चलते उठा लिए थे कॉल
भाई के अनुसार मुकेश की ये आदत थोड़ी सी खराब थी, कि वह अक्सर स्कूटी चलाते वक्त व लघुशंका जाने पर भी मोबाइल पर बात करने लगते थे। यही कारण था कि क्रासिंग पार करते वक्त वह फोन पर बात करने लगे थे। जिससे वह चपेट में आ गए। उनका कहना था कि अगर वह मोबाइल पर बात नहीं करते तो उनकी जान नहीं जाती।


Credit By Amar Ujala

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